भोपाल, 1 जून (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए लॉकडाउन चार चरण मे चला और पांचवें चरण में अनलॉक के पहले चरण की सोमवार से शुरुआत हुई है। इसके चलते जहां सड़कों पर एक बार फिर चहल-पहल नजर आने लगी है। आम लोग अपने कामों को निपटाने में लगे हैं तो सरकारी दफ्तरों में भी आवाजाही बढ़ गई है।
राज्य में सार्वजनिक परिवहन को छोड़कर निजी वाहनों से पूरे प्रदेश में आने-जाने की छूट मिल गई है और कहीं भी जाने के लिए ई-पास की जरुरत नहीं है। सड़कों मे लगभग दो माह बाद इतनी चहल पहल नजर आ रही है। बाजारों में लोगों की निर्बाध गति से आवाजाही शुरू हो गई है। सेाशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए लोग बाजारों में खरीदी करने पहुंच रहे है। सब्जी दुकानें पर्याप्त संख्या में खुली है। राशन से लेकर दीगर दुकानों पर भी आवश्यक सामान खरीदने वालों की भीड़ है।
राजधानी के शिवाजी नगर में एक दुकान के संचालक महेश कुमार का कहना है कि कोरोना से बचने के लिए आवश्यक दिशा निर्देशों का पालन करते हुए ग्राहकों को सामान दिया जा रहा है। सरकार द्वारा अनलॉक का पहला चरण शुरू किए जाने से लोगों में एक तरफ जहां कोरोना का भय कम होगा वहीं सोशल डिस्टेंसिंग के साथ और तमाम एहतियात बरतते हुए जिंदगी जीने की आदत पड़ेगी।
इसी तरह वहीं विभिन्न औद्योगिक संस्थानों में भी गतिविधियां जारी है। इन संस्थानों के कर्मचारियों के लिए केंद्र सरकार के दिशा निर्देशों के आधार पर सरकार ने बसें चलाने की भी अनुमति दे दी है। इसके चलते औद्योगिक संस्थानों में भी कर्मचारियों की उपस्थिति बढ़ी है।
राज्य सरकार ने इंदौर, उज्जैन, नीमच और बुरहानपुर के नगरीय क्षेत्रों के बाजारों की एक चौथाई दुकानें, भोपाल के बाजारों की एक तिहाई दुकानें बारी-बारी, देवास, खंडवा नगर निगम तथा धार एवं नीमच नगर पालिका क्षेत्र की आधी-आधी दुकानें बारी-बारी से खुलने की व्यवस्था की है और इसके अलावा शेष प्रदेश में दुकानों के खुलने पर कोई प्रतिबंध नहीं है।
सभी शासकीय और प्राइवेट कार्यालय इंदौर, उज्जैन और भोपाल नगर निगम क्षेत्र में 50 प्रतिशत कर्मचारियों के साथ और शेष प्रदेश में पूरी क्षमता से खुल रहे हैं। उन्हें स्क्रीनिंग और स्वच्छ रखने की हिदायत दी गई है। साथ ही थर्मल स्कैनिंग, हैंड वाश और सैनिटाइजर का प्रावधान सभी प्रवेश और निकास द्वारों और सामान्य क्षेत्रों में किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कहना है कि केंद्र सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए चरणबद्घ तरीके से आर्थिक गतिविधियों को संचालित किया जाएगा। अब रात नौ बजे से सुबह पांच बजे तक ही कर्फ्यू रहेगा। इस दौरान आवश्यक गतिविधियों को छोड़कर आवागमन पूरी तरह प्रतिबािंधत रहेगा। अभी शिक्षण संस्थाओं केा नहीं खोला जा रहा है।
एक तरफ जरुरी सामान की दुकानें खुलने से आम लोग राहत की सांस ले रहे है। वहीं सरकारी और निजी कार्यालयों में रेड जोन भोपाल, इंदौर और उज्जैन को छोड़कर सभी स्थानो ंपर सरकारी कर्मचारियों की उपस्थिति सोमवार से बढ़ गई है।
तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के महामंत्री लक्ष्मी नारायण शर्मा का कहना है, “कोरोना से बचाव का सबसे बड़ा हथियार सोशल डिस्टेंसिंग है, मगर सरकारी दफ्तरों में कर्मचारियों की संख्या बढ़ने से इस पर अमल करने के इंतजाम नहीं किए गए है। वही गर्मी होने से कर्मचारियों के लिए आवश्यक सुविधाओं का भी इंतजाम नहीं है। सरकार का कार्यालयों मे ंउपस्थ्ििात बढ़ाने का फैसला घातक सिद्घ होगा और मरीजों की संख्या भी बढ़ने से रोकी नहीं जा सकेगी, क्योंकि हमारे पास इस बीमारी से लड़ने के लिए आवश्यक साधन नहीं है।”
–आईएएनएस
नवीन शिक्षण पद्धतियों, अत्याधुनिक उद्यम व कौशल पाठ्यक्रम के माध्यम से, संस्थान ने अनगिनत छात्रों…
इतिहासकार प्रोफ़ेसर इम्तियाज़ अहमद ने बिहार के इतिहास पर रौशनी डालते हुए बताया कि बिहार…
अब आवेदन की तारीख 15 जुलाई से 19 जुलाई तक बढ़ा दी गई है।
पूरे दिल्ली-NCR में सर्विस शुरु करने वाला पहला ऑपरेटर बना
KBC 14 Play Along 23 September, Kaun Banega Crorepati 14, Episode 36: प्रसिद्ध डिजाइनर्स चार्ल्स…
राहुल द्रविड़ की अगुवाई में टीम इंडिया ने 1-0 से 2007 में सीरीज़ अपने नाम…