जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की एग्जिक्युटिव कमिटी ने हॉस्टल फीस समेत अन्य बढ़ोतरी को आंशिक तौर पर वापस लेने का ऐलान किया है। साथ ही साथ आर्थिक रूप से कमजोर (EWF) छात्रों की सहायता के लिए स्कीम का प्रस्ताव दिया है।
मानव संसाधन मंत्रालय विकास मंत्रालय के सचिव आर. सुब्रमण्यम ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है। सुब्रमण्यम ने ट्वीट कर कहा, “JNU कार्यकारी समिति ने हॉस्टल शुल्क बढ़ोतरी का फैसला वापस ले लिया है। साथ ही आर्थिक रूप से कमजोर (EWF) छात्रों को आर्थिक सहायता के लिए एक योजना प्रस्तावित किया गया है। कक्षाओं में वापस आने का समय है।”
वहीं JNU छात्र संंघ के पूर्व अध्यक्ष एन. साईं बालाजी ने इसे झूठ करार देते हुए इसे एक चालबाजी बताया है।
गौरतलब है कि पिछले 10 दिनों से JNU के छात्र हॉस्टल फीस वृद्धि सहित अन्य बदलावों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के छात्रों ने छात्रावास शुल्क में वृद्धि वापस लेने की अपनी मांग को लेकर आज अपना विरोध- प्रदर्शन तेज कर दिया। इस वजह से विश्वविद्यालय प्रशासन को कार्यकारिणी परिषद की बैठक परिसर से बाहर आयोजित करनी पड़ी। इसी बैठक में आज फीस बढ़ोतरी का फैसला वापस लेना पड़ा। परिषद जेएनयू की फैसला लेने वाली सर्वोच्च संस्था है।
This post was last modified on November 13, 2019 5:13 PM
नवीन शिक्षण पद्धतियों, अत्याधुनिक उद्यम व कौशल पाठ्यक्रम के माध्यम से, संस्थान ने अनगिनत छात्रों…
इतिहासकार प्रोफ़ेसर इम्तियाज़ अहमद ने बिहार के इतिहास पर रौशनी डालते हुए बताया कि बिहार…
अब आवेदन की तारीख 15 जुलाई से 19 जुलाई तक बढ़ा दी गई है।
पूरे दिल्ली-NCR में सर्विस शुरु करने वाला पहला ऑपरेटर बना
KBC 14 Play Along 23 September, Kaun Banega Crorepati 14, Episode 36: प्रसिद्ध डिजाइनर्स चार्ल्स…
राहुल द्रविड़ की अगुवाई में टीम इंडिया ने 1-0 से 2007 में सीरीज़ अपने नाम…