देशभर में लागू हो सकता है कोरोना को मात देने वाला भीलवाड़ा मॉडल, केंद्र ने मांगी जानकारी

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कोरोना वायरस महामारी को काबू करने के मामले में राजस्थान का भीलवाड़ा देश के लिए रोल मॉडल बनकर उभरा है। जिला प्रशासन ने 20 मार्च को पहला पॉजिटिव केस मिलने के बाद जो रोडमैप बनाया, उसकी केंद्र सरकार ने भी तारीफ की। भीलवाड़ा में पहला कोरोना पॉजिटिव केस मिलने के बाद प्रशासन ने युद्धस्तर पर काम करते हुए इसे केवल 30 केस के आसपास ही रोक दिया। ऐसे में कोरोना वायरस से निपटने को लेकर अपनाई गई नीति पूरे देश में लागू हो सकती है।

रविवार को हुई वीडियाे कांफ्रेसिंग में केंद्र सरकार के कैबिनेट सचिव राजीव गाबा ने कहा कि अब कोरोना वायरस देश के 223 जिलों में फैल चुका है। इसलिए सभी को भीलवाड़ा से सीखना चाहिए कि इसे कैसे काबू किया जाता है। केंद्रीय कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने प्रदेश के मुख्य सचिव डीबी गुप्ता से इस मॉडल को लेकर विस्तृत जानकारी मांगी। साथ ही इस बारे में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और चिकित्सा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को भी अवगत करा दिया गया है।

राजस्थान के मुख्य सचिव ने बताया कि कैबिनेट सचिव गौबा ने कोरोना से बचाव के लिए भीलवाड़ा में किए गए उपायों की सराहना करते हुए इस मॉडल को देशभर में लागू करने के संकेत दिए है। वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों ने भी इस बारे में प्रदेश में चिकित्सा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार सिह से जानकारी मांगी है।

ज्ञात हो कि भीलवाड़ा देश में ऐसा पहला शहर है जहां 14 दिन से कर्फ्यू के बावजूद और सख्ती करने के लिए 3 से 13 अप्रैल तक महाकर्फ्यू लगाया गया। महाकर्फ्यू शब्द का ईजाद भीलवाड़ा से ही हुआ।

भीलवाड़ा में कोरोना को ऐसे काबू किया गया

1. भीलवाड़ा के कलेक्टर राजेंद्र भट्ट ने राजस्थान सरकार के किसी सरकारी आदेश का इंतजार किए बिना ही जिले की सभी एंट्री पर चेकपोस्ट बनाकर सील कर दिया। राशन सामग्री की सप्लाई सरकारी स्तर पर करने व जिले के हर व्यक्ति की स्क्रीनिंग का फैसला किया।

2. कोरोना का संक्रमण बांगड़ हाॅस्पिटल से फैला। इसलिए सबसे पहले यह पता किया यहां कहां-कहां के मरीज आए। सूची निकलवाई ताे पता चला कि 4 राज्यों के 36 और राजस्थान के 15 जिलाें के 498 मरीज थे। इन सभी जिलाें के कलेक्टर काे एक-एक मरीज की सूचना दी गई।

3. छह पाॅजिटिव केस मिलते ही भीलवाड़ा में कर्फ्यू लगा दिया ताकि लोग घरों में रहें। बांगड़ अस्पताल में आने वाले मरीजों की स्क्रीनिंग शुरू की।

4. छह हजार टीमें बनाकर 25 लाख लोगों की स्क्रीनिंग शुरू करा दी। इसके लिए 15 हजार टीमें बनाई गई थीं। करीब 18 हजार लोग सर्दी-जुखाम से पीड़ित मिले। 1215 लाेगाें काे हाेम आइसाेलेट कर दिया गया। क्वारंटाइन किए गए लोगों के घरों के बाहर पुलिस का पहरा लगा दिया, जिससे वे बाहर नहीं निकल सकें। करीब एक हजार संदिग्धों काे 20 हाेटलों में क्वारेंटाइन किया।

5. नगर परिषद काे शहर के 55 ही वार्डाें में दाे-दाे बार हाईपाे क्लाराेड 1 प्रतिशत के छिड़काव की जिम्मेदारी दी। ताकि संक्रमण फैल न सके।

6. लाेगाें काे परेशानी नहीं हाे इसलिए सहकारी उपभाेक्ता भंडार से खाद्य सामग्री की सप्लाई शुरू कर दी गई। राेडवेज की बसें बंद करवा दी गई। दूध सप्लाई के लिए डेयरी काे सुबह-सुबह दाे घंटे खाेला गया। हर वार्ड में हाेम डिलीवरी के लिए दाे-तीन किराना की दुकानाें काे लाइसेंस दिए। कृषि मंडी काे शहर में हर वार्ड के अनुसार सब्जियां और फल सप्लाई के लिए लगाया और यूआईटी काे कच्ची बस्तियाें में सूखी खाद्य सामग्री सप्लाई की जिम्मेदारी दी।

7. भीलवाड़ा में जब हालात बिगड़े तो लॉकडाउन का पूरी सख्ती से पालन किया गया। इस दौरान जनप्रतिनिधियों, मीडियाकर्मियों और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों को भी शहर में प्रवेश करने नहीं दिया गया। जिला प्रशासन और पुलिस के भी कुछ ही अधिकारी शहर में गए। लोगों से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करवाने पर जोर दिया गया। डॉक्टर्स और पैरामेडिकल स्टाफ ने अपना मनोबल ऊंचा रखा। इसका असर भी दिखा और कई संक्रमित मरीज ठीक हो गए।

8. इलाज करने वाले डाॅक्टर्स व मेडिकल स्टाफ के लिए हर 7-7 दिन का वर्कआउट प्लान बनाया गया। 7-7 दिन पूरे हाेने के बाद इनकाे भी 14-14 दिन क्वारेंटाइन किया। अब तक 69 के सैंपल लिए हैं, इनमें कोई पॉजिटिव नहीं मिला।

बता दें कि अभी तक भीलवाड़ा में 27 राेगी पाॅजिटिव मिले हैं। इनमें से 15 मरीज ठीक हाेकर घर जा चुके हैं। दाे की माैत हाे चुकी है। सात और पाॅजिटिव मरीजाें की रिपाेर्ट निगेटिव आने के बाद उनकाे स्टेप डाउन जनरल वार्ड में शिफ्ट किया जा चुका है। अब भीलवाड़ा में तीन पाॅजिटिव मरीज ही बचे हैं। इनकी भी तबीयत में सुधार है और डाॅक्टर्स का कहना है कि 14 दिन पूरे हाेने तक ये भी ठीक हाे जाएंगे। अब तक प्रदेश में सबसे ज्यादा 2708 सैंपल भीलवाड़ा में लिए गए हैं। संतोष की बात है कि पिछले दाे दिनाें से कोई नया कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति नहीं मिला है।


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