नई दिल्ली, 25 फरवरी (आईएएनएस)| चार बार की ग्रैंड स्लैम चैम्पियन फ्रांस की मैरी पियर्स ने मंगलवार को कहा कि महिला टेनिस में हाल के समय में काफी जबर्दस्त प्रतिस्पर्धा देखने को मिल रही है और इसलिए आगामी फ्रेंच ओपन में किसी एक खिलाड़ी को खिताब का प्रबल दावेदार नहीं माना जा सकता है।
पियर्स इस समय फ्रेंच ओपन जूनियर वाइल्ड कार्ड सीरीज के छठे संस्करण को प्रमोट करने के लिए भारत आई हुई हैं। वह यहां दिल्ली लॉन टेनिस संघ (डीएलटीए) के क्ले कोर्ट्स पर जूनियर वाइल्ड कार्ड सीरीज के छठे संस्करण में बच्चों का उत्साह बढ़ा रही हैं।
साल 1995 में आस्ट्रेलियन ओपन का खिताब जीतने वाली पियर्स ने टूर्नामेंट से इतर मंगलवार को संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि हाल के समय में पुरुष एकल वर्ग में कुछ चुनिंदा खिलाड़ियों का ही दबदबा देखने को मिल रहा है, लेकिन महिला वर्ग में प्रतिस्पर्धा काफी कड़ी है।
उन्होंने कहा कि इसलिए महिला वर्ग में टूर्नामेंट शुरू होने से पहले कुछ भी अंदाजा नहीं लगाया जा सकता कि किस खिलाड़ी के हिस्से खिताब आएगा।
साल 2000 में फ्रेंच ओपन का खिताब जीतने वाली पियर्स ने कहा, “खेल के लिए यह सही है कि इसमें किसी एक खिलाड़ी का प्रभुत्व नहीं है। हाल के समय में महिला वर्ग में यह देखने को मिलता है कि जब टूर्नामेंट शुरू होता है तो किसी को पता नहीं होता कि कौन खिताब जीतेगी। युवा खिलाड़ी बेहतरीन प्रदर्शन कर रही हैं और अनुभवी तथा पुराने खिलाड़ियों को मात देकर खिताब जीत रही हैं। हर साल एक नई ग्रैंड स्लैम चैंपियन देखने को मिल रही है।”
साल के दूसरे ग्रैंड स्लैम फ्रेंच ओपन का आयोजन 24 मई से सात जून के बीच पेरिस में होगा।
साल 2019 में अंतर्राष्ट्रीय टेनिस हॉल ऑफ फेम में शामिल की गईं पियर्स ने आगे कहा, “अगर आप पुरुष एकल के बारे में मुझसे पूछते तो मैं आसानी से राफेल नडाल का नाम लेती, लेकिन महिला वर्ग में किसी एक खिलाड़ी का नाम नहीं ले सकती, क्योंकि हाल के समय में महिला टेनिस काफी ओपन हो गया है। इससे अब कोई भी खिलाड़ी किसी भी टूर्नामेंट को जीत रही हैं।”
पियर्स फ्रेंच ओपन जूनियर वाइल्ड कार्ड सीरीज बाई ओप्पो के छठे संस्करण की ब्रांड एम्सेबेडर हैं। उनका मानना है कि इस तरह के टूर्नामेंटों में भाग लेने से जूनियर खिलाड़ियों को काफी फायदा होगा और उनका ये अनुभव अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर काम आएगा।
45 वर्षीय पियर्स ने कहा, “क्ले कोर्ट पर खेलने से खिलाड़ियों को काफी फायदा होगा। इससे वे तकनीकी और रणनीतिक रूप से काफी मजबूत होंगे। मुझे उम्मीद है कि इस तरह के टूर्नामेंट्स से देश में टेनिस को और ज्यादा बढ़ावा मिलेगा। अगर इन जूनियर खिलाड़ियों को शुरू से ही रोलां गैरों जूनियर ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट्स में खेलने का अनुभव मिलता है तो वे भविष्य में खुद को ग्रैंड स्लैम विजेता के रूप में अपनी चुनौती पेश कर सकते हैं।”
पियर्स ने सेरेना विलियम्स के प्रदर्शन पर भी अपने विचार दिए। सेरेना अपना रिकॉर्ड 24वां ग्रैंड स्लैम खिताब नहीं जीत पा रही हैं। सेरेना ने अपना पिछला ग्रैंड स्लैम खिताब 2017 में आस्ट्रेलियन ओपन में जीता था।
पियर्स ने कहा, “सेरेना ने अब तक के अपने करियर में जो कुछ भी हासिल किया है अविश्वसनीय है। उन्होंने काफी समय तक महिला टेनिस में अपना दबदबा बनाया है। मां बनने के बाद उन्होंने जिस तरह से कोर्ट पर वापसी की है, वह अद्भुत है। मैं उनसे काफी प्रभावित हूं और मुझे उम्मीद है कि वह अपना रिकॉर्ड 24वां ग्रैंड स्लैम खिताब जीतेंगी।”
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