Chandra Grahan 2020 Date, Timings in India: 5 जुलाई को लगेगा साल का तीसरा चंद्र ग्रहण, जानिए कब और कैसे देख सकेंगे

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Lunar Eclipse July 2020 Date and Time in India: साल 2020 का तीसरा चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse) 5 जुलाई को लगने जा रहा है। इस बार लगने जा रहा चंद्र ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा। जिस दिन चंद्र ग्रहण लगेगा उसी दिन गुरू पूर्णिमा भी है। इस उपच्छाया चंद्र ग्रहण का सूतक काल मान्य नहीं होगा।

एक रिपोर्ट के मुताबिक ये ग्रहण अमेरिका, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा। ज्योतिष अनुसार चंद्र ग्रहण धनु राशि में लगने जा रहा है। चंद्र ग्रहण उस खगोलीय स्थिति को कहते हैं जब चंद्रमा पृथ्वी के ठीक पीछे उसकी प्रच्छाया में आ जाता है। ऐसा तभी हो सकता है जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सीधी रेखा में अवस्थित हों।

चंद्र ग्रहण का टाइम:

ग्रहण 5 जुलाई की सुबह 08:38 AM से शुरू होगा। इसका परमग्रास 09:59 AM पर होगा और इसकी समाप्ति 11:21 AM तक हो जाएगी। उपच्छाया चंद्र ग्रहण की कुल अवधि 02 घण्टे 43 मिनट की होगी। उपच्छाया चंद्र ग्रहण होने के कारण इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा। इसके बाद अगला चंद्र ग्रहण 30 नवंबर को लगेगा।

ग्रहण कैसे देखें

चंद्र ग्रहण को नंगी आंखों से देखने से कोई नुकसान नहीं होता है। लेकिन अगर इस नजारे को टेलिस्कोप की मदद से देखा जाए तो ये बेहद ही आसमान में बेहद ही मनमोहक दृश्य दिखाई देगा। इसे देखने के लिए खास तरह के सोलर फिल्टर वाले चश्मों का प्रयोग किया जाता है। क्योंकि ये ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा, इसलिए आप इसे ऑनलाइन देख सकते हैं।

इसे दक्षिण एशिया (South Asia) के कुछ हिस्से अमेरिका (America), यूरोप व ऑस्ट्रेलिया में देखा जा सकेगा। इसके दिखाई देने की अवधि तकरीबन पौने तीन घंटे तक की होगी। लास एंजिल्स में 4 जुलाई रात 8 बजकर 5 मिनट से शुरू होकर 10 बजकर 52 मिनट तक दिखाई देगा।

जबकि केपटाउन (Cape Town) में 5 जुलाई को सुबह 5 बजे तक खत्म होगा। इसके बाद 5 महीने 25 दिन बाद 30 नवंबर को चंद्रग्रहण (Lunar Eclipse 2020) व 14 दिसंबर 2020 को टोटल सूर्यग्रहण  (Solar Eclipse) होगा। इसे भी हम भारत (India) में नहीं देख पाएंगे। खगोलविद् के मुताबिक वर्ष 2020 में कुल 6 ग्रहण लगेंगे।

5 जुलाई को लगने जा रहे चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse 2020) में सूतक काल मान्य नहीं है। इस ग्रहण को उपछाया ग्रहण माना जा रहा है। जब उपछाया ग्रहण होता है तो सूतक नहीं लगता है। इसलिए भोजन (Food)और पूजा (Pooja)आदि कार्य किए जा सकते हैं, साथ ही गर्भवती महिलाएं विशेष ध्यान रखें और नियमों का पालन करें।

This post was last modified on July 3, 2020 3:20 PM

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