Yogi Adityanath Birthday: एक संन्यासी कैसे बना सियासी दुनिया का माहिर खिलाड़ी, जानें यूपी सीएम का रोचक सफ़र

  • Follow Newsd Hindi On  
Uttar Pradesh: योगी सरकार का अब नया एजेंडा होगा स्वस्थ्य पूर्वाचल

Yogi Adityanath Birthday: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (UP CM Yogi Adityanath) आज 48 बरस के हो गए हैं। योगी आदित्यनाथ का जन्म 5 जून 1972 को पंचूर गांव, पौढी गडवाल, उत्तराखंड में एक राजपूत परिवार में हुआ था। संन्यास के पहले उनका नाम अजय सिंह बिष्ट था ।

योगी आदित्यनाथ ने साल 1989 में ऋषिकेश के भरत मंदिर इंटर कॉलेज से 12वीं पास की और 1992 में हेमवती नंदन बहुगुणा गडवाल विश्वविद्यालय से गणित में बीएससी की। इसी कॉलेज से उन्होंने एमएससी की पढ़ाई भी पूरी की।


योगी देश के सबसे बड़े राज्य की सत्ता के सिंहासन पर बैठे हैं। महज 26 साल की उम्र में संसद पहुंचने वाले योगी आदित्यनाथ 45 साल की उम्र में यूपी के सीएम पद पर काबिज हुए। देश की सियासत में उन्हें हिंदुत्व के चेहरे के का सबसे बड़ा आइकन माना जाता है।

साल 1992 में वह पहली बार गोरक्षनाथ मंदिर पहुंचे। साल 1994 में दीक्षा के बाद वह योगी आदित्यनाथ बन गए थे। सीएम योगी आदित्यनाथ 1998 में पहली बार गोरखपुर लोकसभा सीट से भाजपा के टिकट से चुनाव लड़े और जीत गए थे।

UP: योगी सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार अचानक से टला, ये रही वजह


साल 1998 से लेकर मार्च 2017 तक योगी आदित्यनाथ गोरखपुर से सांसद रहे और हर बार उनकी जीत का आंकड़ा बढ़ता ही गया। साल 2017 में उन्होंने पहली बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।

आदित्यनाथ गोरखनाथ मंदिर के पूर्व महन्त अवैद्यनाथ के उत्तराधिकारी हैं। ये हिन्दू युवाओं के सामाजिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रवादी समूह हिन्दू युवा वाहिनी के संस्थापक भी हैं, योगी की छवि एक प्रखर राष्ट्ररवादी हिंदू नेता की है।

शिक्षा के दौरान ही योगी ने राम जन्मभूमि आंदोलन के सदस्य के रूप में अपने सार्वजनिक जीवन की शुरुआत की और इसी दौरान गोरखपुर में उनका परिचय गोरक्षपीठ के महंत अवैद्यनाथ से हुआ।

इसके कुछ दिनों बाद योगी अपने माता-पिता को बिना बताए गोरखपुर जा पहुंचे और जहां संन्यास लेने किया। महंत अवैद्यनाथ भी उत्तराखंड के रहने वाले थे। जिन्होंने अजय सिंह बिष्ट को योगी आदित्यनाथ बनाने का काम किया।

उत्तराखंड के एक सामान्य परिवार में जन्मे योगी आदित्यनाथ के पिता आनंद सिंह बिष्ट फॉरेस्ट रेंजर के रूप में काम करते थे। वहीं मां सावित्री देवी अब भी एक सामान्य गृहणी के रूप में जीवन व्यतीत करती हैं।

(आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम पर फ़ॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब भी कर सकते हैं.)