World Mosquito Day 2019: जानें मच्छर से जुड़े इस दिन का इतिहास और महत्व, भारत से क्या है रिश्ता

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क्या मच्छरों के काटने से भी फैलता है कोरोनावायरस Coronavirus? जानें वैज्ञानिकों ने क्या कहा

World Mosquito Day 2019: हर वर्ष 20 अगस्त को दुनिया भर में विश्व मच्छर दिवस (World Mosquito Day) मनाया जाता है। यह दिन मच्छरों के बारे में शोध का सबसे महत्वपूर्ण दिन है। इस दिन 1897 में ब्रिटिश चिकित्सक सर रोनाल्ड रॉस (Sir Ronald Ross) ने पाया कि मादा मच्छर मनुष्यों के बीच मलेरिया का संचार करती हैं। कहा जाता है कि किसी अन्य आपदा के मुकाबले इंसानों को सबसे अधिक नुकसान मच्छरों ने पहुंचाया है। आइये इस विश्व मच्छर दिवस 2019 को हम इस दिन के इतिहास, महत्व और इसके बारे में बताते हैं…

इतिहास और महत्व

आज जब विज्ञान और चिकित्सा का क्षेत्र काफी उन्नत हो गया है ऐसे में अब किसी स्वास्थ्य समस्या का कारण और समाधान का पता लगाना काफी आसान हो गया है। मच्छरों के काटने से होने वाली जानलेवा बीमारी मलेरिया (Malaria) मनुष्यों और अन्य जीवों को प्रभावित करती है। 20 अगस्त, 1897 को सर रोनाल्ड रॉस (Sir Ronald Ross) ने मलेरिया और मच्छरों के बीच की कड़ी की खोज की। तब से इस दिन को विश्व मच्छर दिवस (World Mosquito Day) के रूप में मनाया जाता है जिसका उद्देश्य बीमारी के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।


World Mosquito Day 2019: जानें मच्छर से जुड़े इस दिन का इतिहास और महत्व, भारत से क्या है रिश्ता

इस दिन को द लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन (The London School of Hygiene and Tropical Medicine) द्वारा प्रतिवर्ष मनाया जाता है। कार्यक्रम में मलेरिया के बारे में बातचीत और चर्चा आयोजित की जाती है। इस घातक बीमारी के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए प्रदर्शनियां आयोजित की जाती हैं। इसके साथ ही सर रॉस और उनके बाद इस काम को आगे बढ़ाने वाले कई अन्य वैज्ञानिकों को भी श्रद्धांजलि दी जाती है।

मच्छर दुनिया के सबसे घातक जानवरों की सूची में शामिल हैं। आंकड़ों के अनुसार मच्छर अपनी संक्रामक बीमारियों के कारण दुनिया में दस लाख से अधिक मौतों के कारक हैं। डेंगू, पीला बुखार, एन्सेफलाइटिस कुछ ऐसी बीमारियां हैं जो मच्छरों के कारण होती हैं। विश्व मच्छर दिवस का उद्देश्य इन कीड़ों के बारे में अधिक जागरूकता पैदा करना है।


मच्छरों के बारे में कुछ तथ्य…

–  मच्छर एक बार में अपने डंक से 0.1 मिलीलीटर तक खून चूस लेते हैं।

–  मादा मच्छर की आयु नर मच्छर से कुछ ज्यादा यानी लगभग 2 महीने होती है।

–  ये अपने वजन से तीन गुना ज्यादा खून एक बार में चूस पाते हैं।

–  मलेरिया से दुनियाभर में प्रतिवर्ष 10 लाख लोगों की मौत हो जाती है।

–  अफ्रीकी देशों में मच्छरजनित बीमारियों से सबसे ज्यादा मौतें होती हैं।


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