डेरा बाबा नानक (पंजाब), 26 नवंबर (आईएएनएस)| पंजाब के गुरदासपुर जिला स्थित सीमा क्षेत्र को पाकिस्तान स्थित करतारपुर साहिब गुरुद्वारा गलियारे से जोड़ने वाली सड़क की यहां मान गांव में सोमवार को आधारशिला रखी गई।
परियोजना की मंजूरी के श्रेय को लेकर चल रहे राजनीतिक विवाद के बीच सड़क की आधारशिला रखी गई। उप राष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू और पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने बटन दबाकर परियोजना की अधारशिला रखी।
वास्तविक आधारशिला पत्थर को समारोह से मात्र तीन घंटे पहले ही अधिकारियों द्वारा हटाया गया था। पंजाब के कैबिनेट मंत्री और डेरा बाबा नानक के विधायक सुखजिंदर सिंह रंधावा ने पत्थर पर लिखे पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल और केंद्रीय मंत्री हरसिमरत बादल के नाम को लेकर आपत्ति जताई थी।
स्पष्ट रूप से नाखुश रंधावा ने घोषणा कर कहा कि वह आधारशिला पत्थर समारोह का बहिष्कार करेंगे। और तो और, उन्होंने पत्थर पर लिखे मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह, पंजाब के पीडब्ल्यूडी मंत्री विजय सिंघला और अपने खुद के नाम पर काली टेप चिपका दी थी। उनका कहना था कि वह अपना और अपने सहयोगियों का नाम प्रकाश सिंह बादल व सुखबीर सिंह बादल के साथ नहीं देख सकते ‘जिन्होंने करतारपुर कॉरिडोर के लिए कभी कोई प्रयास नहीं किया।’
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचआई) के अधिकारियों ने महसूस किया कि उप राष्ट्रपति और अन्य गणमान्य अतिथियों की मौजूदगी में हालात बिगड़ सकते हैं, जिसके बाद उन्होंने आधारशिला पत्थर को हटाकर उसकी जगह डिजीटल तरीके से आधारशिला का इंतजाम किया।
स्क्रीन पर आधारशिला रखने के दौरान नायडू, पंजाब के राज्यपाल वी.पी. सिंह बडनोर, मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और केंद्रीय सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी का नाम शामिल था।
यह सड़क इलाके को डेरा बाबा नानक के समीप अंतर्राष्ट्रीय सीमा से जोड़ेगी।
इस मौके पर सभा को संबोधित करते हुए नायडू ने कहा कि करतारपुर गलियारे के ऐतिहासिक होने की संभावना है और यह भारत व पाकिस्तान के लोगों को एक-दूसरे के करीब लाएगा।
नायडू ने कहा, “गुरुनानक देव हमेशा प्यार और शांति का संदेश देते थे। यह गलियारा परियोजना दोनों देशों के लोगों को करीब लाएगी।”
अपने संबोधन में गडकरी ने कहा कि करतारपुर गलियारा ऐतिहासिक कदम है, जो श्रद्धालुओं को पाकिस्तान के धार्मिक स्थल में प्रार्थना करने में मदद करेगा।
पंजाब के मुख्यमंत्री ने करतारपुर गलियारे को वास्तविकता बनाने के लिए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का धन्यवाद दिया।
साथ ही उन्होंने पाकिस्तान सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा का नाम लेते हुए सीमा पार से आतंक को समर्थन देकर पंजाब में किसी प्रकार की अप्रिय घटना को अंजाम देने के खिलाफ पड़ोसी देश को चेतावनी दी।
अमरिंदर सिंह ने कहा, “मैं बाजवा से कहना चाहता हूं कि वह जो करने का प्रयास कर रहे हैं, वह कायरता है। इसमें कोई बहादुरी नहीं है। हम पंजाब में किसी भी अप्रिय घटना का मुंहतोड़ जवाब देने में पूर्ण रूप से सक्षम हैं।”
वास्तविक करतारपुर गलियारा पाकिस्तान में होगा। यह अंतर्राष्ट्रीय सीमा को पाकिस्तान के नारोवाल जिले में स्थित करतारपुर साहिब गुरद्वारे से जोड़ेगा।
पाकिस्तान 28 नवंबर को सीमा पर अपनी ओर करतारपुर गलियारे की आधारशिला रखेगा।
केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर और हरदीप पुरी के साथ पंजाब कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू आधारशिला समारोह के लिए बुधवार को पाकिस्तान का दौरा कर सकते हैं।
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