लखनऊ, 19 सितंबर (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कहा कि 30 महीने के कार्यकाल में उनकी सरकार ने प्रदेश की पहचान को बनाए रखते हुए नए मुकाम हासिल किए हैं। सरकार के सामने कई चुनौतियां थीं, लेकिन इसने उन सभी चुनौतियों को अपने प्रयासों से अवसर में बदल दिया। मुख्यमंत्री योगी गुरुवार को अपने सरकारी आवास पर अपनी सरकार के 30 महीने पूरे होने पर सरकार की उपलब्धियां बता रहे थे।
उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश में जब 14 साल के वनवास के बाद हमारी सरकार बनी थी, कुशासन के कारण उत्तर प्रदेश के सामने पहचान का संकट खड़ा हो गया था। सरकार के सामने कई चुनौतियां थीं, लेकिन उन सभी चुनौतियों को हमने अपने प्रयासों से अवसर में बदल दिया।”
योगी ने कहा, “हम जब सत्ता में आए थे तो उस वक्त प्रदेश का किसान बहुत दबा और डरा हुआ था। उसके बाद हम किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए योजनाएं लेकर आए और सरकार के सकारात्मक प्रयासों के चलते फसल ऋण माफी योजना सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश में ही सफल रही है। हमारी सरकार ने पहली बैठक में ही लघु और सीमांत किसानों का कर्ज माफ किया।”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “हमने प्रदेश में 30 महीने में जो भी किया, वह सब टीम वर्क है। हमारे सभी मंत्री अपने विभाग को हर स्तर पर सुधारने में लगे रहे और अब सुधार दिखने लगे हैं।”
योगी ने राज्य की कानून व्यवस्था पर कहा, “इसे सुधारने के लिए 24,000 करोड़ रुपये का बजट प्रस्तावित किया गया है। इसके साथ ही एंटी-रोमियो स्क्वायड और एंटी-भूमाफिया अभियान भी चलाया गया। हमारी सरकार ने 1.9 करोड़ से ज्यादा बिजली कनेक्शन दिए, 193 नए इंटर कॉलेजों की शुरुआत की गई। ‘स्कूल चलो अभियान’ के तहत 1.80 करोड़ बच्चों का दाखिला हुआ।”
मुख्यमंत्री ने इसके बाद कुंभ आयोजन पर कहा, “कुंभ की अंतर्राष्ट्रीय ब्रांडिंग हुई और इसके तहत 137 देशों को बुलाया गया। हमने भ्रष्टाचार के सवाल पर अपनों को भी नापा है। वहीं सामूहिक विवाह योजना के तहत 68,000 लड़कियों की शादी कराई गई है।”
योगी ने कहा, “उत्तर प्रदेश में 1.57 करोड़ से अधिक किसानों को ‘किसान सम्मान निधि’ मिली है, जो देश में सर्वाधिक है। यहां ढाई साल में 73 हजार करोड़ से अधिक गन्ना मूल्य का भुगतान हुआ। किसानों को खेत तालाब योजना का लाभ मिला है। किसान लंबे समय से बदहाल थे। प्रदेश सरकारों ने इस पर ध्यान नहीं दिया था। हमने किसानों की फसल के लिए सॉयल हेल्थ कार्ड देना शुरू किया। प्रदेश के अंदर किसानों की आय दोगुनी करने के लिए हमने कृषि विज्ञान केंद्र खोले।”
आदित्यनाथ ने कहा, “प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं में वृद्घि हुई है। इंसेफेलाइटिस जैसी बीमारी में 65 प्रतिशत कमी आई है। प्रदेश में आजादी से अब तक कुल 12 मेडिकल कॉलेज बने थे। वर्तमान सरकार में 15 नए मेडिकल कॉलेज बन रहे हैं। सात मेडिकल कॉलेज में प्रवेश शुरू हो गया है। दवा के लिए मेडिकल कॉर्पोरेशन की स्थापना की गई है। हम प्रदेश में एक नई मेडिकल यूनिवर्सिटी व दो एम्स बना रहे हैं।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “जैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने जाति, मत, धर्म से ऊपर उठकर जनता की प्राथमिकता को केंद्र में रखकर काम शुरू किया था, उसी को देखते हुए हमने काम शुरू किया था। प्रदेश में सरकार बनने के बाद उत्तर प्रदेश के परसेप्शन को बदलने के लिए सरकार ने बड़े स्तर पर काम किया।”
इससे पहले प्रदेश सरकार के 30 माह पूरे होने पर मुख्यमंत्री ने अपने सरकारी आवास पर स्मारिका ‘विकास एवं सुशासन’ का विमोचन किया। इस दौरान उनके साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व दिनेश शर्मा भी मौजूद रहे।
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