जीत के बाद विंबलडन कोर्ट की घास खाते हैं जोकोविक

Follow न्यूज्ड On  

 नई दिल्ली, 1 नवंबर (आईएएनएस)| सर्बियाई सुपरस्टार नोवाक जोकोविक को उनके दमदार खेल के अलावा हंसमुख रवैए के लिए भी जाना जाता है।

 चाहे कोर्ट के पास मौजूद बॉल बॉय से बातें करना हो या क्राउड की तरफ मजाकिया इशारा करना, जोकोविक हमेशा अपनी विनम्रता से सभी का दिल जीत लेते हैं लेकिन उनकी एक आदत फैन्स को हैरान करती है। जोकोविक जब भी विंबलडन खिताब जीतते हैं, सेंटर कोर्ट की घास चाव से खाते हैं। वर्ल्ड नम्बर-1 जाकोविक ने अपने करियर में अब तक कुल 16 ग्रैंड स्लैम खिताब जीते हैं जिसमें से पांच बार उन्होंने इंग्लिैंड में होने वाले प्रतिष्ठित विंबलडन के खिताब को अपने नाम किया है। इस साल भी उन्होंने स्विट्जरलैंड के महान खिलाड़ी और 20 बार के ग्रैंड स्लैम विजेता रोजर फेडरर को मात देकर विंबलडन का खिताब जीता और इसके बाद कोर्ट की घास खाई।

वर्ष 2011 में जाकोविक ने इस बेहद रोचक चीज की शुरुआत की थी। उस साल सर्बियाई खिलाड़ी ने पहली बार विंबलडन का खिताब अपने नाम किया था और जीत दर्ज करने के बाद कोर्ट की घास को खाकर सभी को चौका दिया। फैन्स समझ नहीं पाए की जोकोविक ने ऐसा क्यों किया। उस दिन के बाद से वह जब भी साल के तीसरे ग्रैंड स्लैम का खिताब जीतते हैं तो कोर्ट पर मौजूद घास को जरूर खाते हैं।

जाकोविक ने हालांकि, इसका कारण किसी से छिपाया नहीं है। जोकोविक ने बताया, “पहली बात तो मुझे विंबलडन की घास का स्वाद बहुत अच्छा लगता है। इसका मतलब यह है कि मैं फाइनल में पहुंच गया हूं और जीत दर्ज करने में कामयाब हुआ हूं।”

उन्होंने कहा, “मैं कहूंगा कि यह एक छोटा सी परंपरा की तरह है कि मैं इतनी बार इस प्रतियोगिता को जीतने में कामयाब रहा हूं। मैंने हमेशा विंबलडन जीतने का सपना देखा था। जब मैं सात या आठ साल का था तब विंबलडन की छोटी-छोटी ट्रॉफी बनाता था और आईने के सामने खुद को इस प्रतियोगिता के चैम्पियन के रूप में देखता था। वह मेरा सबसे बड़ा सपना था।”

लेकिन उन्हें घास खाने का ख्याल कैसे आया? जोकोविक ने इस पर कहा, “जब मैं वैसी हरकतें कर रहा था तभी मुझे ख्याल आया कि मुझे वो घास खानी चाहिए। पता नहीं क्यों मैंने वैसा ही किया। जब मैंने पहली बार उसे चखा था तो वह मुझे अपनी जीवन की सबसे मीठी चीज लगी। मुझे उम्मीद है कि अपना करियर खत्म करने से पहले मैं दोबारा ऐसा कर पाऊंगा। हर साल विंबलडन का हिस्सा बनना बहुत विशेष है क्योंकि यह टूर्नामेंट बहुत अलग है।”

जोकोविक अभी भी बेहद फिट हैं और जिस तरह की फार्म में चल रहे हैं उसे देखते हुए ऐसा प्रतीत हो रहा है कि वह आगे अपने करियर में कई बार विंबलडन की घास का स्वाद चखेंगे। फेडरर और राफेल नडाल (19) फिलहाल, सबसे ज्यादा ग्रैंड स्लैम जीतने के मामले में क्रमश: पहले और दूसरे नंबर पर हैं और उनके इस रिकॉर्ड को सबसे बड़ा खतरा किसी से है तो वह जोकोविक ही हैं।

सबसे अधिक ग्रैंड स्लैम जीतने के मामले में वह तीसरे नंबर पर मौजूद हैं।

Share

Recent Posts

जीआईटीएम गुरुग्राम ने उत्तर भारत में शीर्ष प्लेसमेंट अवार्ड अपने नाम किया

नवीन शिक्षण पद्धतियों, अत्याधुनिक उद्यम व कौशल पाठ्यक्रम के माध्यम से, संस्थान ने अनगिनत छात्रों…

March 19, 2024

बिहार के नींव डालने वाले महापुरुषों के विचारों पर चल कर पुनर्स्थापित होगा मगध साम्राज्य।

इतिहासकार प्रोफ़ेसर इम्तियाज़ अहमद ने बिहार के इतिहास पर रौशनी डालते हुए बताया कि बिहार…

March 12, 2024

BPSC : शिक्षक भर्ती का आवेदन अब 19 तक, बिहार लोक सेवा आयोग ने 22 तक का दिया विकल्प

अब आवेदन की तारीख 15 जुलाई से 19 जुलाई तक बढ़ा दी गई है।

July 17, 2023

जियो ने दिल्ली के बाद नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद में ट्रू5जी सर्विस शुरु की

पूरे दिल्ली-NCR में सर्विस शुरु करने वाला पहला ऑपरेटर बना

November 18, 2022

KBC 14: भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान कौन थे, जिन्होंने इंग्लैंड में भारत को अंतिम बार एक टेस्ट सीरीज जिताया था?

राहुल द्रविड़ की अगुवाई में टीम इंडिया ने 1-0 से 2007 में सीरीज़ अपने नाम…

September 23, 2022