बिहार का बक्सर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र एकबार फिर नया सांसद चुनने को तैयार है। 2014 के चुनाव में बीजेपी के अश्विनी कुमार चौबे ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के जगदानंद सिंह को मात दी थी। तीसरे स्थान पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के ददन सिंह यादव रहे। इस बार बीजेपी ने केंद्रीय राज्यमंत्री अश्विनी चौबे पर ही भरोसा जताया है। वहीं महागठबंधन खेमे से आरजेडी ने भी जगदानंद सिंह पर ही दांव आजमाया है।
बक्सर लोकसभा सीट पर सातवें चरण में 19 मई को वोट डाले जाने हैं।
पूर्वांचल के रास्ते बिहार का द्वार कहा जाने वाला बक्सर गंगा किनारे बसा है। इस क्षेत्र की खास आध्यात्मिक और ऐतिहासिक पहचान है। पुराणों में इसे महर्षि विश्वामित्र की धरती कहा गया है। 1539 ई. में बक्सर के चौसा में ही शेरशाह सूरी ने मुगल शासक हुमायूं को पराजित किया था। 1764 ई. में अंग्रेजों की सेना ने बंगाल, अवध और मुगलों की संयुक्त सेना को हरा देश में ब्रिटिश हुकूमत की बुनियादी रखी थी। यह क्षेत्र मुख्य रूप से कृषि आधारित है।
बक्सर लोकसभा सीट को कभी कांग्रेस का अभेद्य दुर्ग कहा जाता था। आजादी से लेकर अभी तक इस सीट पर कांग्रेस और भाजपा ने पांच-पांच बार कब्जा जमाया है। 1962 में कांग्रेस का विजयी अभियान शुरू हुआ तो 1977 की जनता पार्टी लहर को छोड़ लगातार 1984 तक उसका कब्जा बरकरार रहा। 1996 में तेजनारायण सिंह को हराकर पहली बार भाजपा के लालमुनि चौबे ने यह सीट भाकपा से झटक लिया। 2004 तक अनवरत भाजपा का कब्जा रहा। फिर परिसीमन के बाद 2009 के 15वीं संसदीय चुनाव में राजद के जगदानंद सिंह ने लालमुनि चौबे से यह सीट हथिया ली। परंतु अगली बार 2014 के चुनाव में फिर अश्विनी चौबे ने राजद को हराकर एक बार फिर ‘कमल’ खिला दिया।
2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के अश्विनी चौबे विजयी रहे, जिन्हें 319012 वोट मिले। दूसरे नंबर पर आरजेडी के जगदानंद सिंह रहे जिन्हें 186674 वोट मिले। इन दोनों उम्मीदवारों के बीच वोट का अंतर काफी ज्यादा था। तीसरे स्थान पर बीएसपी के ददन यादव थे जिन्हें 184788 वोट मिले। जेडीयू के श्याम लाल को चौथा स्थानहासिल हुए जिन्हें 117012 वोट मिले।
बक्सर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत छह विधानसभा सीटें हैं- डुमरांव, ब्रह्मपुर, राजपुर, बक्सर, रामगढ़ और दिनारा। इनमें बक्सर जिले के चार विधानसभा क्षेत्र हैं। एक रोहतास जिले का दिनारा और एक कैमूर जिले का रामगढ़ शामिल हैं। 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में इन सीटों पर तीन जदयू के विधायक और एक भाजपा के हैं जबकि दो विधानसभा में एक पर राजद और एक पर कांग्रेस का कब्जा है। बक्सर संसदीय सीट में कुल 18,20,035 मतदाता हैं। इनमें पुरुष मतदाता 967278 और महिला मतदाता 852740 हैं।
इस बार बक्सर सीट पर कुल 15 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। लेकिन मुख्य मुकाबला अश्विनी कुमार चौबे और जगदानंद सिंह के बीच ही है। अपनी मौजूदा सीट को बचाने के लिए बीजेपी यहां पर जद्दोजहद करती दिख रही है। राष्ट्रीय जनता दल बीजेपी विरोधी मतों के बिखराव को रोकने के प्रयास में लगा है। इस बार के चुनाव में आरजेडी कुशवाहा, यादव, दलित और मुस्लिम मतदाताओं को अपने पक्ष में गोलबंद करने की कोशिश में लगा है।
बीजेपी सवर्ण मतदाताओं के साथ-साथ अतिपिछड़ी जाति के वोटरों को भी लुभाने की कोशिश में लगी है। आरजेडी की तरफ से स्थानीय बनाम बाहरी का नारा भी खूब उछाला जा रहा है। समाज और बिरादरी को भी लेकर खूब बहस चल रही है।
निवर्तमान सांसद: अश्विनी कुमार चौबे
अश्विनी कुमार चौबे, बीजेपी – 3,19,012
जगदानंद सिंह, राजद – 1,86,674
ददन यादव, बहुजन समाज पार्टी – 1,84,788
अधिसूचना जारी | 22 अप्रैल |
नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि | 29 अप्रैल |
नामांकन पत्र की जांच | 30 अप्रैल |
नामांकन वापसी की अंतिम तिथि | 2 मई |
मतदान की तारीख | 19 मई |
मतगणना की तारीख | 23 मई |
लोकसभा चुनाव 2019: सातवें चरण में 19 मई को इन सीटों पर होगी वोटिंग, देखें राज्यवार सूची
This post was last modified on May 16, 2019 5:13 PM
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