नई दिल्ली, 24 अक्टूबर (आईएएनएस)| सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने केंद्रीय जांच ब्यूरो के निदेशक आलोक वर्मा को छुट्टी पर भेजने के अपने कदम का बचाव करते हुए कहा कि ऐसा एजेंसी की ‘संस्थागत ईमानदारी’ को बचाने के लिए किया गया है। वहीं, विपक्ष नरेंद्र मोदी सरकार के कदम के खिलाफ आक्रमक रुख अख्तियार कर लिया है। मध्यरात्रि में की गई कार्रवाई में सरकार ने वर्मा से छुट्टी पर जाने को कहा है। के अरोपों पर उनके और विशेष निदेशक राकेश अस्थाना के बीच शुरू हुए विवाद के बाद मामला बढ़ गया था।
भाजपा सांसद और प्रवक्ता जी.वी.एल. नरसिम्हा राव ने कहा, “सरकार ने उन सभी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की है जो एक-दूसरे पर दोषारोपण कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “इस सरकार ने वास्तव में एजेंसी से पर्याप्त दूरी बरकरार रखी है। लेकिन जब चीजें नियंत्रण से बाहर होना शुरू हो गई तो सरकार का कर्तव्य है कि वह आदेश को बहाल करे और एजेंसी की ‘संस्थागत ईमानदारी’ को बचाए।”
भाजपना नेता ने कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों पर मुद्दे को लेकर तुच्छ राजनीति करने का आरोप लगाया।
केंद्र ने संयुक्त निदेशक एम. नागेश्वर राव को सीबीआई निदेशक के कर्तव्य और कार्यो को देखने का निर्देश दिया है।
विपक्ष ने इस कदम को संस्था की आजादी में आखिरी कील करार दिया।
वर्मा को दो साल के लिए सीबीआई निदेशक नियुक्त किया था और उनका कार्यकाल दिसंबर में समाप्त होने वाला था।
वर्मा ने उन्हें हटाए जाने को लेकर सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है, जिस पर शुक्रवार को सुनवाई होनी है।
नवीन शिक्षण पद्धतियों, अत्याधुनिक उद्यम व कौशल पाठ्यक्रम के माध्यम से, संस्थान ने अनगिनत छात्रों…
इतिहासकार प्रोफ़ेसर इम्तियाज़ अहमद ने बिहार के इतिहास पर रौशनी डालते हुए बताया कि बिहार…
अब आवेदन की तारीख 15 जुलाई से 19 जुलाई तक बढ़ा दी गई है।
पूरे दिल्ली-NCR में सर्विस शुरु करने वाला पहला ऑपरेटर बना
KBC 14 Play Along 23 September, Kaun Banega Crorepati 14, Episode 36: प्रसिद्ध डिजाइनर्स चार्ल्स…
राहुल द्रविड़ की अगुवाई में टीम इंडिया ने 1-0 से 2007 में सीरीज़ अपने नाम…