इस्लामाबाद , 20 जुलाई (आईएएनएस)| भ्रष्टाचार के आरोप में पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री शाहिद खाकन अब्बासी की गिरफ्तारी से पहले एनएबी द्वारा पूछे गए सवालों का उन्होंने जो जवाब दिया उससे अब्बासी की प्रतिभा और तकनीकी जानकारी के आगे जांच एजेंसी की योग्यता कमतर प्रतीत होती है।
यह बात पाकिस्तानी मीडिया में कही गई है। समाचार पोर्टल ‘द न्यूज’ की शनिवार की एक रिपोर्ट के अनुसार, नेशनल अकाउंटैबिलिटी ब्यूरो (एनएबी) ने अब्बासी से सवाल किया कि धन की बचत करने के लिए पीक्यूए (पोर्ट कासिम अथॉरिटी) स्थित एसएसजीसीएल के एलपीजी टर्मिनल का संचालन एलएनजी के लिए क्यों नहीं किया गया। इस पर पूर्व प्रधानमंत्री ने अपने जवाब में कहा कि एलपीजी और एलएनजी के नाम एक समान हैं लेकिन उनमें समानता नहीं है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि इससे एनएबी के प्रतिभाशाली लोगों के पास कितनी तकनीकी जानकारी है, इसके बारे में पता चलता है कि जिन्होंने एलएनजी टर्मिनल मामले में अब्बासी की गिरफ्तारी करते समय यह भी नहीं बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री ने कौन-सा भ्रष्टाचार का काम किया है।
‘द न्यूज’ ने एनएबी की प्रश्नावली और अब्बासी के जवाब की एक प्रति होने का दावा करते हुए बताया कि इन सवालों और जवाबों को पढ़ने से मसले के संबंध में एनएबी के पास जानकारी की कमी उजागर होती है जबकि पूर्व प्रधानमंत्री के जवाब से इस विषय पर उनकी पकड़ का पता चलता है।
पाठकों की जानकारी के लिए द न्यूज ने एलएनजी मामले में अब्बासी से पूछे गए कुछ अहम सवाल और उनके जवाब प्रकाशित किए हैं।
एनएबी ने अब्बासी से पूछा कि एसएसजीसीएल के पास पीक्यूए में अपना एलपीजी टर्मिनल था, ऐसे में एन्ग्रो टर्मिनल को स्वीकृति देने के बजाय अपने एसएसजीसीएल टर्मिनल का संचालन नहीं किए जाने का क्या कारण था? इससे एग्रो को दिया गया किराया व रेट्रोफिटिंग के लिए किया गया अन्य भुगतान के पैसे की बचत हो सकती थी।
इस पर अब्बासी ने अपने जवाब में कहा, “तरलीकृत पेट्रोलियम गैस (एलपीजी) और तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) सुनने में नाम समान है लेकिन उनमें समानता नहीं है। उनके रासायनिक लक्षण और उनका इस्तेमाल करने की प्रक्रिया पूरी तरह से अलग-अलग है। एलपीजी टर्मिनल मूल रूप से अनलोड करने के लिए है जहां एलपीजी टैंकर से उतारी जाती है जोकि आमतौर 15,000 मीट्रिक टन होती है और उसे पाइपलाइन के माध्यम से भंडारण वाले टैंक में लाया जाता है जो तरलीकृत रूप से होती है।”
उन्होंने एलएनजी टर्मिनल के बारे में कहा, “जहां एलएनजी में व्यापक सुविधा होती है जहां प्राकृतिक गैस तरल के रूप में 110 डिग्री केल्विन के क्रायोजेनिक तापमान पर होती है और उसे टैंकर से उतारा जाता है जिसका आकार आमतौर पर 50,000 मीट्रिक टन होता है और उसे क्रायोजेनिक ट्रांसमिशन के जरिए एलएनजी भंडार और री-गैसीफिकेशन प्लांट में किया जाता है जहां इसे प्राकृतिक गैस में बदलकर उच्च दाब पर गैस पाइपलाइन के माध्यम से इसका परिवहन युटिलिटीज ट्रांसमिशन व डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम में किया जाता है।”
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री अब्बासी ने एनएबी के अन्य सवालों का भी जवाब इसी प्रकार अपनी तकनीकी जानकारी और प्रतिभा के साथ दी।
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