नई दिल्ली, 24 जून (आईएएनएस)| इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में खेलने की उत्सुकता ने इंग्लैंड एवं वेल्स में जारी आईसीसी विश्व कप-2019 में दक्षिण अफ्रीका का बेड़ा गर्क किया। यही कारण है कि यह टीम आज निराशाजनक तौर पर विश्व कप से असमय बाहर होने पर मजबूर हुई।
बाहर होने पर मजबूर हुई।
भारत, बांग्लादेश और इंग्लैंड में हारने के बाद फाफ डू प्लेसिस की टीम को रविवार को पाकिस्तान के खिलाफ भी हार मिली और इसी के साथ उसका सफर समाप्त हो गया।
क्रिकेट साउथ अफ्रीका चाहता था कि उसके खिलाड़ी विश्व कप के लिए अलग से विशेष तैयारी करें लेकिन कप्तान प्लेसिस सहित कई प्रमुख खिलाड़ी आईपीएल में खेलकर पैसा कमाने के लिए ज्यादा उत्सुक थे। इस सम्बंध में सीएसए की टीम प्रबंधन के साथ एक मीटिंग भी हुई थी, जिसमें खिलाड़ियों को आईपीएल के लिए रिलीज करने या नहीं करने पर चर्चा हुई थी।
सीएसए के एक अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, “सीईओ ताबांग मूरो, अध्यक्ष क्रिस नेंजानी और कोच ओटिस गिब्सन ने आईपीएल के लिए खिलाड़ियों को रिलीज करने को लेकर एक मीटिंग की थी। यह मीटिंग श्रीलंका दौरे के दौरान हुई थी। मुझे नहीं पता कि टीम प्रबंधन भी यही चाहता था कि खिलाड़ी विश्व कप की तैयारी के लिए समय से पहले लौट आएं लेकिन सीईओ और अध्यक्ष इसके पक्ष में थे। खिलाड़ियों ने हालांकि आईपीएल में खेलने की तीव्र इच्छा जाहिर की थी।”
आईपीएल के बीच में कगीसो रबाडा को चोट लगी तो उन्हें सामान पैक करके स्वदेश लौटने को कहा गया, जिससे कि वह विश्व कप के लिए तरोताजा हो सकें लेकिन रबाडा इसके बावजूद विश्व कप में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके क्योंकि उनके हिस्से सिर्फ छह विकेट आए।
पाकिस्तान के साथ हुए मैच के बाद प्लेसिस ने माना कि उनकी टीम ने अपनी क्षमता के साथ न्याय नहीं किया। प्लेसिस ने कहा, “हम अच्छा नहीं खेले। हमने इस टूर्नामेंट में अब तक गेंद के साथ अच्छा प्रदर्शन किया था लेकिन आज हम उसमें भी नाकाम रहे। साथ ही हमारी बल्लेबाजी भी नहीं चली। कुल मिलाकर एक टीम के तौर पर हम अपनी काबिलियत के साथ इंसाफ नहीं कर सके । हमारे लिए यही सबसे बड़ी नाकामी रही।”
प्लेसिस ने कहा कि उनकी टीम में क्षमता और काबिलियत की कमी नहीं थी लेकिन कुछ एक को छोड़कर अन्य कोई भी उसे क्रिकेट के इस महाकुम्भ में मैदान में दिखा नहीं सका।
बकौल प्लेसिस, “हम उस तरह की क्रिकेट नहीं खेले, जिस तरह की खेल सकते थे। मेरे लिए सबसे बड़ी निराशा की बात यह है कि हमने बार-बार खुद को शर्मसार किया जबकि हमारे पास विश्व कप में खेल रही सभी टीमों को हराने की क्षमता थी। हम खुद पर यकीन नहीं कर सके और नतीजा यह है कि आज हमारी इस टूर्नामेंट से असमय विदाई हो चुकी है।”
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