आईसीसी में बीसीसीआई को नेतृत्व करने की जरूरत

Follow न्यूज्ड On  

नई दिल्ली, 28 अप्रैल (आईएएनएस)। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के 12 पूर्ण सदस्यों के सीईओ और तीन संबद्ध सदस्यों के सीईओ ने पिछले सप्ताह मुख्य कार्यकारी समिति की बैठक में हिस्सा लिया।

बैठक में कोरोनोवायरस के प्रकोप को लेकर आगे की रोडमैप पर चर्चा होनी थी, लेकिन बैठक में बीसीसीआई का प्रतिनिधित्व कर रहे जय शाह ने अपने विचारों से सबको प्रभावित किया।

बैठक की जानकारी रखने वाले एक कार्यकारी ने आईएएनएस से कहा कि आईसीसी की मुख्य कार्यकारी समिति की बैठक में शाह ना केवल अपने भाषण को लेकर स्पष्ट थे, बल्कि उन्होंने वहां सार्थक योगदान भी दिया, जो पिछले प्रतिनिधि से अलग और स्वागत योग्य है।

कार्यकारी ने कहा, “इस महामारी के सामाजिक और आर्थिक प्रभाव को देखते हुए इस समय आईसीसी को एक ऐसे ही नेतृत्व की आवश्यकता है। इस मुश्किल समय में बीसीसीआई क्या देख रहा है, इसे देखते हुए उन्होंने शानदार काम किया।”

एक अन्य कार्यकारी ने बताया कि कैसे अन्य सदस्यों को यह बताना था कि “हम यहां मदद करने के लिए हैं और संकोच करने के लिए नहीं।”

उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि यह एक स्पष्ट संदेश था कि बीसीसीआई एक दोस्त है, जो सभी की मदद करने के लिए तैयार है और यह ठीक वैसा ही जिसे इस समय आईसीसी की जरूरत है। इसके लिए बीसीसीआई और इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) को साथ आने और मदद करने की जरूरत है। आपको यह समझना होगा कि इस समय सदस्य संघों को आर्थिक संकट से उबरने में मदद के लिए भारतीय और इंग्लैंड की टीमों की जरूरत है और इसके लिए आपको बीसीसीआई की ओर से मजबूत नेतृत्व की आवश्यकता है।”

सदस्य बोर्ड इस बात से काफी सहमत हैं कि क्रिकेट की दुनिया को इस समय इंडियन प्रीमियर लीग की जरूरत पहले से कहीं ज्यादा है।

एक कार्यकारी ने कहा, “देखिए, इस समय आपके पास दर्शकों के बिना कोई टेस्ट मैच नहीं है, क्योंकि इससे आपको राजस्व की प्राप्ति नहीं होगी। लेकिन आईपीएल से ना केवल बीसीसीआई को राजस्व मिलेगा, बल्कि इस लीग से अन्य बोडरें को फायदा होगा क्योंकि इससे उनके खिलाड़ियों के वेतन में से 10 फीसदी फीस मिलेगी। मौजूदा हालात में यह बहुत जरूरी है और आप इसे नकार नहीं सकते।”

बैठक में बीसीसीआई सचिव द्वारा अपनी भूमिका को लेकर बीसीसीआई अधिकारी ने कहा कि भारतीय बोर्ड ने हमेशा आईसीसी और उसके सदस्यों के हितों का ध्यान रखा है।

उन्होंने कहा, “यह हमेशा देखने को मिला है कि बीसीसीआई नेतृत्व करने और आईसीसी तथा उसके सदस्य बोडरें के लिए अधिक राजस्व के लिए तैयार रहता है। यह एक स्वागत योग्य बदलाव है, क्योंकि पिछले तीन वर्षों के दौरान जो प्रतिनिधित्व कर रहे थे, वे महत्वपूर्ण योगदान नहीं दे पा रहे थे। एक बीसीसीआई अधिकारी के रूप में यह जानकर खुशी होती है कि हम पिछले तीन वर्षों में हम एक बार फिर से आईसीसी में ध्यान का पात्र बन गए हैं, जिसे एक बार फिर से गंभीरता से लिया जा रहा है।”

–आईएएनएस

Share

Recent Posts

जीआईटीएम गुरुग्राम ने उत्तर भारत में शीर्ष प्लेसमेंट अवार्ड अपने नाम किया

नवीन शिक्षण पद्धतियों, अत्याधुनिक उद्यम व कौशल पाठ्यक्रम के माध्यम से, संस्थान ने अनगिनत छात्रों…

March 19, 2024

बिहार के नींव डालने वाले महापुरुषों के विचारों पर चल कर पुनर्स्थापित होगा मगध साम्राज्य।

इतिहासकार प्रोफ़ेसर इम्तियाज़ अहमद ने बिहार के इतिहास पर रौशनी डालते हुए बताया कि बिहार…

March 12, 2024

BPSC : शिक्षक भर्ती का आवेदन अब 19 तक, बिहार लोक सेवा आयोग ने 22 तक का दिया विकल्प

अब आवेदन की तारीख 15 जुलाई से 19 जुलाई तक बढ़ा दी गई है।

July 17, 2023

जियो ने दिल्ली के बाद नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद में ट्रू5जी सर्विस शुरु की

पूरे दिल्ली-NCR में सर्विस शुरु करने वाला पहला ऑपरेटर बना

November 18, 2022

KBC 14: भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान कौन थे, जिन्होंने इंग्लैंड में भारत को अंतिम बार एक टेस्ट सीरीज जिताया था?

राहुल द्रविड़ की अगुवाई में टीम इंडिया ने 1-0 से 2007 में सीरीज़ अपने नाम…

September 23, 2022