विश्व भर में तंबाकू के हानिकारक प्रभाव को खत्म करने और स्वास्थ्य सस्याओं को रोकने के लिए हर वर्ष 1 मई को ‘विश्व तंबाकू निषेध दिवस’ (World No Tobacco Day) मनाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य लोगों के बीच तंबाकू से स्वास्थ्य को होने वाले नुकसान के बारे में जागरूकता फैलाना है।
तंबाकू स्वास्थ्य के लिए सबसे हानिकारक चीज है। इसके सेवन से कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियां होने का खतरा रहता है। तंबाकू चबाने या धुम्रपान करने से होने वाली समस्याएं जानलेवा तक बन जाती हैं। हाल के रिकार्ड्स पर ध्यान दें, तो वर्तमान समय में दुनिया भर में प्रत्येक वर्ष 70 लाख से अधिक मौतें तंबाकू के कारण होती हैं। इन आंकड़ों को देखते हुए यह बहुत जरूरी है कि तंबाकू के सेवन को कम कर इसके दुष्प्रभावों को रोका जाए। इसलिए ही प्रत्येक वर्ष विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया जाता है।
एश ट्रे और ताजा फूल ‘विश्व तंबाकू निषेध दिवस’ के सिंबल के तौर पर देखे जाते हैं।
विश्व तंबाकू निषेध दिवस का उद्देश्य
विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य दुनिया भर में तंबाकू की खपत के सभी रूपों से 24 घंटे की की रोकथाम को प्रोत्साहित करना है। साथ ही लोगों के बीच तंबाकू के सेवन से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में जागरूकता फैलाना भी है। इस दिन दुनिया भर में कोशिश की जाती है कि लोगों को तंबाकू चबाने और धूम्रपान करने से रोका जा सके।
विश्व तंबाकू निषेध दिवस का इतिहास
दुनिया भर में विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाने की शुरुआत विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organisation) के सदस्य राज्यों ने की थी। इसके चलते वर्ष 1987 में 1 जून को पहली बार विश्व तंबाकू निषेध दिवस मनाया गया था। 1987 से ही हर साल की 1 जून को यह दिन मनाया जाने लगा।
दुनिया भर में इसे शुरू करने का कारण लोगों को तंबाकू से होने वाले नुकसानों और स्वास्थ्य सस्याओं के बारे में जागरूक करना ही था, ताकि वे तंबाकू से बने पदार्थों से दूर रहें और दुनिया भर में तंबाकू के कारण होने वाली मौतों को रोका जा सके।
विश्व तंबाकू निषेध दिवस 2019 : धूम्रपान बढ़ाता है फेफड़ों के कैंसर का खतरा
तंबाकू के सेवन से होने वाले नुकसान
तंबाकू सेहत के लिए बहुत हानिकारक होता है। इसके लगातार सेवन से जान तक चली जाती है। कैंसर जैसी घातक बीमारी का कारण तंबाकू न सिर्फ इसके सेवन करने वाले व्यक्ति बल्कि आस- पास के लोगों को भी नुकसान पहुंचता है। इससे बहुत सी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जैसी कि-
- इसके सेवन से शरीर में 40 प्रकार के कैंसर होते हैं। डॉक्टर्स के अनुसार, तंबाकू या सिगरेट के सेवन से मुंह का कैंसर होने का खतरा 50% तक बढ़ जाता है।
- तंबाकू में पाए जानें वाले 25 तत्व कैंसर का कारक बन सकते हैं। तंबाकू के एक कैन में 60 सिगरेट के बराबर निकोटिन (Nicotine) होता है।
- तंबाकू पर हुई एक रिसर्च में बताया गया कि मुंह के कैंसर के शिकार लोगों में से 91% तंबाकू का सेवन करते थे, जो उनके कैंसर का कारण बना।
- रिपोर्ट्स के अनुसार मुंह के कैंसर के सबसे ज्यादा केसेस भारत में ही होते हैं।
- जो महिलाएं तंबाकू का सेवन करती हैं, उनमें पीरियड्स जल्दी बंद हो जाते हैं। साथ ही जनन क्षमता कम हो जाती है।
- तंबाकू के सेवन से हर साल लगभग 50 लाख लोग फेफड़े की बीमारी का शिकार होते हैं।
- इससे होने वाली एक अन्य स्वास्थ्य समस्या यह है कि एक दिन में 20 सिगरेट पीने से पुरुषो में हार्ट अटैक का खतरा 3 गुना बढ़ जाता है। वहीँ तंबाकू के सेवन से 25% ज्यादा बीमारियां होती हैं।
- इसके सेवन से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन भी प्रभावित होता है। आदमियों में नपुंसकता बढ़ जाती है इसके अलावा जो लोग इसका सेवन करते हैं उनके बाल जल्दी सफेद होते हैं।
- तंबाकू का सेवन करने से बॉडी का स्टेमिना कम हो जाता है।
कैसे छुड़ाएं तंबाकू की लत?
- तंबाकू छोड़ने के लिए दृढ निश्चय करें साथ ही इसकी सूचना परिजनों और दोस्तों को जरूर दें।
- डाइट पर खास ध्यान दें हल्का या डायजस्टेबल फूड लें।
- अपनी डाइट में पानी की मात्रा बढ़ा दें।
- नशे की तलब होने पर पानी से मुंह धोकर इलायची खा लें।
- तंबाकू की लत से परेशान लोग दिन में कम से कम तीन बार नहाएं।
- तंबाकू की लत छुड़ाने के लिए एंटी निकोटिन च्यूंगम का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।