काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआईएससीई) 10वीं के नतीजे मंगलवार 7 मई को घोषित किए जाएंगे। इंडियन सर्टिफिकेट ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (ICSE 10th Result) नतीजे काउंसिल की आधिकारिक वेबसाइट और एसएमएस के जरिये हासिल किए जा सकते हैं। नतीजे दोपहर तीन बजे घोषित होंगे। काउंसिल के तहत आने वाले स्कूलों के प्रिसिंपल अपने लॉगइन पासवर्ड से काउंसिल के पोर्टल पर स्कूलों के नतीजे देख सकेंगे। छात्र काउंसिल के आधिकारिक वेबसाइट www.cisce.org पर नतीजे देख सकेंगे।
किसी छात्र को अपना नतीजा एसएमएस के जरिये हासिल करना है तो उसके लिए उसे अपना सात अंकों का यूनीक आईडी मैसेज में टाइप करके 09248082883 पर भेजना होगा। कॉपी री-चेक करने के लिए 13 मई तक आवेदन किए जा सकते हैं।
1: वेबसाइट www.cisce.org पर जाएँ।
2: प्रासंगिक परिणाम लिंक पर क्लिक करें।
3: मांगी गई जानकारियों को दर्ज करें।
4: आईसीएसई परिणाम 2019 (ICSE 10th Result) डाउनलोड करें।
5: एक प्रिंट आउट आगे प्रक्रिया के लिए सुरक्षित रख लें।
काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (CISCE) साल 1958 में अस्तित्व में आया। लेकिन CISCE बोर्ड को परीक्षा आयोजित करने की अनुमति साल 1973 में मिली। इसके बाद से सीआईएसई हर साल ISC और ICSE परीक्षा आयोजित करता आया है।
परीक्षा का नाम: इंडियन सर्टिफिकेट ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन या ICSE परीक्षा 2019
परीक्षा का आयोजक: कॉउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन्स
परीक्षार्थियों की कुल संख्या : 1,84,253
पास परसेंटेज : 98.51%
लड़कियों का पास परसेंटेज : 98.95%
लड़कों का पास परसेंटेज : 98.15%
ICSE Class exam 2018 में नवी मुंबई के सेंट मैरी स्कूल के स्वयं दास ने 99.40% मार्क्स लाकर टॉप किया था।
काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआईएससीई) 2019 से कंपार्टमेंट एग्जाम का आयोजन करेगा। इससे आइसीएसई और आइएससी के छात्रों को बड़ी राहत मिलेगी। अगर वे फेल हो जाते हैं तो उनको 10वीं और 12वीं क्लास की परीक्षा पास करने के लिए साल भर इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
कंपार्टमेंट एग्जाम हर साल जुलाई के तीसरे महीने में होंगे और रिजल्ट अगस्त में आएगा। 12वीं क्लास के वे छात्र जो इंग्लिश और अन्य दो विषय पास कर चुके हैं और चौथे में फेल हैं, वे परीक्षा दे सकेंगे। 10वीं क्लास के ऐसे छात्र जो इंग्लिश और तीन अन्य विषय में पास हैं लेकिन पांचवें विषय में फेल हो गए हैं, वे परीक्षा दे सकते हैं।
10वीं क्लास के छात्र अब हर विषय का अलग-अलग नंबर भी जान सकेंगे। पहले उनको औसत नंबर बताया जाता था। जैसे छात्र विज्ञान का तीन अलग-अलग पेपर फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायॉलजी का एग्जाम देते हैं और हर विषय का अधिकतम अंक 100-100 होता है। अभी तक जो मार्कशीट आती थी उसमें तीनों विषय के अलग-अलग मार्क्स नहीं लिखे होते थे, बल्कि तीनों विषय को विज्ञान के अंदर डालकर औसत अंक लिखा होता था। लेकिन अब छात्र इन तीनों पेपर के अलग-अलग नंबर भी जान पाएंगे। इसी तरह छात्र अंग्रेजी के दो पेपर लैंग्वेज और लिटरेचर का नंबर अलग-अलग देख सकेंगे।
This post was last modified on May 7, 2019 3:18 PM
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