उत्तर प्रदेश के प्राचीन शहरों में गिने जाने वाला हाथरस लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र एक बार फिर से नया सांसद चुनने को तैयार है। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के राजेश दिवाकर ने जोरदार जीत दर्ज हासिल की थी। उन्होंने बसपा के मनोज कुमार को हराया था। भाजपा ने इस बार मौजूदा सांसद राजेश दिवाकर के बजाए राजवीर सिंह बाल्मीकि को अपना उम्मीदवार बनाया है। वहीं, सपा ने पिछली बार तीसरे नंबर पर रहने वाले रामजी लाल सुमन को मैदान में उतारा है। वे सपा, बसपा और रालोद गठबंधन के संयुक्त प्रत्याशी होंगे। वहीं कांग्रेस ने त्रिलोकीराम दिवाकर को टिकट दिया है।
हाथरस लोकसभा सीट पर दूसरे चरण में 18 अप्रैल को मतदान होना है।
हाथरस संसदीय सीट पर 1962 में पहली बार लोकसभा चुनाव हुए जिसमें कांग्रेस ने जबरदस्त जीत दर्ज की थी। उसके बाद 1967, 1971 में भी यहां कांग्रेस का परचम लहराया। 1977 में चली सत्ता विरोधी लहर में भारतीय लोक दल ने जीत दर्ज की, जबकि 1984 में भी यहां कांग्रेस ने वापसी की। 1989 में हुआ चुनाव यहां जनता दल के खाते में गया था।
90 के दशक में राम मंदिर आंदोलन के दौर में 1991 के बाद से ही यह सीट भारतीय जनता पार्टी का गढ़ रही है। 1991, 1996, 1998, 1999 और 2004 में यहां भाजपा ने जीत दर्ज की। इस दौरान भाजपा के कृष्ण लाल दिलेर 1996-2004 तक सांसद रहे।
2009 में भाजपा रालोद से गठबंधन कर केंद्र में सरकार बनाने के लिए उतरी तो हाथरस सीट रालोद के खाते में गई। रालोद के सिंबल पर सारिका सिंह ने जीत हासिल की। आजादी के बाद ये पहला मौका था जब किसी राजनीतिक दल ने इस सीट पर महिला प्रत्याशी उतारा हो और महिला सांसद के तौर पर हाथरस का प्रतिनिधित्व हुआ हो।
2014 में भाजपा अपने बूते उतरी और रिकार्ड वोटों से जीत हासिल करने में कामयाब रही। 2014 में तो भाजपा के राजेश कुमार दिवाकर ने यहां से प्रचंड जीत दर्ज की। दिवाकर ने 50 फीसदी से अधिक मत प्राप्त किये।
हाथरस लोकसभा सीट के अंतर्गत 5 विधानसभा सीटें आती हैं- छर्रा, इगलास, हाथरस, सादाबाद और सिकंदरा राऊ। 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में सिर्फ सादाबाद में बसपा ने जीत दर्ज की थी, जबकि बाकी अन्य 4 सीटों पर भाजपा ने झंडा लहराया था। पिछले चुनावी आंकड़ों के अनुसार, यहां पर करीब 17 लाख से अधिक मतदाता हैं, इनमें से करीब 9.6 लाख पुरुष वोटर और 7.8 लाख महिला मतदाता हैं।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश की महत्वपूर्ण लोकसभा सीटों में से एक हाथरस मुस्लिम-जाट वोटरों के प्रभाव वाली सीट है। यही कारण रहा कि भाजपा-रालोद को यहां लगातार जीत मिलती रही। हाथरस में करीब 2 लाख 70 हजार जाटव वोटर हैं। वहीं दो लाख 25 हजार ठाकुर, एक लाख 80 हजार जाट, एक लाख 45 हजार मुस्लिम और करीब 1 लाख 55 हजार ब्रह्मण मतदाता हैं।
निवर्तमान सांसद : राजेश दिवाकर
राजेश कुमार दिवाकर, भाजपा – 5,44,277
मनोज कुमार, बसपा – 217891
रामजी लाल सुमन, सपा – 180891
निरंजन सिंह, रालोद – 86109
अधिसूचना जारी | 19 मार्च |
नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि | 26 मार्च |
नामांकन पत्र की जांच | 27 मार्च |
नामांकन वापसी की अंतिम तिथि | 29 मार्च |
मतदान की तारीख | 18 अप्रैल |
मतगणना की तारीख | 23 मई |
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