नई दिल्ली, 17 अक्टूबर (आईएएनएस)। मैनचेस्टर विश्वविद्यालय से स्नातक भारतीय नागरिक रिद्दी विश्वनाथन को ग्लोबल इंटरनेशनल एजुकेशन अवार्ड 2020 से सम्मानित किया गया। विभिन्न छात्र समुदायों में उनके योगदान के लिए विशेष रूप से अभियान में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए और यू के विश्वविद्यालयों में घृणा अपराध को संबोधित करने के लिए इस इंटरनेशनल पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
रिद्दी ने इस वर्ष के क्यूटिन यूनिवर्सिटी, ऑस्ट्रेलिया से थॉमसन चेंग के साथ ‘पायनियर एलुमनी ऑफ द ईयर पुरस्कार साझा किया।
रिद्दी विश्वनाथन एक 23 वर्षीय उद्यमी हैं, जिनका उद्देश्य डिजिटल पहल के माध्यम से स्नातक भर्ती में विविधता को बढ़ाना है। इससे पहले, रिद्दी ने ब्रिटेन में विभिन्न विविधता अधिकारी और मैनचेस्टर छात्र संघ विश्वविद्यालय में प्रथम पूर्णकालिक अंतर्राष्ट्रीय छात्र अधिकारी के रूप में नेतृत्व पदों पर कार्य किया है।
उन्हें नेशनल यूनियन ऑफ स्टूडेंट्स (ठवर) यूके के लिए प्रवासी प्रतिनिधि 2019-20 के रूप में भी चुना गया है, जहां वह यूके में 192 देशों के 400,000 से अधिक विदेशी छात्रों का प्रतिनिधित्व करने वाली पहली भारतीय हैं।
मूलत पांडुचेरी निवासी रिद्दी उच्च शिक्षा के लिए इंग्लैंड गईं। हालांकि यहां उन्हें विभिन्न देशों के 4 लाख से अधिक छात्रों के नेतृत्व करने का अवसर प्राप्त हुआ। ऐसा करने वाली वह प्रथम भारतीय युवती हैं।
पायनियर अवार्डस एकमात्र वैश्विक पुरस्कार हैं जो पूरे अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा उद्योग में नवाचार और उपलब्धि का जश्न मनाते हैं। इस वर्ष के पुरस्कारों में भौगोलिक और व्यावसायिक विविधता का प्रतिनिधित्व करने वाले एक प्रतिष्ठित जज पैनल के साथ कुल 18 श्रेणियां थीं।
पुरस्कार जीतने पर भारतीय मूल की रिद्दी विश्वनाथन ने आईएएनएस से कहा, “मैं वास्तव में मैनचेस्टर विश्वविद्यालय, अपने छात्रों के संघ, अपने परिवार और दोस्तों के प्रति हमेशा आभारी हूं कि उन्होंने हमेशा मुझे प्रोत्साहित किया। यह निश्चित रूप से मेरे लिए एक उत्सव का क्षण है, लेकिन जो चीज इसे कड़वा मीठा बनाती है। वह यह है कि जब हम अंतरराष्ट्रीय शिक्षा का जश्न मनाते हैं, तो विश्व स्तर पर महामारी के बावजूद, प्रवासी छात्रों को बढ़ती चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। जिसमें कुछ देशों में वीजा विद्रोह का खतरा भी शामिल है। हम वास्तव में अंतरराष्ट्रीय शिक्षा का जश्न मना सकते हैं, जब सभी छात्र अपने पासपोर्ट के रंग की परवाह किए बिना विश्व स्तर पर समान रूप से शिक्षा का उपयोग कर सकते हैं।”
मैनचेस्टर विश्वविद्यालय की अध्यक्ष और कुलपति नैंसी रोथवेल ने आईएएनएस से कहा, “मुझे यह सुनकर बेहद खुशी हुई कि रिद्दी ने यह पुरस्कार जीता है। जिस तरह से उसने विविध छात्र समुदायों के सभी कार्यों को संभाला है, मुझे लगता है कि वह इस पुरस्कार की पूरी तरह से हकदार हैं।”
–आईएएनएस
जीसीबी/एएनएम
नवीन शिक्षण पद्धतियों, अत्याधुनिक उद्यम व कौशल पाठ्यक्रम के माध्यम से, संस्थान ने अनगिनत छात्रों…
इतिहासकार प्रोफ़ेसर इम्तियाज़ अहमद ने बिहार के इतिहास पर रौशनी डालते हुए बताया कि बिहार…
अब आवेदन की तारीख 15 जुलाई से 19 जुलाई तक बढ़ा दी गई है।
पूरे दिल्ली-NCR में सर्विस शुरु करने वाला पहला ऑपरेटर बना
KBC 14 Play Along 23 September, Kaun Banega Crorepati 14, Episode 36: प्रसिद्ध डिजाइनर्स चार्ल्स…
राहुल द्रविड़ की अगुवाई में टीम इंडिया ने 1-0 से 2007 में सीरीज़ अपने नाम…