World Ozone Day 2020: हर साल पूरी दुनिया में आज के दिन यानि 16 सितंबर को विश्व ओजोन दिवस मनाया जाता है।विश्व ओजोन दिवस 2019 का उद्देश्य ओजोन परत के संरक्षण के लिए लोगों को जागरुक करना है। ओजोन परत (Ozone Layer) ओजोन अणुओं की एक परत है जो 20 से 40 किलोमीटर के बीच के वायुमंडल में पाई जाती है।
आपको बता दें कि ओजोन परत पृथ्वी को सूर्य की हानिकारक अल्ट्रा वाइलट किरणों से बचाने का काम करती है। ओजोन परत के बिना जीवन सकट में पड़ सकता है, क्योंकि अल्ट्रा वाइलट किरणें अगर सीधा धरती पर पहुंच जाए तो ये मनुष्य, पेड़-पौधों और जानवरों के लिए भी बेहद खतरनाक हो सकती है।
दरअसल ओजोन परत को कैमिकल्स से काफी नुकसान होता है । इन कैमिकल्स से ओजोन की परत कम पतली हो रही है। फैक्ट्री से निकलने वाले कैमिकल्स हवा में फैलकर प्रदूषण फैला रहे हैं। ओजोन परत के बिगड़ने से जलवायु परिवर्तन हो रहा है। ऐसे में अब गंभीर संकट को देखते हुए दुनियाभर में इसके संरक्षण को लेकर जागरुकता अभियान चलाया जा रहा है।
जानें क्या है ओजान परत
ओजोन परत (Ozone Layer) पृथ्वी के वायुमंडल की एक परत है, ओजोन लेयर हमें सूरज से आने वाली अल्ट्रावायलेट किरणों (Ultraviolet rays) से बचाती है। ओजोन की परत की खोज साल 1913 में फ्रांस के भौतिकविदों (French physicists) फैबरी चार्ल्स और हेनरी बुसोन ने की थी।
ओजोन (O3) आक्सीजन के तीन परमाणुओं से मिलकर बनने वाली एक गैस है जो वायुमण्डल में बहुत कम मत्रा 0.02% में पाई जाती हैं। धरती से 30-40 किमी की ऊंचाई पर ओजोन गैस (Ozone gas) का 91% हिस्सा एकसाथ मिलकर ओजोन की परत का निर्माण करता है।
इस वजह से मनाया जाता है ओजोन दिवस
साल 1985 में सबसे पहले ब्रिटिश अंटार्कटिक सर्वे के वैज्ञानिकों ने अंटार्कटिक के ऊपर ओजोन परत में एक बड़े छेद की खोज की थी। तब वैज्ञानिकों को पता चला कि इसकी जिम्मेदार वक्लोरोफ़्लोरोकार्बन गैस है। जिसके बाद इस गैस के उपयोग को रोकने के लिए दुनियाभर के देशों में सहमति बनी और 16 सितंबर 1987 में मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल पर हस्ताक्षर किया गया था।
ओजोन परत के संरक्षण के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा ने साल 1994 में 16 सितंबर की तारीख को ‘अंतरराष्ट्रीय ओजोन दिवस’ मनाने का ऐलान किया था। पहली बार विश्व ओजोन दिवस साल 1995 में मनाया गया था। जिसके बाद हर साल 16 सितंबर को विश्व ओजोन दिवस मनाया जाता है।