बेंगलुरु, 7 सितम्बर (आईएएनएस)| इसरो का संपर्क लैंडर विक्रम के साथ टूटने व चंद्रयान मिशन-2 को झटका लगने के बाद शनिवार को इसरो की कई सालों की कड़ी मेहनत वास्तव में धरी की धरी रह गई और यहां आईएसटीआरएसी में कोई भी शब्द वैज्ञानिकों को हुई निराशा को बयां नहीं कर सकते हैं। देर रात मिशन की सफलता को देखने के लिए वहां पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणादायक भाषण और फिर चंद्रयान -2 के टीम के साथ उनकी बात करने के बावजूद इसरो के अध्यक्ष के. सिवन अपने आंसू नहीं रोक सके और प्रधानमंत्री के वहां से निकलने के दौरान ही वह रो पड़े।
वह पल बेहद भावुक था, जब सिवन के आंखों से आंसू छलक पड़े। वैज्ञानिकों के साथ बाहर की तरफ निकल रहे मोदी ने तुरंत उन्हें गले लगाया और उन्हें थाम लिया। निराश और परेशान सिवन ने थोड़ी देर बाद खुद को संभालते हुए प्रधानमंत्री मोदी से बातचीत की।
वैज्ञानिकों के अथक प्रयास को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने इसरो के वैज्ञानिकों से कहा कि हमें इस प्रयास और इस सफर दोनों पर गर्व है।
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