राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली की 7 लोकसभा सीटों में से एक नई दिल्ली लोकसभा सीट देश के सबसे प्रतिष्ठित निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है। देश की राजधानी होने के नाते नई दिल्ली भारत के राजनीतिक परिदृश्य में अहम मायने रखता है। 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी की मीनाक्षी लेखी ने आम आदमी पार्टी (AAP) के आशीष खेतान को मात दी थी। कांग्रेस के नेता अजय माकन तीसरे स्थान पर रहे थे। कांग्रेस से गठबंधन की संभावनाओं के बीच आप ने लोकसभा चुनाव 2019 के लिए यहां से बृजेश गोयल के नाम की घोषणा कर दी है। बीजेपी और कांग्रेस के उम्मीदवारों के नाम आने बाकी हैं।
नई दिल्ली लोकसभा सीट पर छठे चरण में 12 मई को वोट डाले जाएंगे।
दिल्ली के सबसे ऐतिहासिक क्षेत्रों में से एक यह निर्वाचन क्षेत्र संसद भवन और दिल्ली सचिवालय के अलावा राजपथ, जनपथ, और कनॉट प्लेस जैसे क्षेत्रों तक फैला हुआ है। नई दिल्ली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र 1951 में अस्तित्व में आया और कालांतर में बीजेपी के खास गढ़ों में से एक बना। देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और बीजेपी के पूर्व उपप्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी जैसे दिग्गज राजनीतिज्ञों के अलावा जगमोहन जैसे बड़े नेता नई दिल्ली सीट से सांसद रहे हैं।इस सीट पर शुरुआती दो कार्यकाल देश की क्रांतिकारी महिला नेता सुचेता कृपलानी ने प्रतिनिधित्व किया। कृपलानी ने किसान मजदूर पार्टी की स्थापना की थी और बाद में कांग्रेस से जुड़ गईं।
यह नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र ही था जहां से बीजेपी के जगमोहन ने पहले राजेश खन्ना को और फिर दो बार इंदिरा गांधी के खासमखास आर के धवन को हराया। यह नई दिल्ली निर्वाचन क्षेत्र ही था जहां से पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने साल 1999 के आम चुनाव लड़ा और बीजेपी के जगमोहन से हार गए थे। हालांकि, कांग्रेस ने 2004 और 2009 के लोकसभा चुनावों में इस सीट पर जीत हासिल की। उसे ये जीत अजय माकन की बदौलत मिली।
नई दिल्ली संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत 10 विधानसभा क्षेत्र आते हैं – करोलबाग, राजिंदर नगर, मालवीय नगर, पटेल नगर, नई दिल्ली, आरकेपुरम, मोती नगर, कस्तूरबा नगर, ग्रेटर कैलाश और दिल्ली कैंट। चुनाव आयोग की 2009 के आंकड़ों के मुताबिक, नई दिल्ली लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र (निर्वाचन क्षेत्र संख्या 4) में कुल 1,373,146 मतदाता हैं। इनमें से 767,222 वोटर्स पुरुष हैं और बाकी 605,924 महिला वोटर्स हैं। यहां की आबादी 21,753,486 है।
इस सीट पर 2014 के चुनाव में कई राजनीतिक दलों के कुछ सबसे दिग्गज नेताओं के बीच मुकाबला रहा, जिनमें कांग्रेस के अजय माकन, बीजेपी की मीनाक्षी लेखी, आम आदमी पार्टी के आशीष खेतान और तृणमूल कांग्रेस के दिग्गज अभिनेता बिस्वजीत चटर्जी शामिल थे। लेकिन मीनाक्षी लेखी सांसद चुनी गईं। उन्हें कुल 453350(46.75%) वोटों के साथ ने अपने करीबी प्रतिद्वंदी आशीष खेतान को 162704 वोट के बड़े अंतर से शिकस्त दी। पत्रकार से राजनीतिज्ञ बने आशीष खेतान ने आम आदमी पार्टी से किस्मत अजमाई। उन्हें 290642(29.97%) वोट मिले। तीसरे पायदान पर रहे कांग्रेस के अजय माकन को 182893(18.86%) वोट मिले।
लोकसभा चुनाव 2014 में दिल्ली की सभी सीटों पर जीत का परचम लहराने वाली भाजपा इस बार बड़े बदलाव कर सकती है। कुछ सांसदों के टिकट कट सकते हैं तो कुछ के चुनाव क्षेत्र बदल सकते हैं। सूत्रों के अनुसार नई दिल्ली सीट से मौजूदा सांसद मीनाक्षी लेखी के साथ चर्चा में पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर का नाम भी है। यहां पर दिल्ली प्रदेश के कुछ पदाधिकारी भी दावा पेश कर रहे हैं।
निवर्तमान सांसद: मीनाक्षी लेखी
मीनाक्षी लेखी, भाजपा – 4,53,350
आशीष खेतान, आप – 2,90,642
अजय माकन, कांग्रेस – 1,82,893
अधिसूचना जारी | 10 अप्रैल |
नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि | 16 अप्रैल |
नामांकन पत्र की जांच | 23 अप्रैल |
नामांकन वापसी की अंतिम तिथि | 24 अप्रैल |
मतदान की तारीख | 12 मई |
मतगणना की तारीख | 23 मई |
लोकसभा चुनाव 2019: छठे चरण में 12 मई को इन सीटों पर होगी वोटिंग, देखें राज्यवार सूची
This post was last modified on April 16, 2019 1:22 AM
नवीन शिक्षण पद्धतियों, अत्याधुनिक उद्यम व कौशल पाठ्यक्रम के माध्यम से, संस्थान ने अनगिनत छात्रों…
इतिहासकार प्रोफ़ेसर इम्तियाज़ अहमद ने बिहार के इतिहास पर रौशनी डालते हुए बताया कि बिहार…
अब आवेदन की तारीख 15 जुलाई से 19 जुलाई तक बढ़ा दी गई है।
पूरे दिल्ली-NCR में सर्विस शुरु करने वाला पहला ऑपरेटर बना
KBC 14 Play Along 23 September, Kaun Banega Crorepati 14, Episode 36: प्रसिद्ध डिजाइनर्स चार्ल्स…
राहुल द्रविड़ की अगुवाई में टीम इंडिया ने 1-0 से 2007 में सीरीज़ अपने नाम…