सैन फ्रांसिस्को, 18 मई (आईएएनएस) | भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) और यूरोपीय संघ (ईयू) के बाद अब इटली का ‘प्रतिपक्षी प्राधिकरण’ गूगल के खिलाफ एक ‘प्रतिस्पर्धा-विरोधी जांच’ शुरू करने वाला नवीनतम अंतरराष्ट्रीय नियामक निकाय बन गया है।
वर्ज मीडिया ने शुक्रवार को एक रिपोर्ट में कहा कि इटली स्थित ऊर्जा कंपनी एनल ग्रुप ने शिकायत की थी कि गूगल ने ‘एनल एक्स रिचार्ज’ ऐप को एंड्रॉइड ऑटो के साथ काम करने की अनुमति नहीं दी है।
आमतौर पर, ‘खोज इंजन’ (गूगल) दिग्गज कंपनी तीसरे पक्ष के डेवलपर्स को अपने ऐप्स के एंड्रॉइड ऑटो-संगत संस्करणों को विकसित करने की अनुमति देता है, लेकिन केवल तभी जब वे मीडिया या संदेश सेवा प्रदान करते हैं।
‘एनल एक्स रिचार्ज’ का उद्देश्य चूंकि ड्राइवरों को इलेक्ट्रिक कारों के लिए चार्जिग स्टेशन खोजने में मदद करना है, इसलिए ऐप में मैसेजिंग फीचर की आवश्यकता नहीं है।
रिपोर्ट में गूगल के प्रवक्ता के हवाले से कहा गया, “एंड्रॉइड ऑटो का सुरक्षा को ध्यान में रखकर बनाया गया है, ताकि विचलित होने के खतरों को कम किया जा सके और यह सुनिश्चित किया जा सके कि ड्राइविंग करते समय ऐप्स का सुरक्षित रूप से उपयोग किया जा सकता है।”
भारत में इससे पहले मई में भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग ने प्रतिद्वंद्वियों को ब्लॉक करने के लिए अपने लोकप्रिय एंड्रॉइड ‘ओएस’ के कथित दुरुपयोग के लिए गूगल को लेकर जांच का आदेश दिया था।
मार्च में यूरोपीय संघ के विद्रोही नियामकों ने प्रतिद्वंद्वियों को अवरुद्ध करके ऑनलाइन खोज बाजार में अपने प्रभुत्व का दुरुपयोग करने के लिए गूगल पर 1.7 अरब डॉलर का जुर्माना लगाया।
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