हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की हत्या मामले की जांच में जुटी पुलिस को एक और सफलता हाथ लगी है। कमलेश तिवारी के हत्यारे जिस होटल में ठहरे थे, वहां से यूपी पुलिस की SIT टीम ने दोनों के सामान बरामद किए हैं। दोनों हत्यारे लखनऊ के ही नाका थाना क्षेत्र के खालसा इन होटल में ठहरे थे। जहां से पुलिस ने भगवा कपड़े और बैग बरामद किए थे, वहीं बरामद कपड़ों पर खून भी लगा हुआ है।
लालबाग खालसा होटल में दो संदिग्ध व्यक्ति ठहरे हुए थे। पुलिस को जैसे ही सूचना मिली फील्ड युनिट के साथ पुलिस की टीम वहां पहुंच गई। कमरे की जांच करने पर बैक के साथ कपड़े भी बरामद किए गए। अभी तक पुलिस ने इस पूरे मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार भी किया है। जांच को आगे बढ़ाते हुए लखनऊ के एक होटल के कमरे में रविवार को तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान होटल के कमरे से एक लवारिस बैग और भगवा रंग का कुर्ता बरामद हुआ है।
यूपी पुलिस ने कमरे से मिले सामान को कब्जे में लेकर उसकी जांच शुरू कर दी है। यूपी पुलिस की फॉरेंसिक टीम फिलहाल इस कमरे की जांच कर रही है। साथ ही यूपी पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए होटल के इस कमरे को सील कर लिया है।
वहीं, कमलेश तिवारी का परिवार उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलने के लिए रविवार सुबह ही लखनऊ पहुंचा। सीएम योगी से मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने पीड़ित को परिवार को हर संभव मदद देने का भरोसा दिया है।
गौरतलब है कि यूपी पुलिस की जांच के बीच कमलेश तिवारी के परिवार ने बीजेपी नेता पर साजिश रचने का आरोप लगाया है। कमलेश तिवारी की मां ने आरोप ने लगाया कि राम जानकी मंदिर के मुकदमे की वजह से उनके बेटे को निशाना बनाया गया है। उन्होंने स्थानीय नेता शिव कुमार गुप्ता का नाम लेते हुए कहा कि वह माफिया हैं, मेरे बेटे के सामने उनकी दाल नहीं गली। इससे पहले कमलेश तिवारी के बेटे ने भी घटना की जांच एनआईए से कराने की अपील की थी और कहा था कि हमें प्रशासन पर भरोसा नहीं है।
कमलेश तिवारी के बेटे सत्यम तिवारी का कहना है कि उन्हें नहीं पता है कि जो लोग पकड़े गए हैं उन्हीं लोगों ने पिता को मारा है या निर्दोष लोगों को फंसाया जा रहा है। मृतक के बेटे ने कहा कि अगर यही लोग असली दोषी हैं और इनके खिलाफ कोई वीडियो सबूत है तो इसकी जांच एनआईए (NIA) को करनी चाहिए। सत्यम ने आगे कहा कि अगर उनकी जांच में यह साबित हो जाता है तभी वह लोग संतुष्ट होंगे। उन्होंने आगे कहा, ‘मुझे इस प्रशासन पर कोई विश्वास नहीं है।’
बता दें कि अखिल भारत हिन्दू महासभा के पूर्व अध्यक्ष और हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की उनके घर में ही शुक्रवार को हत्या कर दी गई थी। इस घटना को अंजाम देने वाले तीन संदिग्धों को CCTV फुटेज में साफ देखा जा सकता है। ये लोग दिवाली की मिठाई देने के बहाने आए थे और डिब्बे में हथियार लेकर थे। मौका पाकर इन्होंने कमलेश तिवारी की हत्या कर दी और फरार हो गए थे। आरोपी वारदात को अंजाम देने के लिए ट्रेन से लखनऊ आए थे। लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन से कमलेश तिवारी के घर का पता पूछते हुए दोनों आरोपी गणेशगंज पहुंचे थे।
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