वाशिंगटन, 29 जनवरी (आईएएनएस)| अमेरिकी न्याय विभाग ने चीनी तकनीकी दिग्गज हुआवेई और उसके मुख्य वित्तीय अधिकारी मेंग वानझोऊ के खिलाफ बैंक धोखाधड़ी, न्याय में बाधा और प्रौद्योगिकी की चोरी समेत कई मामलों में आपधारिक आरोप दायर किए हैं, जिसे चीन ने ‘अनुचित दमन’ करार देते हुए इसकी निन्दा की है। हुआवेई, उसके दो सहयोगियों और मेंग के खिलाफ बैंक और वायर धोखाधड़ी के आरोप सहित कुल 13 आरोप दायर किए गए हैं। कंपनी पर ईरान पर अमेरिका द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों का उल्लंघन करने और जांच से संबंधित न्यायप्रणाली में बाधा डालने की साजिश रचने का भी आरोप है।
हुआवेई और मेंग दोनों ही आरोपों से इनकार किया हैं। इससे वाशिंगटन और बीजिंग के बीच तनाव में वृद्धि हो सकती है और फर्म के वैश्विक विस्तार के प्रयासों को असर पड़ सकता है।
अमेरिका के कार्यवाहक अटॉर्नी जनरल मैथ्यू व्हाइटेकर ने एक बयान में कहा, “आज (सोमवार) हम घोषणा कर रहे हैं कि हम दूरसंचार क्षेत्र की दिग्गज कंपनी हुआवेई और उसकी सहयोगियों के खिलाफ लगभग दो दर्जन कथित अपराधों के लिए आपराधिक आरोप लगा रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “इस अभियोग में 10 साल पहले से की जा रही आपराधिक गतिविधियों को शामिल किया गया है, जिसमें कंपनी के शीर्ष स्तर तक की भागीदारी है।”
व्हिटकर ने कहा, “चीन को अपने नागरिकों और चीनी कंपनियों को कानून का पालन करने के लिए जवाबदेह ठहराना होगा।”
इसके जवाब में चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि वह हुआवेई और मेंग के खिलाफ अमेरिकी न्याय विभाग द्वारा दायर आपराधिक मुकदमे को लेकर बहुत ‘चिंतित’ है।
द न्यूयॉर्क टाइम्स की रपट में कहा गया है कि कई अभियोग लगाए गए हैं, जिसके कई हिस्से सीलबंद हैं।
एक अभियोग में हुआवेई पर आरोप है कि वह अमेरिका टी-मोबाइल को मालिकाना हक वाले फोन परीक्षण प्रौद्योगिकी ‘टैपी’ को सालों से चुराने की कोशिश कर रही थी। उसने टी-मोबाइल को हैंडसेट की आपूर्ति की थी और इसके चलते हुआवेई को टैपी के संबंध में कुछ जानकारियां मिली थीं।
लेकिन इस महीने की शुरुआत में चीनी कंपनी ने कहा कि टी-मोबाइल के साथ विवादों को 2017 में सुलझा लिया गया था। उस समय अदालत ने पाया था कि “टी मोबाइल के ट्रेड सीक्रेट चुराने को लेकर कंपनी के ऊपर दुर्भावनापूर्ण आचरण या इससे किसी प्रकार का नुकसान पहुंचने का दावा साबित नहीं होता है।”
मेंग को पिछले महीने वैंकूवर में अमेरिका के अनुरोध पर गिरफ्तार किया गया था। कनाडा में मेंग की जमानत पर सुनवाई के दौरान भी अमेरिका के संघीय अभियोजकों ने ऐसे ही आरोप लगाए थे।
इसमें दावा किया गया कि हुआवेई ने स्काईकॉम नामक एक सहायक कंपनी के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबंधों का उल्लंघन करते हुए ईरान के साथ लेन-देन किया और चार बड़े बैंकों को धोखा दिया।
मेंग को इस समय वैंकूवर में नजरबंद रखा गया है।
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