दिल्ली में बच गए ‘आप’ एमएलए के खिलाफ गाजियाबाद में एफआईआर, पीछे पड़ी यूपी पुलिस

Follow न्यूज्ड On  

नई दिल्ली, 24 दिसम्बर (आईएएनएस)| दिल्ली के दंगों (जामिया नगर) में जैसे-तैसे आफत गले में पड़ने से बचे आम आदमी पार्टी के विधायक अमानतुल्लाह खान अब यूपी में जा फंसे हैं। यूपी पुलिस ने गाजियाबाद के थाना कोतवाली में एमएलए के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कर लिया है। रविवार 18 दिसंबर 2019 को गाजियाबाद के कोतवाली थाने में दर्ज एफआईआर में अकेले आम आदमी पार्टी एमएलए को मुलजिम बनाया गया है।

बुधवार को इस मामले में आईएएनएस से बात करते हुए गाजियाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुधीर कुमार सिंह ने कहा, “एमएलए के खिलाफ 6 विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया है। इनमें एक धारा सूचना प्रोद्योगिकी (संशोधन) अधिनियम 2008 की भी जोड़ी गई है।” यहां उल्लेखनीय है कि गाजियाबाद पुलिस द्वारा एफआईआर दर्ज करके घेरे जाने से ठीक दो-तीन दिन पहले एमएलए का नाम दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के जामिया नगर इलाके में हुई खूनी हिंसा-दंगों को लेकर भी चर्चाओं में आया था।

दिल्ली पुलिस इस मामले में कोई ठोस कानूनी कार्यवाही करने के लिए विधायक के खिलाफ सबूत-आरोप जुटा पाती, उससे पहले एमएलए अमानतुल्लाह खान को यूपी पुलिस ने गाजियाबाद कोतवाली में एफआईआर दर्ज करके घेर लिया। दर्ज एफआईआर में एक अदद आम आदमी पार्टी विधायक अमानतुल्लाह खान का ही नाम मुलजिम के बतौर दर्ज है।

शिकायतकर्ता हरिओम पाण्डेय द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर के मुताबिक, “लोकसेवक होने के बाद भी विधायक अमानतुल्लाह खान ने सीधे-साधे युवाओं को नौकरी और लाखों रुपये देने का लालच देकर पहले तो बरगलाया। बाद में गुमराह हुए इन्हीं युवकों के जरिये समाज में विद्वेष की आग भड़का दी। विधायक के भड़काने के बाद ही देश भर में उस नागरिकता संशोधन बिल को लेकर एक जाति-वर्ग विशेष में खलबली मच गई, जिसका अभी तक सही रूप-स्वरूप तक तैयार होकर सामने नहीं आया है।”

एफआईआर के मुताबिक, दो-तीन दिन के अंदर गाजियाबाद में भी जितने दंगा-फसाद हुए, वे सब अमानतुल्लाह खान के इशारे पर ही हुए हैं। ऐसे में शिकायतकर्ता ने आरोपी विधायक के खिलाफ कठोरी कार्यवाही किए जाने की शिकायत 22 दिसंबर को गाजियाबाद कोतवाली में दी थी। प्राथमिक छानबीन में जब आरोप सही पाए गए तो, उसके खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया था।

उल्लेखनीय है कि 15 दिसंबर रविवार के दिन दिल्ली के जामिया नगर इलाके में हुए दंगों में भी अप्रत्यक्ष रूप से इसी एमएलए का नाम उभर कर सामने आया था। सीधे कोई सबूत न होने के चलते दिल्ली पुलिस लाख चाहकर भी अमानतुल्लाह खान पर हाथ नहीं डाल सकी।

तमाम संगीन धाराओं के तरह एफआईआर दर्ज करने के बाद से ही गाजियाबाद पुलिस आरोपी विधायक की तलाश में जुटी हुई है। कई जगह छापे भी डाले गए, मगर नामजद विधायक का गाजियाबाद पुलिस को कोई सुराग हाथ नहीं लग सका है। गाजियाबाद पुलिस भले ही खुलकर कुछ न बोले, लेकिन हां, यूपी पुलिस के ही एक उच्च पदस्थ सूत्र ने सोमवार को आईएएनएस से कहा, “आरोपी विधायक की गिरफ्तारी के लिए गाजियाबाद पुलिस ने दिल्ली पुलिस से भी मदद मांगी है। इसकी वजह साफ है कि आरोपी दिल्ली का विधायक है। दिल्ली पुलिस के पास उसकी सही और सटीक जानकारी यूपी पुलिस से कहीं ज्यादा होना लाजिमी है।”

इस सिलसिले में कोशिश करने के बाद भी अमानतुल्लाह खान से संपर्क नहीं हो सका है।

 

Share

Recent Posts

जीआईटीएम गुरुग्राम ने उत्तर भारत में शीर्ष प्लेसमेंट अवार्ड अपने नाम किया

नवीन शिक्षण पद्धतियों, अत्याधुनिक उद्यम व कौशल पाठ्यक्रम के माध्यम से, संस्थान ने अनगिनत छात्रों…

March 19, 2024

बिहार के नींव डालने वाले महापुरुषों के विचारों पर चल कर पुनर्स्थापित होगा मगध साम्राज्य।

इतिहासकार प्रोफ़ेसर इम्तियाज़ अहमद ने बिहार के इतिहास पर रौशनी डालते हुए बताया कि बिहार…

March 12, 2024

BPSC : शिक्षक भर्ती का आवेदन अब 19 तक, बिहार लोक सेवा आयोग ने 22 तक का दिया विकल्प

अब आवेदन की तारीख 15 जुलाई से 19 जुलाई तक बढ़ा दी गई है।

July 17, 2023

जियो ने दिल्ली के बाद नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद में ट्रू5जी सर्विस शुरु की

पूरे दिल्ली-NCR में सर्विस शुरु करने वाला पहला ऑपरेटर बना

November 18, 2022

KBC 14: भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान कौन थे, जिन्होंने इंग्लैंड में भारत को अंतिम बार एक टेस्ट सीरीज जिताया था?

राहुल द्रविड़ की अगुवाई में टीम इंडिया ने 1-0 से 2007 में सीरीज़ अपने नाम…

September 23, 2022