असम में सोमवार से चुनाव प्रचार की शुरुआत करेंगी प्रियंका गांधी

Follow न्यूज्ड On  

नई दिल्ली, 28 फरवरी (आईएएनएस)। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सोमवार से दो दिनों के लिए असम में चुनाव प्रचार करेंगी। प्रदेश में कांग्रेस नीत गठबंधन सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ चुनाव लड़ रहा है।

उनके कार्यालय ने इस आशय की सूचना देते हुए कहा है कि प्रियंका गांधी वाड्रा 1 और 2 मार्च को चुनाव प्रचार के लिए असम में होंगी।

पहले दिन, वह गुवाहाटी के कामाख्या मंदिर में प्रार्थना करेंगी और एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लेंगी।

उसके बाद वह पार्टी पदाधिकारियों को संबोधित करने के लिए उत्तरी लखीमपुर जिले के सोनारी गांव पंचायत का दौरा करेंगी। लखीमपुर में वह बेरोजगार युवाओं के लिए एक राज्यव्यापी विरोध अभियान भी शुरू करेंगी।

इस दौरान वह माधवदेव जनमस्थान और रंगजान भी जाएंगी और गोहपुर में कनकलता बरुआ की प्रतिमा पर श्रद्धांजलि अर्पित करेंगी।

कांग्रेस ने चाय बागान के श्रमिकों की स्थिति पर ध्यान केंद्रित किया है। इसके मद्देनजर, दूसरे दिन प्रियंका सधारु चाय बगान में महिला मजदूरों के साथ बातचीत करेंगी। वह तेजपुर में महाभैरव मंदिर में भी प्रार्थना करेंगी और बाद में एक रैली को संबोधित करेंगी।

सूत्रों का कहना है कि प्रियंका गांधी अब तक उत्तर प्रदेश तक ही सीमित रही हैं, लेकिन अब पार्टी के लिए पूरी तरह से व्यापक प्रचार अभियान में जुट गई हैं। केरल, पुडुचेरी और पश्चिम बंगाल की भी यात्रा करेंगी। राहुल गांधी तमिलनाडु में मोर्चा संभालेंगे।

इस बीच, सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सहयोगी बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) के पार्टी के साथ संबंध तोड़ने और विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस के नेतृत्व वाले महागठबंधन में शामिल होने की घोषणा से कांग्रेस को मनोबल मिला है।

कांग्रेस ने पहले तीन वामपंथी दलों सीपीआई (एम), सीपीआई और सीपीआई-एमएल के साथ-साथ दो क्षेत्रीय दल ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (एआईयूडीएफ) और आंचलिक गण मोर्चा के साथ महागठबंधन का गठन किया था। इन दोनों क्षेत्रीय दलों की मुसलमानों और स्थानीय लोगों के बीच अच्छी पैठ है।

कांग्रेस और एआईयूडीएफ ने 2016 में अलग-अलग चुनाव लड़ा था और क्रमश: 26 और 13 सीटें हासिल की थीं।

भाजपा ने असम गण परिषद के अलावा नए सहयोगी यूपीपीएल के साथ गठबंधन में पश्चिमी असम के आदिवासी बहुल बोडोलैंड क्षेत्र में चुनाव लड़ने का फैसला किया है। 2006 और 2011 में, बीपीएफ असम में कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार का हिस्सा था, लेकिन 2014 में लोकसभा चुनाव से पहले, पार्टी ने कांग्रेस से नाता तोड़ लिया।

–आईएएनएस

एसआरएस-एसकेपी

Share

Recent Posts

जीआईटीएम गुरुग्राम ने उत्तर भारत में शीर्ष प्लेसमेंट अवार्ड अपने नाम किया

नवीन शिक्षण पद्धतियों, अत्याधुनिक उद्यम व कौशल पाठ्यक्रम के माध्यम से, संस्थान ने अनगिनत छात्रों…

March 19, 2024

बिहार के नींव डालने वाले महापुरुषों के विचारों पर चल कर पुनर्स्थापित होगा मगध साम्राज्य।

इतिहासकार प्रोफ़ेसर इम्तियाज़ अहमद ने बिहार के इतिहास पर रौशनी डालते हुए बताया कि बिहार…

March 12, 2024

BPSC : शिक्षक भर्ती का आवेदन अब 19 तक, बिहार लोक सेवा आयोग ने 22 तक का दिया विकल्प

अब आवेदन की तारीख 15 जुलाई से 19 जुलाई तक बढ़ा दी गई है।

July 17, 2023

जियो ने दिल्ली के बाद नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद में ट्रू5जी सर्विस शुरु की

पूरे दिल्ली-NCR में सर्विस शुरु करने वाला पहला ऑपरेटर बना

November 18, 2022

KBC 14: भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान कौन थे, जिन्होंने इंग्लैंड में भारत को अंतिम बार एक टेस्ट सीरीज जिताया था?

राहुल द्रविड़ की अगुवाई में टीम इंडिया ने 1-0 से 2007 में सीरीज़ अपने नाम…

September 23, 2022