नई दिल्ली, 17 मार्च (आईएएनएस)| देश के पूर्व कानून मंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता कपिल सिब्बल मानते हैं कि कांग्रेस ने अपने दौर में कई गलतियां कीं, जिसकी वजह से आज वह सत्ता में नहीं है।
सिब्बल का कहना है कि पिछली सरकारों की गलतियों के कारण ही नई सरकारें आती हैं। ऐसे में सिब्बल केंद्र में बैठी भाजपा की मौजूदा सरकार को नसीहत देते हैं कि वह पुरानी सरकार (कांग्रेस) की गलतियां न दोहराए।
सिब्बल हालांकि केंद्र की मौजूदा भाजपा और कांग्रेस की पिछली सरकारों में कुछ अंतर मानते हैं। सिब्बल कहते हैं कि आज जिस तरह से भाजपा प्राइवेट एयरोप्लेन्स, रिजॉर्ट से रिजॉर्ट और मनी पॉवर के जरिए राजनीति कर रही है, वैसा कभी कांग्रेस ने नहीं किया। कांग्रेस ने बेशक गलतियां कीं मगर सफल सरकार इसलिए दे पाई कि उसने गलतियां दोहराई नहीं।
पूर्व सीजेआई रंजन गोगोई को राज्यसभा के लिए नामित किए जाने पर उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि सरकार ने संदेश दिया है कि जो उसके साथ है वह राज्यसभा तक जा सकता है और जो साथ नहीं है तो उसका तबादला हो सकता है या फिर जांच बैठ सकती है।
सिब्बल ने आईएएनएस के साथ एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कई मुद्दों पर बात की। जस्टिस गोगोई का राज्यसभा जाना गलत है तो फिर सिख दंगों की जांच करने वाले जस्टिस रंगनाथ मिश्रा का जाना सही कैसे है? इस सवाल पर सिब्बल ने कहा, “सरकारें बदलती क्यों हैं? पिछली सरकारों की गलतियों की वजह से ही नई सरकार आती हैं। लेकिन उन्हें गलती नहीं दोहरानी चाहिए। अब जैसा कि देहात के परिवार में होता है कि तूने मेरे बहनोई को मारा था तो मैं आज तेरे बहनोई को मार दूंगा। यह कौन सा तर्क हुआ। रंगनाथ मिश्रा को क्यों भेजा गया?..आपका यह मतलब है कि 2002 में दंगे हुए तो 84 में भी हुए थे और आगे भी होने चाहिए। क्या ये सरकार का नजरिया होना चाहिए। जो चीज गलत है, वह गलत है और हमेशा गलत रहेगी।”
क्या जस्टिस गोगोई को राज्यसभा का पद स्वीकार करना चाहिए? इस सवाल पर इस धुरंधर वकील ने कहा, “यही जस्टिस गोगोई ने सीजेआई रहते रिटायरमेंट के बाद पद ग्रहण करने को संस्था पर धब्बा जैसा बताया था और आज खुद ग्रहण कर रहे हैं। हमें इस मामले में कानूनी पहलू पर जाने की जगह पब्लिक परसेप्शन पर ध्यान देना चाहिए। हमें सोचना चाहिए कि इससे ज्यूडिशियल सिस्टम को लेकर जनता में क्या संदेश जा रहा है।”
पूर्व कानून मंत्री सिब्बल ने कहा, “हम आज भी जस्टिस खन्ना को क्यों याद रखते हैं? क्योंकि उन्होंने बहुमत के फैसले से असहमति जाहिर की थी। आर्टिकल-21 के प्रति उन्होंने कहा था कि वह सस्पेंड नहीं हो सकता। फैसला बेशक कानून के नजरिए में सही हो मगर जनता के नजरिए में गलत था।”
जस्टिस मुरलीधर के तबादले के सवाल पर कपिल सिब्बल ने कहा, “कहते हैं कि तबादले की अनुमति 12 फरवरी को दे दी गई थी, लेकिन उस समय वह केस सुन रहे थे। उन्होंने अगले दिन के लिए कार्यवाही रखी। रात को 11 बजे यह फैसले आ गया। बात टाइमिंग की है, बात पब्लिक परसेप्शन की। इससे यही संदेश गया कि जो हमारे साथ रहेगा वह राज्यसभा तक जाएगा और जो पक्ष में नहीं होगा उसका तबादला भी हो सकता है। विरोधियों के खिलाफ ईडी की जांच भी चल सकती है।”
मध्य प्रदेश के हालिया घटनाक्रम पर टिप्पणी करते हुए कपिल सिब्बल ने कहा, “कांग्रेस ने कभी प्राइवेट एयरोप्लेन्स, रिजॉर्ट से रिजॉर्ट और मनी पॉवर की राजनीति नहीं की। कोई भी सरकार परफेक्ट नहीं होती। कांग्रेस के समय भी गलतियां हुईं। मगर सफल सरकार वही होती है जो गलतियां रिपीट न करे।”
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