World Obesity Day 2021: जाने क्यों मनाया जाता है विश्व मोटापा दिवस, पढ़िए वजन घटाने के उपाय

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World Obesity Day 2021: 4 मार्च को को विश्व मोटापा दिवस (World Obesity Day ) मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का बस एक ही उद्देश्य है लोगों में मोटापे (Obesity ) के प्रति जागरूकता पैदा करना और साथ ही स्वास्थ्य के प्रति सचेत (Health conscious) करना। इस खास दिन की शुरुआत 2015 में वर्ल्ड ओबेसिटी फेडरेशन ने की थी।

आजकल की जीवनशैली को देखते हुए पूरी दुनिया के लिए मोटापा (Obesity ) एक बड़ी समस्या बनकर उभरा है और केवल विकसित देशों में ही नहीं बल्कि कम आय वाले देशों के भी नागरिक चाहे वो बच्चे हो या बड़े मोटापे से ग्रस्त नजर आ रहे हैं। मोटापे से होने वाले नुकसान को देखते हुए आज हम आपको बताने जा रहें है कि वो कौन से कारण हैं जो मोटापा बढ़ाने में मदद करते हैं।


आजकल जीवनशैली की बहुत सी ऐसी गलतियां है जिसकी वजह से हम मोटापे का शिकार हो रहे हैं। शारीरिक गतिविधियों का कम होना और ज्यादा से ज्यादा कैलोरी का सेवन हमें मोटापे की बीमारी की ओर ढकेल रहा है। नेशनल हेल्थ सर्विस के अनुसार एक सामान्य स्वस्थ

पुरुष को करीब 2500 कैलोरी और महिला को करीब 2000 कैलोरी की आवश्यकता होती है। लेकिन इस कैलोरी का स्त्रोत स्वास्थ्यवर्धक भोजन होना चाहिए न कि पिज्जा, बर्गर और फ्रेंचफ्राईस जैसे फास्टफूड। इसके साथ ही इस कैलोरी को खर्च भी करना बहुत जरूरी है क्योंकि जितना शरीर आपका कैलोरी चाहता है उतनी ही मात्रा में उसका गतिविधि करना भी जरूरी है। तो आइए जानें कि हम दिनचर्या में वो कौन सी गलती करते हैं जिसकी वजह से मोटापे का शिकार हो जाते हैं।

हानिकारक भोजन

कितना भी परहेज कर लें लेकिन हम फिर भी कुछ न कुछ ऐसा भोजन करते हैं जो सेहत के लिए नुकसानदेह होता है। इसके साथ ही उन लोगों को मोटापे की बीमारी का खतरा ज्यादा होता है जो एक साथ ज्यादा मात्रा में भोजन करते हैं या फिर कोल्ड ड्रिंक और हर समय बाहर का खाना पसंद करते हैं।


थायराइड ग्रंथियां भी है जिम्मेदार

थायराइड की वजह से शरीर में मोटापा बढ़ने लगता है जिसका कारण हार्मोन का असंतुलन है। इसके साथ ही गलत जीवनशैली भी थायराइड के लिए जिम्मेदार है

आनुवांशिक कारण

अगर किसी के परिवार में मोटापे का इतिहास है तो हो सकता है कि आगे वाली पीढ़ी को भी मोटापे का शिकार बना दे।

बहुत ज्यादा तनाव

जरूरत से ज्यादा तनाव और काम के दबाव की वजह से मोटापे की समस्या हो जाती है। क्योंकि जब आप तनाव में होते हैं तो वजन कम करने के अपने लक्ष्य पर ध्यान कम दे पाते हैं। इसीलिए जरूरी है कि जब आप वजन नियंत्रित करना चाह रहे हों तो अपने तनाव को भी कम करें।

कम शारीरिक गतिविधियां

मोटापे का सबसे बड़ा कारण है एक्सरसाइज न करना है और ज्यादा से ज्यादा समय तक बैठे रहना। क्योंकि जब आप शारीरिक गतिविधियों को कम करते हैं तो खाए गए भोजन से एनर्जी नहीं ले पाते हैं और वो एनर्जी फैट के रूप में शरीर में जमा होने लगती है। इसलिए कहा जाता है कि एक इंसान को करीब 150 मिनट की वर्कआउट एक सप्ताह में करनी जरूरी है। तभी मोटापे की समस्या से निजात मिल सकता है।

ये हैं प्रमुख कारण—

-व्यायाम या सक्रियता में कमी
-फास्टफूड की बढ़ती खपत
-मोबाइल-टीवी को ज्यादा वक्त देना
-ज्यादा समय तक वाहनों में यात्रा करना

मोटापा बीमारियों का घर :

-हाई ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्राल और श्वास रोग की समस्या
-हड्डियों और जोड़ों में परेशानी का खतरा
-मधुमेह, हृदय रोग और कैंसर का जोखिम
-मोटापे के बाद बच्चों में सर्जरी कराने का खतरा

मोटापे से बचने व इसे कम करने के उपाय

– खाली पेट कतई न रहें। हर तीन या साढ़े तीन घंटे में भोजन करें। अनाज अधिक मात्रा में खाएं। कोशिश करें कि ओट, बाजरा, गेहूं आपकी खुराक में शामिल हों।
– हरी सब्जियां जैसे पालक, मेथी और सरसों खूब खाएं। जितनी बार भोजन करें, उतनी बार आपकी थाली में एक ऐसा पकवान जरूर हो, जिसमें प्रोटीन पाया जाता हो।
– सुबह-सुबह योगा व व्यायाम करें। पेट और कमर की चर्बी को कम करने के लिए पवनमुक्तासन, जानुशिरासन, पश्चिमोतानासन, मण्डूकासन, उष्ट्रासन,धनुरासन, भुजंगासन, उतानपादासन, नौकासन तथा शशांकासन करें
– थोड़ा-थोड़ा खाएं मतलब अगर आपको बहुत भूख लग रही है तो एक दम से मत खाएं, धीरे धीरे थोड़ा थोड़ा खाएं। इससे आपका वजन नहीं बढ़ेगा और पेट भी नहीं निकलेगा। भोजन करने के एक घंटे बाद ही पानी पिएं इससे आपका पेट नहीं फूलेगा।
– सुबह के नाश्ते में अंकुरित चना, दलिया या ओट्स आपका पेट हल्का रखेंगे। इसका उपयोग करें और हो सके तो कोई फ्रूट्स या जूस भी पी सकते हैं।

घरेलू नुस्खे

– रोज सुबह एक गिलास गुनगुने पानी में एक चम्मच शहद मिला कर पिएं।
– एक गिलास पानी में अदरक के कुछ टुकड़े डाल कर उबाल लें, इस पानी को निथार लें। इसमें दो चम्मच नीबू का रस डाल कर पी लें। यह भूख कम करता है।
– एक कप गरम पानी में तीन चम्मच नीबू का रस, 0.25 चम्मच काली मिर्च और एक चम्मच शहद मिला कर दिन में एक बार तीन महीने तक पिएं।
– ग्रीन टी भी वजन कम करने के लिए बहुत अच्छी है
– एलोवेरा का जूस या एलोवेरा का सेवन आपके पेट के लिए बहुत ही लाभदायक है। इसके सेवन से आपकी पेट की चर्बी कम होती है। रोज सुबह एक ग्लास पानी में एक कप जूस मिलाकर पिएं।
– चावल और मीठा कम खाएं, जौ की रोटी खाएं जौ के आटे से बनी रोटी आपको ताकत देती है और आपका वजन भी बढ़ने नहीं देती। जी हां, अगर आप चावल का सेवन कम करें तो आपके पेट की चर्बी नियंत्रण में रहेगी।

क्या है उपचार

वजन घटाने का सबसे कारगर तरीका खान-पान को नियंत्रित रखना और नियमित रूप से व्यायाम करना है, लेकिन जिन लोगों के लिए यह उपाय कारगर नहीं होते या जो अत्यधिक मोटे हैं, उनके लिए मोटापा कम करने के लिए कई उपचार भी हैं।

वेरी लो कैलोरी डाइट (वीएलसीडी)

इसमें एक दिन में 1,000 से भी कम कैलोरी का सेवन किया जाता है। इससे भार तो तेजी से कम होता है, लेकिन यह हर किसी के लिए उपयुक्त और सुरक्षित नहीं है। इसलिए किसी डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

टमीटक (एब्डोमिनोप्लास्टी)

इसकी सलाह उन्हीं लोगों को दी जाती है, जिनका स्वास्थ्य अच्छा होता है। यह उन लोगों के लिए कारगर है, जिनके पेट पर अत्यधिक मात्रा में वसा जमी है या वजन कम करने के कारण पेट की त्वचा ढीली पड़ गई है। सर्जरी के द्वारा अतिरिक्त वसा, त्वचा, मांसपेशियां, ऊतकों को निकाल दिया जाता है।

गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी

वेट-लॉस सर्जरियों को सामूहिक रूप से बैरियाटिक सर्जरी कहते हैं। इसमें से गैस्ट्रिक बाईपास सर्जरी सबसे अधिक प्रचलित है, क्योंकि इसमें दूसरी सर्जरियों की तुलना में जटिलताएं कम होती हैं। यह दो प्रकार से की जाती है। एक तो आपके भोजन की मात्रा को नियंत्रित करके, दूसरा जो भोजन आप खाते हैं, उसमें से पोषक तत्वों का अवशोषण कम करके या दोनों के द्वारा।

लिपोसक्शन

इसमें त्वचा में एक छोटा-सा कट लगा कर एक पतली और छोटी सी टय़ूब को डाला जाता है। डॉंक्टर इस टय़ूब को त्वचा के अंदर शरीर के उन भागों में घुमाते हैं, जहां वसा का जमाव अधिक है। आधुनिक तकनीकों ने लिपोसक्शन को पहले से अधिक सुरक्षित, आसान और कम पीड़ादायक बना दिया है

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