मुंबई, 3 अक्टूबर (आईएएनएस)। प्रसिद्ध मराठी समाजिक कार्यकर्ता व तर्कवादी और सुधारवादी सेवानिवृत्त प्रोफेसर पुष्पा भावे का लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। यह जानकारी उनके परिजनों ने दी।
भावे 81 साल की थीं और शुक्रवार की रात करीब 12.30 बजे मुंबई के दादर स्थित आवास में उन्होंने अंतिम सांस ली। वह अपने पति प्रोफेसर अनंत भावे के साथ रहती थीं।
उनका अंतिम संस्कार शनिवार की सुबह शिवाजी पार्क के विद्युत शवदाह गृह में उनके परिवार और साथी कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में किया गया।
बहुमुखी व्यक्तित्व वाली प्रो. पुष्पा भावे ने कई प्रमुख राज्य और राष्ट्रीय स्तर के आंदोलन में भाग लिया था, जिसमें गोवा लिबरेशन, संयुक्त महाराष्ट्र आंदोलन, दलित पैंथर्स, देवदासी मुक्ति अभियान, आदिवासियों का कल्याण आदि शामिल थे।
उनके करीबी सहयोगी जतिन देसाई ने उनके निधन पर आईएएनएस को बताया, “वह मेरे सहित कई के लिए मेंटर थीं और धर्मनिरपेक्ष और समाजवादी मूल्यों के लिए खड़ी रहीं। उन्होंने अपने सिद्धांतों पर कभी समझौता नहीं किया और एस. एम. जोशी, मृणाल गोरे आदि जैसे अन्य महान समाजवादियों की परंपरा का पालन किया।”
–आईएएनएस
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