शिलांग, 22 नवंबर (आईएएनएस)| मेघालय के ईस्ट खासी हिल्स में जो स्कूली बच्चे खसरा और रूबेला का टीकाकरण नहीं कराएंगे, उन्हें सालाना परीक्षाओं का रिपोर्ट कार्ड नहीं दिया जाएगा।
टीकाकरण कार्यक्रम राज्य में 24 सितंबर को आयोजित हुआ था, इस दौरान कई माता-पिता ने आशंका जताई थी कि टीकाकरण उनके बच्चों को बीमार कर देगा।
ईस्ट खासी हिल्स के जिला मजिस्ट्रेट पीटर एस. दखर ने आईएएनएस को बताया, “मैंने जिला स्कूल शिक्षा अधिकारी से सभी स्कूलों को निर्देश देने के लिए कहा है कि उन छात्रों के वार्षिक परीक्षा परिणाम घोषित न किए जाएं जिन्होंने टीकाकरण नहीं कराया और नए आवेदनों के लिए भी यही लागू किया जाए।”
यह निर्देश जिले में टीकाकरण अभियान में बहुत कम उपस्थिति दर्ज होने के बाद जारी किया गया है क्योंकि कई छात्रों ने स्कूलों में टीकाकरण कराने से इनकार कर दिया था।
दखर जो जिला टीकाकरण टास्क फोर्स के अध्यक्ष भी हैं, ने कहा कि परीक्षा परिणाम केवल तब ही प्रकाशित किए जाएंगे जब माता-पिता लिखित में बताएंगे कि उन्होंने अपने बच्चों को टीका लगवाने की अनुमति क्यों नहीं दी थी।
वहीं, खासी छात्र संघ व खासी जैन्तिया व गारो जन संघ ने प्रशासन के इस कदम का विरोध जताया है और इस निर्देश को छात्रों के अधिकारों का उल्लंघन बताया है।
मेघालय में नौ महीने और 15 वर्ष की उम्र के 13 लाख बच्चों में लगभग 4 लाख बच्चों को खसरा और रूबेला का टीका लगाया गया है।
10 जिलों की तुलना में राज्य के केंद्र में स्थित ईस्ट खासी हिल्स में टीकाकरण किए गए बच्चों का सबसे कम प्रतिशत दर्ज किया गया है।
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री एलेक्जेंडर लालू हेक ने माता-पिता से टीकाकरण से न डरने की अपील करते हुए इसे बच्चों की सुरक्षा के लिए जरूरी बताया है।
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