हाथरस कांड: एसआईटी जल्द सौंप सकती है शासन को अपनी रिपोर्ट

Follow न्यूज्ड On  

हाथरस, 16 अक्टूबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के हाथरस में युवती के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म के दौरान मारपीट तथा उसकी मौत के कारणों की जांच कर रही प्रदेश सरकार की स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (एसआइटी) ने अपनी पड़ताल पूरी कर ली है। अब यह टीम प्रदेश सरकार को अपनी रिपोर्ट देगी। माना जा रहा है कि जल्द टीम अपनी रिपोर्ट सौंप सकती है, हालांकि एसआईटी की टीम अभी भी हाथरस में है।

सूत्रों की मानें तो एसआईटी का समय एक बार और बढ़ाया जा सकता है। जानकारी के अनुसार, एसआईटी को 30 सितंबर को हाथरस कांड में पुलिस की भूमिका की जांच के लिए भेजा गया था। उसे सात दिनों में अपनी जांच पूरी करने को कहा गया था।

लेकिन जांच के दौरान नए नए तथ्य सामने आने के बाद एसआईटी का समय 10 दिनों के लिए और बढ़ा दिया गया। सूत्रों का कहना है कि एसआईटी ने अपनी जांच पूरी करने के लिए और समय मांगा है। फिलहाल एसआईटी की टीम हाथरस में ही है। इस बाबत गृह विभाग के अधिकारी भी अभी कुछ नहीं बोल रहे हैं।

हाथरस कांड की जांच करने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर एसआईटी गठित की गई। गृह सचिव भगवान स्वरूप के नेतृत्व में डीआइजी चंद्रप्रकाश तथा एसपी पूनम ने इस प्रकरण की जांच शुरू की।

एसआईटी ने अपनी पड़ताल के दौरान हाथरस के बुलगड़ी गांव में सौ से अधिक लोगों के बयान दर्ज करने के साथ चंदपा थाना के कर्मियों, हाथरस जिला अस्पताल तथा अलीगढ़ के मेडिकल कालेज प्रबंधन से भी बात की। बुलगड़ी गांव में बयान दर्ज कराने वालों में पीड़ित परिवार के सदस्य, सभी आरोपी व उनके परिवार के लोगों के साथ पुलिस व प्रशासन के अधिकारी शामिल हैं।

एसआईटी की जांच अब अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। एसआईटी ने पुलिस अधिकारियों, कर्मियों के अलावा स्वास्थ्य कर्मियों, पीड़ित पक्ष और आरोपी पक्ष के लोगों से कई अहम जानकारियां हासिल की हैं।

एसआईटी ने गांव के 40 लोगों को भी नोटिस देकर बुलाया है। हालांकि कुछ लोग अभी तक एसआईटी के सामने पेश नहीं हुए हैं। बृहस्पतिवार को एसआईटी ने फिर कुछ लोगों से पूछताछ की और छानबीन की। माना जा रहा है कि अगले एक-दो दिन में एसआईटी अपनी जांच रिपोर्ट शासन को सौंप देगी।

ज्ञात हो कि हाथरस के बुलगड़ी गांव में 14 सितंबर को दलित युवती के साथ कथित रूप से सामूहिक दुष्कर्म किया गया था। इस दौरान मारपीट में गंभीर रूप से घायल दलित युवती ने 29 सितंबर को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया था। उसके बाद जिस तरह हाथरस में आनन-फानन में युवती का अंतिम संस्कार किया गया, उसपर काफी विवाद हुआ था। ज्यादा हो हल्ला के बीच योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर तत्काल तीन सदस्यीय एसआइटी का गठन किया गया। एसआईटी की शुरूआती जांच के आधार पर ही हाथरस के एसपी विक्रांतवीर तथा सीओ को सस्पेंड किया गया था।

–आईएएनएस

विकेटी-एसकेपी

Share

Recent Posts

जीआईटीएम गुरुग्राम ने उत्तर भारत में शीर्ष प्लेसमेंट अवार्ड अपने नाम किया

नवीन शिक्षण पद्धतियों, अत्याधुनिक उद्यम व कौशल पाठ्यक्रम के माध्यम से, संस्थान ने अनगिनत छात्रों…

March 19, 2024

बिहार के नींव डालने वाले महापुरुषों के विचारों पर चल कर पुनर्स्थापित होगा मगध साम्राज्य।

इतिहासकार प्रोफ़ेसर इम्तियाज़ अहमद ने बिहार के इतिहास पर रौशनी डालते हुए बताया कि बिहार…

March 12, 2024

BPSC : शिक्षक भर्ती का आवेदन अब 19 तक, बिहार लोक सेवा आयोग ने 22 तक का दिया विकल्प

अब आवेदन की तारीख 15 जुलाई से 19 जुलाई तक बढ़ा दी गई है।

July 17, 2023

जियो ने दिल्ली के बाद नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद में ट्रू5जी सर्विस शुरु की

पूरे दिल्ली-NCR में सर्विस शुरु करने वाला पहला ऑपरेटर बना

November 18, 2022

KBC 14: भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान कौन थे, जिन्होंने इंग्लैंड में भारत को अंतिम बार एक टेस्ट सीरीज जिताया था?

राहुल द्रविड़ की अगुवाई में टीम इंडिया ने 1-0 से 2007 में सीरीज़ अपने नाम…

September 23, 2022