बेंगलोर की टीम 207 रनों के लक्ष्य के सामने 17 ओवरों में 109 रनों पर ढेर हो गई। वह राहुल के निजी स्कोर की भी बराबरी नहीं कर सकी।
अपने पहले मैच में बेहतरीन अर्धशतकीय पारी खेलने वाले देवदत्त पडिकल आज एक रन ही बना सके। वो पहले ही ओवर में आउट हो गए। जोश फिलिपे को टीम ने ऊपरी क्रम में भेजा लेकिन वो भी विफल रहे। वो खाता भी नहीं खोल पाए।
कप्तान कोहली ने राहुल के दौ कैच छोड़े थे। वह निश्चित तौर पर बल्ले से रन करके इसकी भरपाई करना चाहते थे लेकिन शेल़्डन कॉटरेल की गेंद को पुल करने के कोशिश में वह रवि बिश्नोई को कैच दे बैठे। कोहली (1) के जाने के बाद बेंगलोर के स्कोर चार रनों पर तीन विकेट हो गया था।
अब्राहम डिविलियर्स और एरॉन फिंच के रहते टीम को उम्मीदें अभी बनी हुई थीं। यह दोनों अच्छा खेल भी रहे थे, लेकिन स्पिन के जाल में एक बार फिर यह दोनों बल्लेबाज फंस गए।
रवि बिश्नोई ने फिंच (20 रन, 21 गेंद) और मुरुगन अश्विन ने डिविलियर्स (28 रन, 18 गेंद) को आउट कर बेंगलोर को कमजोर कर दिया। बेंगलोर का स्कोर पांच विकेट पर 57 रन था और यहां से जीत के लिए बेंगलोर को चमत्कार की जरूरत थी।
शिवम दुबे (12), उमेश यादव (0), वॉशिंगटन सुंदर (30), नवदीप सैनी (6) और युजवेंद्र चहल (1) जल्दी-जल्दी पवेलयन लौट लिए और टीम पूरे ओवर भी नहीं खेल पाई
पंजाब के लिए बिश्नोई और मुरुगन अश्विन ने तीन विकेट लिए।
इससे पहले राहुल ने बेंगलोर के गेंदबाजों की खूब पिटाई की। वह कप्तान की तरह शुरू से लेकर अंत तक टिके रहे। कोहली ने राहुल के दौ कैच छोड़े जिसका खामियाजा टीम को भुगतना पड़ा क्योंकि 19वें ओवर में राहुल ने डेल स्टेन पर तीन छक्के और दो चौके मारे। 20वें ओवर में भी राहुल ने 10 रन बटोरे। इन्हीं रनों के दम पर पंजाब ने 206 रन बनाए।
राहुल और मयंक ने बेंगलोर को सधी हुई शुरुआत दी। पावरप्ले में टीम का स्कोर बिना किसी विकेट के 50 रन बना लिए थे।
कोहली ने इस साझेदारी को तोड़ने के लिए अपने सबसे भरोसेमंद गेंदबाज लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल को गैंद सौंपी। कोहली की चाल कामयाब रही और चहल की गुगली मयंक (26 रन, 20 गेंद) की चकमा दे कर उनके विकेट ले उड़ी। यह विकेट 57 रनों प गिरा।
स्ट्रेट़ेजिक टाइम आउट तक पंजाब ने नौ ओवरों में एक विकेट खोकर 70 रन बना लिए थे।
राहुल और निकोलस पूरन दोनों बेंगलोर के गेंदबाजों को आराम से खेल रहे थे। इस बीच राहुल ने 12वें ओवर की पहली गेंद पर एक रन ले अपने 50 रन पूरे किए।
बेंगलोर के गेंदबाजों को विकेट नहीं मिल रहे थे। कोहली ने गेंदबाजी में बदलाव किया और शिवम के गेंदबाजी पर बुलाया। दुबे ने निकोलस पूरन (17) को और फिर ग्लैन मैक्सेवेल (5) को पवेलियन भेज बेंगलोर को रोहत दी।
राहुल दूसरे छोर पर थे और वो बेंगलोर के लिए खतरा थे। विराट कोहली ने इस खतरे के दो कैच छोड़ राहुल को दो जीवन दान दिए जो बेंगलोर के लिए खतरनाक रहे। यहां से राहुल ने एक्सीलेटर पर पैर रख दिया।
बेंगलोर के लिए दुबे ने दो विकेट लिए। चहल ने चार ओवरों में 25 रन देकर एक विकेट लिया।
–आईएएनएस
एकेयू/एसजीके
नवीन शिक्षण पद्धतियों, अत्याधुनिक उद्यम व कौशल पाठ्यक्रम के माध्यम से, संस्थान ने अनगिनत छात्रों…
इतिहासकार प्रोफ़ेसर इम्तियाज़ अहमद ने बिहार के इतिहास पर रौशनी डालते हुए बताया कि बिहार…
अब आवेदन की तारीख 15 जुलाई से 19 जुलाई तक बढ़ा दी गई है।
पूरे दिल्ली-NCR में सर्विस शुरु करने वाला पहला ऑपरेटर बना
KBC 14 Play Along 23 September, Kaun Banega Crorepati 14, Episode 36: प्रसिद्ध डिजाइनर्स चार्ल्स…
राहुल द्रविड़ की अगुवाई में टीम इंडिया ने 1-0 से 2007 में सीरीज़ अपने नाम…