पोर्ट ब्लेयर में आजाद हिंद फौज के ध्वजारोहण की 76वीं वर्षगांठ मनाई गई

Follow न्यूज्ड On  

पोर्ट ब्लेयर, 30 दिसम्बर (आईएएनएस)| नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने 76 साल पहले आज ही के दिन पहली बार आजाद हिंद फौज का झंडा फहराया था, और यह ध्वजारोहण पोर्ट ब्लेयर में हुआ था। इस ध्वजारोहण की 76वीं वर्षगांठ पर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने सोमवार को पोर्ट ब्लेयर में एक बार फिर ध्वजारोहण किया। केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री चौबे ने इस अवसर पर कहा, “यह एक गौरवशाली पल है। अंडमान निकोबार दीप समूह भारत के स्वतंत्रता का एक अनमोल प्रतीक है। जिस तरह से यहां पर देश भक्तों को यातनाएं दी जाती थीं, सजा दी जाती थी, इसे सुन कर ही रूह कांप जाती है। यहां देशभक्तों का शरीर भले ही टूट जाता था, लेकिन हौसला नहीं। यहां आकर असीम ऊर्जा का अनुभव हो रहा है।”
 

चौबे ने कहा, “नेताजी सुभाष चंद्र बोस आजादी के बहुमूल्य अनमोल नायक हैं। नेताजी ने जिस स्थान पर आजादी का झंडा फहराया था, उसे अब सुभाष चंद्र बोस द्वीप कहा जाता है। इसी जगह पर मुझे आज ध्वजारोहण का मौका मिला, यह एक गौरवशाली और प्रेरणादायक पल रहा।”

सुभाष चंद्र बोस द्वीप पर 150 फुट ऊंचा राष्ट्रध्वज लगा हुआ है। इस अवसर पर अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह के उपराज्यपाल एडमिरल डी. के. जोशी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी इंद्रेश सहित बड़ी संख्या लोग उपस्थित थे।

चौबे यहां सेल्यूलर जेल भी गए, और वहां उन्होंने वीर सावरकर के कक्ष को नमन किया और शहीदों को श्रद्धांजलि दी।

उन्होंने बताया, “मन काफी उद्वेलित था जब उस कोठरी को देखा, जिसमें केवल एक रौशनदान था। उन्हें 10 वर्ष तक भयंकर यातनाएं दी गईं, जिसका स्मरण करते ही मन विचलित हो उठा। उनके कक्ष में शांति का अनुभव हुआ।”

चौबे ने यहां सीएए विरोध के लिए विपक्षी दलों की आलोचना भी की। उन्होंने कहा कि “नागरिकता संशोधन अधिनियम 2019 को लेकर विपक्षी दल गलत बयानबाजी कर रहे हैं। जनता को उकसाने का कार्य कर रहे हैं, जो निंदनीय हैं।”

उल्लेखनीय है कि 30 दिसंबर, 1943 को पहली बार नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने पोर्ट ब्लेयर के रॉस द्वीप में आजाद हिंद फौज का झंडा फहराया था। अब इस स्थान को सुभाष दीप कहा जाता है। पिछले साल 30 दिसंबर, 2018 को 75वीं वर्षगांठ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां ध्वजारोहण किया था।

 

Share

Recent Posts

जीआईटीएम गुरुग्राम ने उत्तर भारत में शीर्ष प्लेसमेंट अवार्ड अपने नाम किया

नवीन शिक्षण पद्धतियों, अत्याधुनिक उद्यम व कौशल पाठ्यक्रम के माध्यम से, संस्थान ने अनगिनत छात्रों…

March 19, 2024

बिहार के नींव डालने वाले महापुरुषों के विचारों पर चल कर पुनर्स्थापित होगा मगध साम्राज्य।

इतिहासकार प्रोफ़ेसर इम्तियाज़ अहमद ने बिहार के इतिहास पर रौशनी डालते हुए बताया कि बिहार…

March 12, 2024

BPSC : शिक्षक भर्ती का आवेदन अब 19 तक, बिहार लोक सेवा आयोग ने 22 तक का दिया विकल्प

अब आवेदन की तारीख 15 जुलाई से 19 जुलाई तक बढ़ा दी गई है।

July 17, 2023

जियो ने दिल्ली के बाद नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद में ट्रू5जी सर्विस शुरु की

पूरे दिल्ली-NCR में सर्विस शुरु करने वाला पहला ऑपरेटर बना

November 18, 2022

KBC 14: भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान कौन थे, जिन्होंने इंग्लैंड में भारत को अंतिम बार एक टेस्ट सीरीज जिताया था?

राहुल द्रविड़ की अगुवाई में टीम इंडिया ने 1-0 से 2007 में सीरीज़ अपने नाम…

September 23, 2022