Amitabh Bachchan Birthday: अपनी दमदार आवाज और अभिनय के दम पर दर्शकों को अपना दीवाना बनाने और हिन्दी फिल्म इंडस्ट्री के ‘शहंशाह’ कहे जाने वाले अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) आज अपना 77वां जन्मदिन मना रहे हैं। उनकी कड़ी मेहनत ने आज उन्हें उस मुकाम पर लाकर खड़ा कर दिया है, जहां उन्होंने कभी सोचा भी नहीं होगा। उनके जन्मदिन के खास मौके पर जानिए उनसे जुड़ी कुछ खास बातें।
– अमिताभ बच्चन का जन्म 11 अक्टूबर 1942 को उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद जिले में हुआ था। उनके पिता श्री हरिवंशराय बच्चन जाने माने हिंदी कवियों में से एक थे।
– अमिताभ बच्चन की शुरुआती शिक्षा इलाहाबाद में ही हुई। उसके बाद उन्होंने नैनीताल के एक बोर्डिंग स्कूल में शिक्षा हासिल की। अमिताभ विज्ञान से इतने प्रभावित हुए कि उनमें वैज्ञानिक बनने की इच्छा जागृत हुई। हालांकि बाद में यह शौक जाता रहा।
– अमिताभ बच्चन ने अपने करियर की शुरुआत कोलकत्ता में बतौर सुपरवाइजर की जहां उन्हें 800 रुपये मासिक वेतन मिला करता था। साल 1968 मे कलकत्ता की नौकरी छोड़ने के बाद मुंबई आ गये। बचपन से ही अमिताभ बच्चन का झुकाव अभिनय की ओर था और वो अभिनेता बनना चाहते थे।
– अमिताभ को अपने करियर के शुरुआती दिनों में वह दिन भी देखना पड़ा जब उनकी आवाज को लोगों ने नकार दिया था। फिल्म जगत में अपने करियर के शुरुआती दिनों में अमिताभ बच्चन ने ‘आकाशवाणी’ में भी अनाउंसर पद के लिए आवेदन किया लेकिन वहां काम करने का अवसर नहीं मिला। यहां तक कि फिल्म ‘रेशमा’ और ‘शेरा’ में अपनी अच्छी आवाज के बावजूद उन्हें मूक भूमिका भी स्वीकार करनी पड़ी।
– साल 1969 में अमिताभ बच्चन को पहली बार ख्वाजा अहमद अब्बास की फिल्म ‘सात हिन्दुस्तानी’ में काम करने का मौका मिला लेकिन इस फिल्म के असफल होने के कारण वह दर्शकों के बीच कुछ खास पहचान नहीं बना पाये।
– उनकी किस्मत ने साल 1971 में तब मोड़ लिया, जब उन्हें सुपरस्टार राजेश खन्ना के साथ ‘आनन्द’ फिल्म में मौका मिला। जिसमें उन्होंने डॉक्टर के किरदार को बखूबी निभाया और अपनी प्रतिभा को साबित किया। इसके बाद साल 1973 में आई ‘जंजीर’ ने अमिताभ की तकदीर बदल दी। यह उनकी तेरहवीं फिल्म थी।
– साल 1984 में उन्होंने राजनीति में प्रवेश किया और इलाहाबाद से सांसद का चुनाव लड़े तथा सांसद के रूप में चुन लिये गये। हालांकि अमिताभ बच्चन को अधिक दिनों तक राजनीति रास नहीं आई और तीन वर्ष तक काम करने के बाद उन्होंने सांसद के पद से इस्तीफा दे दिया।
– समाचार एजेंसी बीबीसी के एक पोल में अमिताभ बच्चन को पिछली सदी के महानायक का खिताब हासिल हुआ था। बच्चन को बॉलीवुड शब्द से सख्त नफरत रही है। वह मुंबई फिल्म इंडस्ट्री को हिंदी सिनेमा कहे जाने के पक्षधर रहे हैं और हिंदी सिनेमा में हिंदी की प्रतिष्ठा लौटाने के लिए शुरू से काम करते रहे हैं।
– अमिताभ बच्चन अब तक 300 से ज्यादा फिल्मों में काम कर चुके हैं और फिल्म संगीत के साथ साथ भारतीय शास्त्रीय संगीत में भी वह काफी रुचि रखते हैं। फिल्मों में गायन की शुरूआत उन्होंने फिल्म मिस्टर नटवरलाल से की थी।
अमिताभ बच्चन देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कारों से भी सम्मानित हो चुके हैं। जिसमें चार राष्ट्रीय पुरस्कार और 12 फिल्मफेयर पुरस्कार शामिल हैं। उन्हें साल 1984 में पद्मश्री से सम्मानित किया है। 2001 में भारत सरकार ने उन्हें पद्मभूषण और 2015 में पद्मविभूषण से सम्मानित किया। अभी हाल ही में उन्हें सिनेमा का सर्वोच्च राष्ट्रीय सम्मान दादा साहब फाल्के पुरस्कार देने का ऐलान किया गया है।
This post was last modified on October 11, 2019 9:40 AM
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