इस मैच से पहले चेन्नई को सात मैचों में पांच में हार और दो में जीत मिली थी और प्लेऑफ की रेस में बने रहने के लिए लीग के दूसरे हाफ में उसे लगभग हर मैच में जीत जरूरी है। तीन बार की विजेता ने इसकी शुरुआत हैदराबाद के खिलाफ की।
चेन्नई ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवरों में छह विकेट पर 167 रन बनाए थे। हैदराबाद के लिए केन विलियम्सन (57 रन, 39 गेंद, 7 चौके) ने अकेले लड़ाई लड़ी, लेकिन टीम को जीत नहीं दिला पाए। कर्ण शर्मा ने 18वें ओवर की दूसरी गेंद पर उन्हें आउट कर हैदराबाद की उम्मीदों को तोड़ दिया। हैदराबाद 20 ओवरों में आठ विकेट गंवाकर 147 रन बना सकी।
डेविड वार्नर (9) को सैम कुरैन ने अपनी ही गेंद पर आउट कर चेन्नई को बड़ा विकेट दिला दिया। मनीष पांडे (4) टीम के लिए कुछ अच्छा कर पाते उससे पहले ही ड्वेन ब्रावो की डायरेक्ट थ्रो ने उन्हें रन आउट कर दिया। 27 रनों पर हैदराबाद ने दो विकेट गंवा दिए।
वार्नर के जोड़ीदार और तूफानी बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टो (23) विकेट पर थे। उन्हें साथ मिला विलियम्सन का। स्ट्रेटेजिक टाइम आउट के बाद जडेजा ने चालाकी से बेयरस्टो को बोल्ड किया। दोनों सिर्फ 32 रन ही जोड़ पाए।
युवा प्रियम गर्ग (16) को विलियम्सन का साथ देने की जरूरत थी और उन्होंने दिया भी, लेकिन वह कर्ण शर्मा द्वारा बिछाई गई रणनीति में फंस डीप मिडविकेट पर रवींद्र जडेजा को कैच दे बैठे।
हैदराबाद को 30 गेंदों पर 67 रनों की जरूरत थी। उम्मीदें विलियम्सन से थीं जो आउट हो गए।
राशिद खान ने आते ही बरसना शुरू किया और कर्ण के ओवर की तीन गेंदों पर 11 रन लिए और शाहबाज नदीम ने आखिरी गेंद पर चौका मारा। आखिरी दो ओवरों में हैदराबाद को 27 रनों की जरूरत थी। शार्दूल ठाकुर ने राशिद को आउट कर हैदराबाद की बची खुची उम्मीदें खत्म कर दी।
राशिद ने जिस गेंद पर शॉट मारा, उस पर वो हिट विकेट ही हुए और सीमा रेखा पर दीपक चहर के हाथों उन्होंने कैच आउट भी, लेकिन उनका विकेट हिटविकेट में आउट दिया गया।
इससे पहले, चेन्नई ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। चेन्नई ने अपनी सलामी जोड़ी में बदलाव किया और फाफ डु प्लेसिस के साथ कुरैन को बल्लेबाजी के लिए भेजा।
डु प्लेसिस तो तीसरे ओवर में गोल्डन डक का शिकार हुए लेकिन कुरैन को टीम ने जिस काम के लिए भेजा था उन्होंने वो काम अच्छे से किया। कुरैन ने तूफानी अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए तीन चौके और दो छक्के की सहायता से 21 गेंदों पर 31 रन बनाए। डु प्लेसिस और कुरैन दोनों के विकेट संदीप शर्मा ने लिए।
इसके बाद अंबाती रायडू और शेन वाटसन ने साझेदारी की। दोनों ने मिलकर 81 रन बनाए। 116 के कुल योग पर खलील एहमद ने रायडू को बोल्ड कर दिया। टीम के स्कोरबोर्ड में चार रन और जुड़ने के बाद वाटसन को टी. नटराजन ने वार्नर के हाथों कैच कराया।
धोनी अपनी पुरानी लय में आ रहे थे। दो चौके और हेलीकॉप्टर शॉट से एक शानदार छक्का लगा उन्होंने टीम को राहत दी लेकिन अगली गेंद को अच्छे से कनेक्ट नहीं कर पाए और कवर्स पर विलियम्सन ने उनका कैच पकड़ा। ब्रावो भी गोल्डन डक का शिकार हुए।
अंत मे रवींद्र जडेजा ने 10 गेंदों पर 25 रन बना टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया जिसका बचाव करने चेन्नई सफल रही।
चेन्नई की आठ मैचों में यह तीसरी जीत है और वह छह अंकों के साथ अंकतालिका में छठे नंबर पर पहुंच गई हैं।
–आईएएनएस
ईजेडए/एसजीके
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