मुंबई ने पहले बल्लेबाजी करते हुए रोहित शर्मा (80 रन, 54 गेंद, 3 चौके, 6 छक्के) और सूर्यकुमार यादव (47 रन, 28 गेंद, 6 चौके, 1 छक्के) की बेहतरीन पारियों की मदद से 20 ओवरों में पांच विकेट खोकर 195 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। कोलकाता का जिस तरह का बल्लेबाजी क्रम है उस देखकर संभव था कि वह यह लक्ष्य हासिल कर ले, लेकिन मुंबई के गेंदबाजों ने इसे मुमकिन नहीं होने दिया और कोलकाता को 20 ओवरों में नौ विकेट पर 146 रन तक ही जाने दिया।
196 रनों के लक्ष्य को पाने के लिए कोलकाता को तेज शुरुआत की जरूरत थी। शुभमन गिल के साथ सुनील नारेन ओपनिंग करने आए। गिल (7) को ट्रेंट बाउल्ट ने जल्दी पवेलियन भेज दिया। जेम्स पैटिनसन ने नरेन (9) को भी अपना बल्ला नहीं खोलने दिया। विकेटकीपर क्विंटन डी कॉक ने उनका कैच पकड़ा। कोलकाता को वो शुरुआत नहीं मिली जिसकी जरूरत थी।
नरेन और गिल जो नहीं कर पाए थे वो काम कप्तान दिनेश र्कार्तिक और नीतीश राणा ने कुछ हद तक किया। स्ट्रेटिजिक टाइम आउट तक इन दोनों ने टीम के स्कोर को 64 तक पहुंचा दिया। 10 ओवरों में टीम का स्कोर 71 रनों रनों पर दो विकेट था। यहां से कोलकाता को जीतने के लिए 125 रन चाहिए थे।
11वें ओवर फेंकने आए राहुल चहर ने पहली ही गेंद पर कार्तिक (30 रन, 23 गेंद, 5 चौके) को एलबीडबल्यू कर दिया। कार्तिक के बाद राणा (24 रन, 18 गेंद) केरन पोलार्ड का शिकार हो गए।
मुंबई के लिए खतरा अभी टला नहीं था क्योंकि कोलकाता के दो खतरनाक बल्लेबाज,जिनकी हिटिंग का विश्व लोहा मानता है- आंद्रे रसेल और इयोन मोर्गन विकेट पर आ गए थे।
अब सब कुछ इन्हीं दोनों पर था। मुंबई के गेंदबाजों ने पूरी रणनीति के साथ गेंदबाजी की। मोर्गन न ही रसेल मुंबई के गेंदबाजों के खिलाफ तेजी से रन बना पाए। बढ़ती रन रेट के कारण इन दोनों को जोखिम लेना ही था। इसी कोशिश में रसेल ने जसप्रीत बुमराह पर लंबा शॉट मारना चाहा लेकिन बोल्ड हो गए। तूफानी रसेल ने 11 गेंदों पर 11 रन बनाए। इसी ओवर में बुमराह ने मोर्गन को भी पवेलियन भेज अपनी टीम को राहत की सांस दी। मोर्गन 20 गेंदें खेलने के बाद 16 रन ही बना सके।
यहां से मुंबई की जीत महज औपचारिकता मात्र थी। पैट कमिंस ने चार छक्कों और एक चौके की मदद से 12 गेंदों पर 33 रन बनाए, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी।
इससे पहले, कोलकाता ने टॉस जीतकर मुंबई को बल्लेबाजी के लिए बुलाया। चेन्नई के खिलाफ तेज पारी खेलने वाले क्विंटन डी कॉक इस मैच में जल्दी आउट हो गए। शिवम मावी की गेंद पर पुल करने गए डी कॉक, निखिल नाइक के हाथों लपके गए।
रोहित और सूर्यकुमार को शुरू में थोड़ी परेशानी हुई, लेकिन दोनों ने संयम से बल्लेबाजी करते हुए रन बनाने जारी रखे। पावरप्ले में मुंबई का स्कोर एक विकेट पर 59 रन था।
पावर प्ले के बाद सातवां ओवर लेकर आए रसेल को रोहित शर्मा ने वही ट्रीटमेंट दिया जो रसेल बल्लेबाजी करते हुए गेंदबाजों को देते हैं। उन्होंने सातवें ओवर में एक चौका और एक छक्का लगाया और कुल 13 रन वसूल किए।
स्ट्रेटिजिक टाइम आउट तक मुंबई ने आठ ओवरों में एक विकेट खोकर 83 रन बना लिए थे। दोनों खिलाड़ी अपने अर्धशतक की ओर आसानी से जा रहे थे। लेकिन सूर्यकुमार अर्धशतक पूरा करने से तीन रन पहले ही रन आउट हो गए। रोहित अपने अर्धशतक से नहीं चूके। उन्होंने अपना अर्धशतक पूरा किया और अपनी लय में रन बनाते रहे।
सूर्यकुमार के बाद रोहित ने सौरव तिवारी के साथ पारी को बनाया। सौरव (21 रन, 13 गेंद, 1 चौका, 1 छक्का)147 के कुल स्कोर पर रोहित का साथ छोड़ गए। नरेन की गेंद पर पैट कमिंस ने उनका कैच पकड़ा।
उम्मीद थी कि हार्दिक पांड्या पहले मैच की कसर निकालेंगे और इस मैच में तूफानी पारी खेलेंगे। उन्होंने दो चौके और एक छक्का भी लगाया, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से हिटविकेट हो गए।
कोलकाता को पहला विकेट दिलाने वाले मावी ने रोहित को अपना दूसरा शिकार बनाया। अंत में पोलार्ड (13) और क्रुणाल पांड्या (1) नाबाद लौटे।
मावी कोलकाता के सबसे प्रभावी और सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने चार ओवरों में 32 रन दिए और दो विकेट भी लिए। एक ओवर मेडेन भी फेंका।
–आईएएनएस
This post was last modified on September 24, 2020 9:33 AM
नवीन शिक्षण पद्धतियों, अत्याधुनिक उद्यम व कौशल पाठ्यक्रम के माध्यम से, संस्थान ने अनगिनत छात्रों…
इतिहासकार प्रोफ़ेसर इम्तियाज़ अहमद ने बिहार के इतिहास पर रौशनी डालते हुए बताया कि बिहार…
अब आवेदन की तारीख 15 जुलाई से 19 जुलाई तक बढ़ा दी गई है।
पूरे दिल्ली-NCR में सर्विस शुरु करने वाला पहला ऑपरेटर बना
KBC 14 Play Along 23 September, Kaun Banega Crorepati 14, Episode 36: प्रसिद्ध डिजाइनर्स चार्ल्स…
राहुल द्रविड़ की अगुवाई में टीम इंडिया ने 1-0 से 2007 में सीरीज़ अपने नाम…