बीजिंग, 6 दिसंबर (आईएएनएस)। चीनी राष्ट्रीय अंतरिक्ष ब्यूरो से मिली खबर के अनुसार पेइचिंग समयानुसार 6 दिसंबर को 12 बजकर 35 मिनट पर ऑर्बिटर और रिटर्नर संयोजन सफलतापूर्वक आरोहक से अलग हो गया है। वह चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश करके पृथ्वी में वापस लौटने के मौके का इंतजार कर रहा है।
इससे पहले पेइचिंग समयानुसार 6 दिसंबर की सुबह पांच बजकर 42 मिनट पर छांगअ-5 आरोहक ने सफलता से ऑर्बिटर और रिटर्नर संयोजन के साथ जोड़ दिया। और 6 बजकर 12 मिनट पर उसने नमूने कंटेनर को सुरक्षा से रिटर्नर में स्थानांतरित किया है। यह पहली बार है कि चीन ने चंद्रमा की कक्षा में संयोजन और डॉकिंग का काम किया है।
गौरतलब है कि जब आरोहक ने चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश किया, तो दूरस्थ मार्गदर्शन और लघु-श्रेणी स्वायत्त नियंत्रण के माध्यम से ऑर्बिटर और रिटर्नर संयोजन धीरे-धीरे आरोहक के पास पहुंचा। फिर उसने पंजे के तरीके से आरोहक को पकड़ा, और संयोजन और डॉकिंग का काम पूरा किया।
पेइचिंग अंतरिक्ष उड़ान नियंत्रण केंद्र के उपाध्यक्ष हो ज्वून ने कहा कि पहले के संयोजन व डॉकिंग काम की अपेक्षा उड़ान नियंत्रण की ²ष्टि से मुझे लगता है कि दो पक्ष उल्लेख करने के लायक हैं। एक है, क्योंकि चंद्रमा पृथ्वी से बहुत दूर है, लगभग 4 लाख किलोमीटर है। इसलिये इस तरह की लंबी दूरी की माप की उच्च सटीकता की आवश्यकता होती है। और दूसरा है, क्योंकि वह चंद्रमा की कक्षा में है, और चंद्रमा उसे अवरुद्ध कर सकता है। इसलिये हमें तर्कसंगत रूप से माप व नियंत्रण की योजना को व्यवस्थित करना पड़ता है।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
— आईएएनएस
नवीन शिक्षण पद्धतियों, अत्याधुनिक उद्यम व कौशल पाठ्यक्रम के माध्यम से, संस्थान ने अनगिनत छात्रों…
इतिहासकार प्रोफ़ेसर इम्तियाज़ अहमद ने बिहार के इतिहास पर रौशनी डालते हुए बताया कि बिहार…
अब आवेदन की तारीख 15 जुलाई से 19 जुलाई तक बढ़ा दी गई है।
पूरे दिल्ली-NCR में सर्विस शुरु करने वाला पहला ऑपरेटर बना
KBC 14 Play Along 23 September, Kaun Banega Crorepati 14, Episode 36: प्रसिद्ध डिजाइनर्स चार्ल्स…
राहुल द्रविड़ की अगुवाई में टीम इंडिया ने 1-0 से 2007 में सीरीज़ अपने नाम…