लखनऊ, 18 जनवरी (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश विधान परिषद की 12 सीटों के लिए नामांकन के लिए पर्चे दाखिल किए गए हैं। नामांकन के अंतिम दिन महेश चंद्र शर्मा ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन कर चुनाव का रोमांच बढ़ा दिया है।
नामांकन के अंतिम दिन सोमवार को भाजपा के दस प्रत्याशियों के पर्चा दाखिल करने के बाद महेश चंद्र शर्मा ने भी अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है।
विधान परिषद की 12 सीट पर होने वाले चुनाव के लिए सोमवार को अंतिम दिन तीन बजे तक नामांकन का समय था। महेश चंद्र शर्मा ने करीब 12.30 बजे नामांकन पत्र दाखिल किया है। इस तरह से 12 सीट पर होने वाले चुनाव में 13वें नामांकन ने चुनाव का रोमांच बढ़ा दिया है। महेश चंद्र शर्मा के नामांकन में अपना दल के विधायकों ने प्रस्ताव के रूप में समर्थन दिया है। भाजपा के दस तथा सपा के दो प्रत्याशियों के बाद एक निर्दलीय के नामांकन से अब 13 प्रत्याशी मैदान में हैं।
महेश चंद्र शर्मा के नामांकन करने से विधान परिषद चुनाव में उठा-पटक भी बढ़ेगी और समाजवादी पार्टी के दूसरे प्रत्याशी के लिए खतरा भी हो सकता है।
इससे पहले भाजपा के दस प्रत्याशियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की मौजूदगी में विधान भवन में नामांकन पत्र दाखिल किया। सपा के अहमद हसन के साथ राजेंद्र चौधरी ने बीते शुक्रवार को ही अखिलेश यादव के नेतृतव में नामांकन दाखिल किया था।
सभी पचरें की दो दिन तक जांच होगी। 21 जनवरी को नामांकन पत्र वापस लेने का अंतिम दिन है। संख्या अगर 13 ही रहती है तो फिर 28 जनवरी को सुबह दस बजे से मतदान होगा और शाम को पांच बजे तक परिणाम घोषित होगा।
100 सदस्यीय विधान परिषद में सपा के अभी 55 सदस्य हैं। जिन 12 सीटों पर चुनाव हो रहा है, उसमें सपा के 6 सदस्य थे। उसे दो सदस्यों के जीतने का भरोसा है। ऐसे में सपा को 4 सदस्यों का नुकसान हो सकता है। 30 जनवरी के बाद उच्च सदन में सपा के 51 सदस्य रह जाएंगे। तब भी परिषद में बहुमत सपा का ही रहेगा।
–आईएएनएस
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