सैन फ्रांसिस्को, 19 फरवरी (आईएएनएस)| फेसबुक पर अपने समूहों में यूजर्स के संवेदनशील स्वास्थ्य डेटा की सुरक्षा में नाकाम रहने का आरोप लगा है।
फेडरल ट्रेड कमीशन (एफटीसी) में सोमवार को दायर एक शिकायत में कहा गया, “फेसबुक ने इन उत्पादों का विपणन पर्सनल हेल्थ रिकार्ड बोलकर किया था और जिन मरीजों ने इस पर अपने डेटा रखे, उन्हें सार्वजनिक कर दिया।”
द वर्ज की रिपोर्ट में कहा गया कि यह मामला सबसे पहले जुलाई में संज्ञान में आया था, जब महिलाओं के समूह के एक सदस्य जो जीन म्यूटेशन से पीड़ित थी, उन्होंने पाया कि बड़ी आसानी से यूजर्स के नाम और ईमेल पते एक साथ भारी संख्या में डाउनलोड हो गए, इसे मैनुअली और क्रोम एक्सटेंशन के माध्यम से डाउनलोड किया गया।
उसके बाद, सोशल नेटवर्किं ग दिग्गज ने दावा किया था कि उसने ‘ग्रुप्स’ में बदलाव किया है और उसे ‘सेक्रेट ग्रुप्स’ में बदल दिया है। हालांकि अब इसे ज्वाइन करना मुश्किल हो गया है, क्योंकि इसे खोजना भी मुश्किल हो गया है।
हालांकि, शिकायत में कहा गया है कि निजी रूप से पोस्ट किए गए निजी स्वास्थ्य जानकारियों को सार्वजनिक रूप से साझा करना कानून का उल्लंघन है, जोकि फेसबुक के निजता क्रियान्वयन तरीकों की गंभीर समस्या है।
द वर्ज ने कहा कि फेसबुक पहले से ही निजता चूक को लेकर एफटीसी के साथ अरबों डॉलर के जुर्मानों को लेकर बातचीत कर रहा है और जुर्माने की रकम को घटाने का आग्रह कर रहा है।
इस मुद्दे पर अभी तक कंपनी ने कोई आधिकारिक जवाब नहीं दिया है।
नवीन शिक्षण पद्धतियों, अत्याधुनिक उद्यम व कौशल पाठ्यक्रम के माध्यम से, संस्थान ने अनगिनत छात्रों…
इतिहासकार प्रोफ़ेसर इम्तियाज़ अहमद ने बिहार के इतिहास पर रौशनी डालते हुए बताया कि बिहार…
अब आवेदन की तारीख 15 जुलाई से 19 जुलाई तक बढ़ा दी गई है।
पूरे दिल्ली-NCR में सर्विस शुरु करने वाला पहला ऑपरेटर बना
KBC 14 Play Along 23 September, Kaun Banega Crorepati 14, Episode 36: प्रसिद्ध डिजाइनर्स चार्ल्स…
राहुल द्रविड़ की अगुवाई में टीम इंडिया ने 1-0 से 2007 में सीरीज़ अपने नाम…