मध्य प्रदेश का सतना लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र एक बार फिर नया सांसद चुनने को तैयार है। इस सीट पर हमेशा से भाजपा और कांग्रेस दोनों के बीच बराबरी का मुकाबला रहा है। 2014 लोकसभा चुनाव में भाजपा के गणेश सिंह ने कांग्रेस के अजय सिंह को नजदीकी मुकाबले में हराया था। 2019 के चुनाव में भाजपा ने एक बार फिर यहां से मौजूदा सांसद गणेश सिंह को मैदान में उतारा है तो वहीं कांग्रेस ने राजाराम त्रिपाठी को मौका दिया है। बसपा के अच्छे लाल कुशवाहा लड़ाई को त्रिकोणीय बना रहे हैं।
सतना में चुनाव की शुरुआत 1967 में हुई। पहली बार हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के डीवी सिंह यहां से चुनाव जीते थे। 1977 में इस सीट से भारतीय लोकदल को जीत मिली और सुखेंद्र सिंह यहां से सांसद निर्वाचित होकर संसद में पहुंचे। 1980 में हुए चुनाव में कांग्रेस ने यह सीट गुलशेर अहमद ने इस सीट पर कब्जा जमा लिया। 1984 में इस सीट से कांग्रेस प्रत्याशी अजीज कुरैशी निर्वाचित हुए।
1989 में अजीज कुरैशी को हार का सामना करना पड़ा और भारतीय जनता पार्टी के सुखेंद्र सिंह निर्वाचित हुए। मतदाताओं का रुझान भाजपा की तरफ बढ़ने लगा तो 1991 में कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह को मैदान में उतारा और भाजपा प्रत्याशी को हराकर इस सीट पर कब्जा कर लिया। लेकिन 1996 में बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी को यहां से जीत मिली। 1998 के चुनाव में भाजपा ने फिर से इस पर कब्जा कर लिया। उसके बाद से यह सीट भाजपा के ही पास है।
सतना लोकसभा सीट पर 6 बार बीजेपी को, 4 बार कांग्रेस को, 1 बार बसपा को और 1 बार भारतीय जनसंघ को जीत मिल चुकी है।
सतना लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत विधानसभा की 7 सीटें आती हैं। जिसमें चित्रकूट, नागौद, रामपुर-बाघेलान,रायगांव, मैहर, सतना और अमरपाटन शामिल हैं। इन 7 विधानसभा सीटों में से 5 पर बीजेपी और 2 पर कांग्रेस का कब्जा है।
2014 के आंकड़ों के मुताबिक सतना लोकसभा सीट पर 14,58,084 मतदाता हैं, जिसमें 7,72,027 पुरुष और 6,86,058 महिला मतदाता हैं। 2014 के चुनाव में यहां पर 62.65 प्रतिशत वोटिंग हुई थी। सतना में 17.88 फीसदी जनसंख्या अनुसूचित जाति और 14.36 फीसदी जनसंख्या अनुसूचित जनजाति के लोगों की है।
2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के गणेश सिंह ने कांग्रेस नेता अर्जुन सिंह के बेटे अजय सिंह को हराया था। इस चुनाव में गणेश सिंह को 3,75,288 वोट मिले थे तो वहीं कांग्रेस के अजय सिंह को 3,66,600 वोट मिले थे। गणेश सिंह ने 8,688 वोटों से अजय सिंह को हराया था।
निवर्तमान सांसद: गणेश सिंह
गणेश सिंह (बीजेपी) – 3,75,288
अजय सिंह (कांग्रेस) – 3,66,600
2019 लोकसभा चुनाव के लिए प्रमुख उम्मीदवार
अधिसूचना जारी | 2 अप्रैल |
नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि | 9 अप्रैल |
नामांकन पत्र की जांच | 10 अप्रैल |
नामांकन वापसी की अंतिम तिथि | 12 अप्रैल |
मतदान की तारीख | 29 अप्रैल |
मतगणना की तारीख | 23 मई |
This post was last modified on May 18, 2019 3:11 PM
नवीन शिक्षण पद्धतियों, अत्याधुनिक उद्यम व कौशल पाठ्यक्रम के माध्यम से, संस्थान ने अनगिनत छात्रों…
इतिहासकार प्रोफ़ेसर इम्तियाज़ अहमद ने बिहार के इतिहास पर रौशनी डालते हुए बताया कि बिहार…
अब आवेदन की तारीख 15 जुलाई से 19 जुलाई तक बढ़ा दी गई है।
पूरे दिल्ली-NCR में सर्विस शुरु करने वाला पहला ऑपरेटर बना
KBC 14 Play Along 23 September, Kaun Banega Crorepati 14, Episode 36: प्रसिद्ध डिजाइनर्स चार्ल्स…
राहुल द्रविड़ की अगुवाई में टीम इंडिया ने 1-0 से 2007 में सीरीज़ अपने नाम…