बिहार : राजगीर सफारी पार्क में पहुंचने लगे जानवर, बड़े जानवर भी जल्द आएंगे

Follow न्यूज्ड On  

राजगीर (बिहार), 12 फरवरी (आईएएनएस)। देश-विदेश के प्रसिद्घ पर्यटक स्थलों में से एक बिहार के राजगीर में बन रहे जू सफारी पार्क का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। इस बीच, अब जानवर लाने की भी प्रक्रिया भी शुरू हो गई है।

जू सफारी पार्क के निदेशक हेमंत पाटिल ने बताया कि जू सफारी पार्क का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। शेष बचे निर्माण कार्य तेजी से पूरे किए जा रहे हैं और इसी बीच प्रथम फेज में जानवर लाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।

उन्होंने कहा कि प्रथम फेज में पटना चिड़ियाघर से बार्किग डियर यानी काकड़ प्रजाति का हिरण लाया गया है। यहां भी कुछ प्रजातियों के हिरण पहले से मौजूद हैं। उसको भी सफारी पार्क में रखा गया है।

उन्होंने कहा कि बड़े जानवर को लाने के लिए भी भारत सरकार के केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण से अनुमति मांगा गया है। उसके बाद बड़े जानवर बाघ, चीता, भालू सहित अन्य जानवर लाए जाएंगे।

उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पहले ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी यहां आकर निर्माण कार्य को देखा था और कई आवश्यक निर्देश दिए थे।

जू सफारी पार्क के निर्माण में 177 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। इसमें वन्य जन्तुओं को सामान्य चिड़ियाघर की तुलना मे खुले वनों का घेरान कर काफी बड़े-बड़े बाड़ों में रख कर उन्हें स्वच्छंद विचरण की सुविधा दी जाएगी। जिसे पर्यटक प्रत्यक्ष देख सकेंगे।

पर्यटक बंद मजबूत संरक्षित वाहन के माध्यम से बाड़ों के अंदर जाकर वन्यजन्तुओं को प्राकृतिक पारिस्थितिकी प्रणाली में निहित गतिविधियों को ज्यादा करीब से आनंद उठा सकेंगे। यहां विश्व की विभिन्न प्रजातियों के पंक्षियों व तितलियों को उनके अपने प्राकृतिक अधिवास में रखा जाएगा।

सफारी में राजगीर की पांच पहाड़ियों के बीच वनों, वनस्पतियों व वन्यजन्तुओं की विविधता का संगम होगा। यहां रहने वाले जानवरों के इलाज की भी सुविधा होगी। सड़क का भी निर्माण कार्य बिल्कुल प्राकृतिक रूप से किया गया है।

राजगीर वन्य प्राणी स्वर्ण गिरी पर्वत एवं व्यवहार गिरी पर्वत के बीच की घाटी वाले हिस्से में 191.12 हेक्टेयर क्षेत्रफल मे विकसित किया गया है। इसमें 72 हेक्टेयर क्षेत्रफल का पुराना मृग विहार भी समाहित है। इसमें निम्न वन्यजन्तुओं के लिए घेरे वाले पांच जोन में होंगे जिसमें बाघ, शेर, तेन्दुआ, भालू, हिरण, रहेंगे।

इस सफारी पार्क का डिजाइन छत्तीसगढ़ के कंपनी एल.एऩ सी द्वारा किया गया है। इस वन्य प्राणी सफारी के निर्माण मे इसे रात्रि सफारी के रुप में भी विकसित करने की योजना बनाई जा रही है।

–आईएएनएस

एमएनपी-एसकेपी

Share

Recent Posts

जीआईटीएम गुरुग्राम ने उत्तर भारत में शीर्ष प्लेसमेंट अवार्ड अपने नाम किया

नवीन शिक्षण पद्धतियों, अत्याधुनिक उद्यम व कौशल पाठ्यक्रम के माध्यम से, संस्थान ने अनगिनत छात्रों…

March 19, 2024

बिहार के नींव डालने वाले महापुरुषों के विचारों पर चल कर पुनर्स्थापित होगा मगध साम्राज्य।

इतिहासकार प्रोफ़ेसर इम्तियाज़ अहमद ने बिहार के इतिहास पर रौशनी डालते हुए बताया कि बिहार…

March 12, 2024

BPSC : शिक्षक भर्ती का आवेदन अब 19 तक, बिहार लोक सेवा आयोग ने 22 तक का दिया विकल्प

अब आवेदन की तारीख 15 जुलाई से 19 जुलाई तक बढ़ा दी गई है।

July 17, 2023

जियो ने दिल्ली के बाद नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद में ट्रू5जी सर्विस शुरु की

पूरे दिल्ली-NCR में सर्विस शुरु करने वाला पहला ऑपरेटर बना

November 18, 2022

KBC 14: भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान कौन थे, जिन्होंने इंग्लैंड में भारत को अंतिम बार एक टेस्ट सीरीज जिताया था?

राहुल द्रविड़ की अगुवाई में टीम इंडिया ने 1-0 से 2007 में सीरीज़ अपने नाम…

September 23, 2022