वाराणसी: पीएम मोदी के खिलाफ उम्मीदवारी रद्द होने के बाद तेज बहादुर बोले- सुप्रीम कोर्ट जाऊँगा

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यूपी की वाराणसी लोकसभा सीट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती देने के लिए उतरे तेज बहादुर यादव का नामांकन रद्द हो गया है। बीबीसी न्यूज़ के मुताबिक, चुनाव आयोग ने समाजवादी पार्टी के टिकट पर गठबंधन प्रत्याशी के रूप में नामांकन भरने वाले सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) से बर्खास्त फौजी तेज बहादुर यादव का नामांकन खारिज कर दिया है।

नामांकन रद्द किये जाने के बाद बीएसएफ बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव की प्रतिक्रया आई है। तेज बहादुर ने कहा है कि मंगलवार शाम 6.15 बजे उन्होंने स्पष्टीकरण माँगा। मैंने कागजात दिल्ली भेजा, लेकिन समय पर नहीं पहुँच पाने के कारण नामांकन रद्द कर दिया गया। हम सुप्रीम कोर्ट जाएंगे।

आपको बता दें कि मंगलवार को वाराणसी के प्रेक्षक प्रवीण कुमार की मौजूदगी में नामांकन पत्रों की जांच शुरू हुई। जांच के दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी सुरेंद्र सिंह द्वारा तेज बहादुर यादव को बीएसएफ से बर्खास्तगी के संबंध में दो नामांकन पत्रों में अलग-अलग जानकारी देने पर नोटिस देकर 24 घंटे में बीएसएफ से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेकर प्रस्तुत करने को कहा था। तेज बहादुर को कहा गया है कि यादव बीएसएफ से प्रमाणपत्र लेकर आएं, जिसमें यह स्पष्ट हो कि उन्हें नौकरी से किस वजह से बर्खास्त किया गया।

मालूम हो कि तेज बहादुर ने पहले निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में 24 अप्रैल को वाराणसी से नामांकन किया था। इसके साथ दिए गए हलफनामे में उन्होंने बताया था कि भ्रष्टाचार के आरोप के चलते सेना से उन्हें बर्खास्त किया गया। जबकि बाद में समाजवादी पार्टी का टिकट मिलने पर दोबारा नामांकन (29 अप्रैल) के वक्त तेज बहादुर ने जो हलफनामा दायर किया उसमें इस जानकारी को छुपा लिया गया।

क्या कहता है कानून

कानून के मुताबिक अगर कोई व्यक्ति जो राज्य या केंद्र सरकार से भ्रष्टाचार के आरोप में बर्खास्त किया गया हो या सरकार के प्रति उसकी बगावत देखी गई हो तो उसे बर्खास्तगी की तारीख से 5 साल तक चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य घोषित किया जा सकता है। चूंकि तेज बहादुर ने दो हलफनामों में अपनी बर्खास्तगी से जुड़ी दो अलग-अलग जानकारी दी थी, इसलिए उन्हें नोटिस भेजा गया था।

निर्वाचन अधिकारी द्वारा जारी किए गए दो नोटिसों का जवाब देने बुधवार दोपहर 11 बजे तेज बहादुर यादव अपने वकील के साथ आरओ से मिलने पहुंचे। जिसके बाद निर्वाचन अधिकारी तेज बहादुर के नामांकन पत्र को खारिज कर दिया। नामांकन पत्र के नोटिस के जवाब देने के दौरान तेज बहादुर के समर्थकों और पुलिस के बीच जमकर नोकझोंक हुई, जिसके चलते पुलिस ने समर्थकों को कचहरी परिसर से बाहर कर दिया। अब शालिनी यादव सपा की तरफ से चुनावी मैदान में मोदी को टक्कर देंगी।

This post was last modified on May 1, 2019 5:11 PM

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