सियोल, 1 मई (आईएएनएस)। उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन अपने स्वास्थ्य को लेकर जारी अटकलों के बीच लगातार 20वें दिन भी लोगों की नजर से बाहर हैं। इतना ही नहीं, शुक्रवार को मीडिया में सवाल उठाया गया कि उनके बाद इस परमाणु संपन्न राष्ट्र की कमान कौन संभालेगा।
किम को आखिरी बार 11 अप्रैल को राज्य मीडिया पर सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी की पोलित ब्यूरो की बैठक की अध्यक्षता करते हुए देखा गया था।
सियोल स्थित योनहैप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, राज्य मीडिया ने उसके बाद से राज्य के मामलों को लेकर उनके बारे में रिपोर्ट की है, जैसे कि विदेशी नेताओं को संदेश भेजना आदि लेकिन उनकी कोई तस्वीर या वीडियो जारी नहीं किया गया है।
किम के स्वास्थ्य के बारे में अटकलें लगना एक महत्वपूर्ण समारोह से उनकी अनुपस्थिति के बाद शुरू हुईं। ये समारोह उनके दिवंगत दादा और राष्ट्र के संस्थापक कहे जाने वोल किम इल-सुंग की 108 वीं जयंती के उपलक्ष्य में हुआ था।
पिछले हफ्ते सीएनएन की रिपोर्ट के बाद इस बारे में अटकलें बढ़ गईं, जिसमें एक अमेरिकी अधिकारी का हवाला देते हुए कहा गया कि वॉशिंगटन ने खुफिया जानकारी में पाया कि किम जोंग-उन एक सर्जरी के बाद ‘गंभीर खतरे’ में थे।
लेकिन, उत्तर कोरियाई राज्य मीडिया संस्थान जैसे कि मुख्य रोडोंग सिनमुन अखबार और आधिकारिक कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने किम जोंग-उन को राजनयिक पत्र भेजने और सम्मानित नागरिकों को उपहार देने जैसी नियमित खबरें प्रसारित की हैं।
योनहाप न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार को रोडोंग सिनमुन ने उत्तर कोरियाई लोगों से अपने नेता के प्रति एकजुट रहने का आग्रह किया।
अखबार ने कहा, “हमें अपने नेता के प्रति पूरी तरह से निष्ठावान रहना चाहिए और उस पर भरोसा करना चाहिए, चाहे हम पर कैसा भी तूफान क्यों न आ जाए।”
उत्तरी कैबिनेट के समाचार पत्र द मिंजू चोसन ने भी इसी तरह की रिपोर्ट की थी। इसने सार्वजनिक गतिविधियों और देश के नंबर 3 नेता पाक पोंग-जू और प्रीमियर किम जे-रयोंग सहित शीर्ष अधिकारियों के निरीक्षण स्थलों को लेकर खबरें कीं और संकेत दिया है कि सब कुछ सामान्य रूप से चल रहा था।
इस बीच, दक्षिण कोरिया के अधिकारियों ने अटकलों को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा कि इस बारे में कुछ असामान्य संकेत नहीं है कि उत्तर के नेता के साथ कुछ गलत हो सकता है। वो माने रहे हैं कि नेता वेन्सन के पूर्वी तट क्षेत्र में रह रहे हैं।
किम जोंग-उन का जनता की नजरों से ओझल होना दुर्लभ नहीं है।
सार्वजनिक दृश्य से उनकी सबसे लंबी अनुपस्थिति सितंबर 2014 में थी, जब वह एक 40 दिनों के लिए गायब हो गए और बाद में वे जब आए तो लंगड़ा कर चल रहे थे।
सियोल की खुफिया एजेंसी ने बाद में कहा कि उनके टखने से एक गांठ निकाली गई थी।
–आईएएनएस
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