मुंबई ने पहले बल्लेबाजी करते हुए क्विटन डी कॉक (67 रन, 39 गेंद, 4 चौके, 4 छक्के ) की मदद से 20 ओवरों में पांच विकेट के नुकसान पर 208 रन बनाए। हैदराबाद पूरे ओवर खेलने के बाद सात विकेट गंवा कर 174 रन ही बना पाई। मुंबई के लिए ट्रेंट बाउल्ट ने चार ओवरों में 28 रन देकर दो बड़े विकेट लिए।
छोटा मैदान होने के नाते इस स्टेडियम में बड़े स्कोर की उम्मीद तो थी। मुंबई ने वो बड़ा स्कोर हासिल भी किया लेकिन उसके द्वारा रखे गए 209 रनों के लक्ष्य के सामने हैदराबाद के लिए सिर्फ कप्तान डेविड वार्नर (60 रन, 44 गेंद, 5 चौके, 2 छक्के) ही संघर्ष कर सके। बाकी सभी बल्लेबाज विफल रहे।
मुंबई ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी। मुंबई की सलामी जोड़ी में से किसी एक का चलना तय था। रोहित (6) इस बार जल्दी आउट हो गए लेकिन डी कॉक ने रन किए।
सूर्यकुमार यादव (27) ने भी डी कॉक का साथ दिया लेकिन सूर्या एक बार फिर अच्छी शुरुआत को लंबा नहीं ले जा सके। सूर्या के स्थान पर आए ईशान किशन (31) ने मध्य के ओवरों में हैदराबाद के गेंदबाजों पर जमकर रन बटोरे। दोनों ने मिलकर तीसरे विकेट के लिए 78 रनों की साझेदारी की।
हैदराबाद के ट्रम्प कार्ड राशिद खान ने आखिरकार डी कॉक की पारी पर ब्रेक लगा दिया। किशन भी कुछ देर बाद आउट हो गए। उनके जाने पर मुंबई का स्कोर 15 ओवरों में 147/4 था।
आखिरी के पांच ओवरों में मुंबई ने कुल 61 रन जोड़े और इन ओवरों में हादिक पांड्या (28 रन, 19 गेंद, 2 चौके, 2 छक्के) का विकेट खोया। लेकिन कीरन पोलार्ड और क्रूणाल पांड्या ने मिलकर टीम को 200 रनों का आंकड़ा क्रॉस कराया। पोलार्ड ने 13 गेंदों पर तीन छक्कों की मदद से नाबाद 25 रन बनाए जबकि क्रूणाल ने महज चार गेंदें खेली और इनमें से दो पर चौके और दो पर छक्के मार नाबाद 20 रन बनाए।
हैदराबाद की तरफ से संदीप शर्मा और सिद्धार्थ कौल ने दो-दो विकेट लिए। राशिद खान को एक विकेट मिला।
मजबूत लक्ष्य की पीछा करने उतरी हैदराबाद की सारी उम्मीदें वार्नर और जॉनी बेयरस्टो से थी। बेयरस्टो (25) इस बार उम्मीदों को पूरा करने में विफल रहे।
हैदराबाद ज्यादा तेजी से रन नहीं बना पा रही थी। पावर प्ले में उसने 56 रन ही बनाए थे। पारी के 10वें ओवर की पांचवीं गेंद पर हैदराबाद ने मनीष पांडे (30) का विकेट भी गंवा दिया।
यहां से हैदराबाद को अगले 10 ओवरों में 115 रनों की जरूरत थी। इस मैदान की छोटी बाउंड्रीज को देखते हुए यह संभव भी हो सकता था, चाहिए थे तकरीबन 12 रन प्रति ओवर।
रोहित के लिए अब जो सबसे अहम विकेट थे वो थे वार्नर और केन विलियम्सन के विकेट। हैदराबाद को जीत यह दोनों ही दिला सकते थे। रोहित ने न्यूजीलैंड के ही बाउल्ट को गेंदबाजी पर लगाया और वो अपने कप्तान विलियम्सन (3) का विकेट लेने में सफल रहे।
पिछले मैच में अपनी प्रतिभा दिखाने वाले युवा बल्लेबाज प्रियम गर्ग (8) भी वार्नर को अकेला छोड़ गए।
वार्नर के रहते कुछ भी संभव था। किशन ने जेम्स पैटिनसन की गेंद पर वार्नर का शानदार कैच पकड़ हैदराबाद की हार को पक्का कर दिया। यहां से हैदराबाद को 26 गेंदों पर 67 रन चाहिए थे जो बो बना नहीं सकी।
–आईएएनएस
एकेयू/जेएनएस
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