मौजूदा विजेता मुंबई इंडियंस ने एक बार फिर इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के फाइनल में जगह बना ली है। मुंबई ने दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए 13वें सीजन के पहले क्वालीफायर में गुरुवार को दिल्ली कैपिटल्स को 57 रनों से एकतरफा हार दी।
इस हार के बाद दिल्ली का सफर खत्म नहीं हुआ है। वह अब दूसरा क्वालीफायर खेलेगी जहां एलिमिनेटर मुकाबले को जीतने वाली टीम से उसका सामना होगा। इसलिए दिल्ली के पहली बार फाइनल खेलने की उम्मीदें अभी खत्म नहीं हुई हैं।
मुंबई ने पहले बल्लेबाजी करते हुए ईशान किशन (नाबाद 55रन. 30 गेंद, 4 चौके, 3 छक्के), सूर्यकुमार यादव (51रन, 38 गेंद, 6 चौके, 2 छक्के) की तूफानी पारियों की दम पर 20 ओवरों में पांच विकेट गंवाकर 200 रनों का मजबूत स्कोर बनाया। दिल्ली पहली गेंद से ही इस लक्ष्य को हासिल करने की होड में नहीं दिखी। वह पूरे ओवर खेलने के बाद 143 रन ही बना सकी।
मुंबई की जीत के नायक जसप्रीत बुमराह भी रहे। इस गेंदबाजों ने चार ओवरों में 14 रन ही दिए और चार बड़े विकेट भी लिए। ट्रेंट बोल्ट ने दो ओवर ही फेंके। उन्होंने नौ रन दिए और दो विकेट निकाले।
दिल्ली के मार्कस स्टोयनिस ने मध्य के ओवरों में आक्रामक बल्लेबाजी तो की लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। स्टोयनिस ने छह चौके, तीन छक्कों की सहायता से 46 गेदों पर 65 रन बनाए।
दिल्ली को विशाल लक्ष्य मिला था और इसे हासिल करने के लिए उसे जरूरत थी मजबूत,आक्रामक शुरुआत की, लेकिन उसका स्कोरबोर्ड कुछ और ही कहानी बयां कर रहा था।
शिखर धवन, पृथ्वी शॉ और अजिंक्य रहाणे के सामने शून्य था। पहले लौटे शॉ फिर रहाणे और फिर धवन। शॉ और रहाणे को बोल्ट ने आउट किया। धवन, बुमराह का शिकार बने।
दिल्ली के कप्तान श्रेयस अय्यर (12) को भी बुमराह ने आउट किया। कप्तान के जाने के बाद दिल्ली का स्कोर 20/4 था। ऋषभ पंत (3) के लिए यह मैच कुछ कर दिखाने का मंच था। पंत इसमें सफल नहीं रहे। क्रूणाल पांड्या ने उन्हें आउट किया।
मैच दिल्ली से हाथ से निकल चुका था। चमत्कार ही उसे जीत दिला सकता था। स्टोयनिस ने अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से उसी चमत्कार को करने की कोशिश की। स्टोयनिस की पारी मनोंरजन के अलावा कुछ और नहीं कर सकी।
वह लंबे-लंबे शॉट्स मार अपने रनों के कॉलम को बढ़ा रहे थे। रोहित ने अपने हथियार बुमराह को वापस बुलाया। 16वां ओवर लेकर आए बुमराह ने पहली ही गेंद यॉर्कर फेंकी। स्टोयनिस के पास बोल्ड होने के सिवाए कोई विकल्प नहीं था। इसी ओवर में बुमराह ने डेनियल सैम्स को (0) को आउट कर अपना चौथा विकेट लिया।
अक्षर पटेल ने निचले क्रम में अच्छे हाथ दिखाए। केरन पोलार्ड की गेंद पर आउट होने से पहले उन्होंने तीन छक्के और दो चौकों की सहायता से 42 रन बनाए।
मुंबई ने इस मैच में फिर बताया कि उसकी बल्लेबाजी कितनी मजबूत है और किसी एक बल्लेबाज के ऊपर निर्भर नहीं है। रविचंद्रन अश्विन ने रोहित को शून्य पर ही आउट कर दिया था।
लेकिन इन-फॉर्म बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव और क्विटंन डी कॉक (40) ने इसका असर टीम पर पड़ने नहीं दिया। दोनों ने बिना किसी परेशानी के आसानी से बल्लेबाजी की। इस साझेदारी को भी अश्विन ने खत्म किया। डी कॉक ऑफ स्पिनर की गेंद पर धवन द्वारा लपके गए।
सूर्यकुमार ने अपना अर्धशतक पूरा किया, लेकिन इसके बाद वह ज्यादा आगे नहीं जा पाए। एनरिक नॉर्खिया ने उन्हें आउट किया। अश्विन ने एक बार फिर टीम के लिए बड़ी विकेट ली। उन्होंने इस बार पोलार्ड को आउट किया। पोलार्ड टीम के दूसरे बल्लेबाज रहे जो खाता नहं खोल पाए।
पोलार्ड के बाद हार्दिक पांड्या के आने की उम्मीद थी, लेकिन आए उनके भाई क्रूणाल। क्रूणाल सिर्फ 13 रन हो जोड़ सके।
कुछ विकेट लगातार गिर जाने के बाद दिल्ली वापसी करती दिख रही थी। दूसरे छोर पर खड़े किशन और हार्दिक ने उसकी उम्मीदों पर अपने आक्रामक अंदाज से पानी फेर दिया।
पांड्या ने तो दिल्ली के गेंदबाजों की जमकर पिटाई की। उन्होंने पांच छक्के लगाए और 14 गेंदों पर नाबाद 37 रन बनाए और ईशान ने आखिरी गेंद पर छक्का मार मुंबई का स्कोर 200 रन किया।
–आईएएनएस
This post was last modified on November 6, 2020 9:32 AM
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