शाहजहांपुर, 9 सितम्बर (आईएएनएस)| मुसीबत में भले ही पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री और भाजपा नेता चिन्मयानंद हों, मगर पसीना यूपी पुलिस को आ रहा है। मामले की जांच कर रही एसआईटी के सामने एक नई मुसीबत तब खड़ी हो गई, जब पीड़ित लड़की ने स्वामी के खिलाफ दुष्कर्म की शिकायत दे दी। ऐसे में अब यूपी पुलिस के आला-अफसरान और शाहजहांपुर में कई दिन से डेरा जमाए एसआईटी के अधिकारी इस सवाल का जबाब तलाशने में जुटे हैं कि लड़की की शिकायत और उसके पिता की शिकायत को एक ही एफआईआर में शामिल कर दिया जाए या फिर अलग-अलग दो मामले दर्ज किए जाएं?
लखनऊ स्थित उत्तर प्रदेश पुलिस मुख्यालय में मौजूद एक आला पुलिस अधिकारी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर आईएएनएस को बताया, “हां, दिल्ली पुलिस के जरिए एक लिखित शिकायत हमें मिल गई है। शिकायत में लड़की ने स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ दुष्कर्म का आरोप भी लगाया है।”
पीड़िता द्वारा दी गई शिकायत पर क्या अलग से नई एफआईआर एसआईटी दर्ज करेगी? इस पर पुलिस अधिकारी ने कहा, “जब से शिकायत मिली है। तब से मैं स्वयं और एसआईटी इसी सवाल का जबाब तलाशने के लिए माथा-पच्ची में जुटे हैं। दो दिन बाद भी अभी कुछ तय नहीं हो पाया है।”
यदि एक ही एफआईआर में दोनों मामलों का आरोप-पत्र अदालत में पेश किया जाता है, और इत्तेफाकन लड़की के पिता वाली शिकायत का मामला कोर्ट में नहीं टिक पाता है, फिर लड़की द्वारा स्वामी चिन्मयानंद पर लगाए गए दुष्कर्म के आरोप का मामला भी धाराशायी हो जाएगा?
इस पर पुलिस अधिकारी ने कहा, “कुछ भी संभव है। फिलहाल कुछ कहना जल्दबाजी होगी। हम लोग (यूपी पुलिस मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारी और शाहजहांपुर में जांच के लिए मौजूद एसआईटी) इसीलिए मंथन में जुटे हैं कि क्या लड़की की शिकायत को भी उसके पिता वाली एफआईआर में जोड़ा जाना चाहिए या अलग से एक और एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। अभी तक एसआईटी से जो बात हुई है, उसमें कुछ साफ-साफ निष्कर्ष नहीं निकल सका है।”
उल्लेखनीय है कि 6-7 सितंबर की रात लगभग 11 बजे दिल्ली पुलिस ने पीड़िता को परिवार सहित यूपी पुलिस की सुरक्षा में सौंप दिया था। यूपी पुलिस की सुरक्षा में जाने से पूर्व, पीड़िता ने दिल्ली पुलिस को एक शिकायत दी थी। शिकायत में लड़की ने स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ दुष्कर्म का आरोप लगाया है।
पीड़िता द्वारा चिन्मयानंद पर लगाए गए आरोप से संबंधित शिकायत दिल्ली पुलिस ने यूपी पुलिस की एसआईटी के हवाले कर दी। एसआईटी, लड़की के पिता की शिकायत पर दर्ज मामले की जांच में पहले से ही जुटी हुई है। हालांकि उस मामले में भी अभी तक एसआईटी के हाथ कुछ नहीं लगा है। कहने को शुक्रवार से सोमवार तक पड़ताल करते हुए एसआईटी का चार दिन का वक्त गुजर चुका है। मगर इन चार दिनों में उसने सिर्फ सभी संभावित स्थलों का दौरा भर किया है।
शाहजहांपुर कोतवाली प्रभारी इंस्पेक्टर के पास मौजूद एफआईआर, तमाम बयान और संबंधित मामले से जुड़े अन्य दस्तावेज एसआईटी ने कब्जे में ले लिए। इस पूरी कसरत के बाद एसआईटी के हाथ क्या कुछ ठोस सबूत आरोपी के खिलाफ मिले हैं? इस सवाल पर यूपी पुलिस महानिदेशक ओ.पी. सिंह से लेकर एसआईटी प्रमुख आईजी नवीन अरोरा और टीम में शामिल महिला पुलिस अधीक्षक भारती सिंह सहित सभी चुप्पी साधे हुए हैं।
उल्लेखनीय है कि इस मामले की जांच की निगरानी इलाहाबाद हाईकोर्ट की विशेष पीठ कर रही है।
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