नई दिल्ली, 31 अक्टूबर (आईएएनएस)| एटलांटा स्थित ट्रांसपोर्ट एवं लाजिस्टिक कांग्लोमेरेट-यूपीएस ने दिल्ली और कोलोन रूट पर फ्लाइट्स का संचालन शुरू कर दिया है।
इस सेवा के तहत यूपीएस का सबसे बड़ा फ्रीइटर एअरक्राफ्ट बोइंग 747-8एफ बुधवार को नई दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एअरपोर्ट पर उतरा।
जीएमआर के स्वामित्व वाले दिल्ली इंटरनेशनल एअरपोर्ट लिमिटेड (डायल) ने एक बयान जारी कर दिल्ली-कोलोन रूट पर यूपीएस के पहले कार्गो विमान के दिल्ली में लैंडिंग की पुष्टि की।
डायल द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि यूपीएस की इस नई सेवा से उत्तर भारत में व्यवसायों को यूरोप व अमेरिका के बाजारों में पहुंचने के लिए ट्रांजिट में एक दिन ज्यादा तीव्रता एवं एक्सटेंडेड पिक-अप टाईम का फायदा मिलेगा।
जर्मनी में स्थित कोलोन यूपीएस का सबसे बड़ा इंटरनेशनल हब है और यह हर घंटे 1.9 लाख पैकेज हैंडल करता है।
डायल ने कहा है कि यूपीएस दिल्ली-कोलोन रूट पर संचालन के अलावा दिल्ली-दुबई-कोलोन रूट पर भी संचालन करेगा और इसके लिए बोइंग 767 विमान का उपयोग किया जाएगा।
भारतीय उपमहाद्वीप में यूपीएस के प्रबंध निदेशक राचिड फेरगाटी ने कहा, “यूपीएस की इस नई सेवा से उत्तर भारत में व्यवसायों को यूरोप व अमेरिका के बाजारों में पहुंचने में कम समय लगेगा।”
सरकार ने दिल्ली इंटरनेशनल एअरपोर्ट को इंटरनेशनल हब बनाने के लिए हाल ही में ट्रांसशिपमेंट एक्सीलेंस सेंटर (टीईसी) की स्थापना की है।
यूपीएस की इस सेवा से अब उत्तर भारत के बिजनेस को पश्चिमी बाजारों की तीव्र एक्सेस एवं एक्सटेंडेड पिकअप टाईम के साथ विलंबित कमर्शियल क्लियरेंस एवं ट्रांजिट में छोटे समय की सुविधा मिलेगी, जिससे यूरोप एवं अमेरिका के वृद्धि के अवसरों का लाभ उठाया जा सकेगा।
यूपीएस ने अपनी वैश्विक मौजूदगी बढ़ाने के लिए 49 नए हवाई जहाजों का आर्डर दिया है, जिनमें से 18 की डिलीवरी वह ले चुका है और शेष इसे 2022 तक प्राप्त हो जाएंगे।