लखनऊ विश्वविद्यालय ने एक भारत श्रेष्ठ भारत को आगे बढ़ाया : योगी

Follow न्यूज्ड On  

लखनऊ, 19 नवंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लखनऊ विश्वविद्यालय ने अपनी स्थापना के 100 वर्ष पूरे करने के साथ ढेर सारी उपलब्धियां हासिल की हैं और इसने एक भारत श्रेष्ठ भारत को भी आगे बढ़ाया है।

मुख्यमंत्री गुरुवार को लखनऊ विश्वविद्यालय के शताब्दी वर्ष समारोह के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा, आज हम गर्व से कह सकते हैं कि लखनऊ विश्वविद्यालय ने इन 100 वर्षो की यात्रा में देश व समाज को राष्ट्रपति से लेकर न्यायमूर्ति तक दिए तो लोकतंत्र को मजबूत करने वाले नेता भी दिए। शोध करने वाले वैज्ञानिक दिए तो अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने वाले उद्योगपति भी दिए।

योगी ने कहा कि सामान्य अवसर पर सब योग्यता प्रदर्शित कर सकता है। मगर चुनौती से तपकर ही सोना बनता है। कोविड काल में शिक्षा को आगे बढ़ाया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि लविवि को 100 वर्ष की शानदार यात्रा के लिए बधाई। 100 वर्ष की जीवंत यात्रा को अगले 100 साल तक कायम रखें। वास्तव में लविवि अपनी स्थापना के 100 वर्ष होने के साथ ढेर सारी उप्लब्धियां लाया है। इसने लोकल फॉर वोकल को भी बढ़ावा दिया है। 100 साल की उपलब्धियां बहुत हैं।

उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति में ज्ञान के साथ ही रोजगार का भी समन्वय होगा, जिससे देश का युवा स्वावलंबन की तरफ बढ़ेगा। उन्होंने कहा, मैं अक्सर कहता हूं कि हमने शिक्षण संस्थान खोल दिए, लेकिन उन्हें जनसरोकारों से दूर कर दिया। शिक्षण संस्थानों को सामाजिक सरोकारों से जोड़ना जरूरी है।

मुख्यमंत्री ने कहा, नई शिक्षा नीति पर चलेंगे तो हमारा कोई विद्यार्थी डिग्री पाने के बाद असहाय नहीं होगा। ये ही राष्ट्रीय शिक्षा नीति का सार है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति को साथ जोड़ना होगा। मैं देखता हूं कि हमने संस्थान खोल दिए, मगर उनको जनसरोकार से उनको दूर कर दिया। संस्थान का हिस्सा केवल छात्र या आचार्य ही नहीं होते हैं। अभिभावक और पूर्व छात्र बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। हम ज्ञान को सीमित नहीं कर सकते।

योगी ने कहा, मैं बार-बार कहता हूं कि केवल संस्थान स्थापित करना काफी नहीं है। हम समस्याओं का सामना करना पड़ता है। लविवि ने सैनिटाइजर बनाना शुरू करें। सभी कॉलेज की लैब में ये काम हो सकता था। मगर बाकी लोग सरकार के भरोसे बैठे रहे। कोई भी समाज सरकार के आगे चलेगा, तभी वह स्वाबलंबी बनेगा। स्वाबलंबी समाज ही आत्मनिर्भर होगा।

उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने कहा, ये अवसर अविस्मणीय है। 100 साल में सैकड़ों मेधावी विद्यार्थी निकले हैं। मुख्यमंत्री योगीजी का शिक्षा से लगाव रहा है। विश्वविद्यालय में जिस तरह की सहायता की जरूरत होती है, वे करते हैं। वे कोविड काल में लगे रहे। तमाम अवसरों पर उन्होंने ध्यान दिया है। यहां कई विद्वान आचार्य रहे हैं। सरकार लगातार धनराशि उपलब्ध करवा रही है।

–आईएएनएस

वीकेटी/एसजीके

Share

Recent Posts

जीआईटीएम गुरुग्राम ने उत्तर भारत में शीर्ष प्लेसमेंट अवार्ड अपने नाम किया

नवीन शिक्षण पद्धतियों, अत्याधुनिक उद्यम व कौशल पाठ्यक्रम के माध्यम से, संस्थान ने अनगिनत छात्रों…

March 19, 2024

बिहार के नींव डालने वाले महापुरुषों के विचारों पर चल कर पुनर्स्थापित होगा मगध साम्राज्य।

इतिहासकार प्रोफ़ेसर इम्तियाज़ अहमद ने बिहार के इतिहास पर रौशनी डालते हुए बताया कि बिहार…

March 12, 2024

BPSC : शिक्षक भर्ती का आवेदन अब 19 तक, बिहार लोक सेवा आयोग ने 22 तक का दिया विकल्प

अब आवेदन की तारीख 15 जुलाई से 19 जुलाई तक बढ़ा दी गई है।

July 17, 2023

जियो ने दिल्ली के बाद नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद में ट्रू5जी सर्विस शुरु की

पूरे दिल्ली-NCR में सर्विस शुरु करने वाला पहला ऑपरेटर बना

November 18, 2022

KBC 14: भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान कौन थे, जिन्होंने इंग्लैंड में भारत को अंतिम बार एक टेस्ट सीरीज जिताया था?

राहुल द्रविड़ की अगुवाई में टीम इंडिया ने 1-0 से 2007 में सीरीज़ अपने नाम…

September 23, 2022