प्रधानमंत्री रिसर्च फेलोशिप योजना, यहां देखें पूरी जानकारी

Follow न्यूज्ड On  

केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने Ph.D. छात्रों के लिए प्रधान मंत्री रिसर्च फैलोशिप (PMRFY) योजना को मंजूरी दे दी है। इसके पश्चात, IISC / IIT / NIT / IISER / IITs से B.Tech/ Integrated M.Tech उत्तीर्ण होने वाले छात्रों को IIT और IISC में Ph.D. में सीधे प्रवेश मिल सकता है। इस योजना के तहत, केंद्र सरकार ने 2018-19 से शुरू करते हुए आगामी सात वर्षों के लिए 1650 करोड़ रुपये आवंटित किए है।

PMRF योजना के लिए छात्रों चयन निम्न संस्थानों से किया जाएगा:

  • इंडियन इंसीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (IIT)
  • नेशनल इंसीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (NIT)
  • इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ साइंस (IISC)
  • इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ़ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च (IISER)
  • इंडियन इंसीट्यूट ऑफ़ इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी (IIIT)

प्रधानमंत्री रिसर्च फ़ेलोशिप योजना का उद्देश्य:

  • इस योजना का मुख्य उद्देश्य पूरे देश में Industrial Training Institute (ITIs) की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद करना है।
  • इस योजना का मुख्य उद्देश्य देश की प्रतिभा का उपयोग देश की प्रगति में करने पर बल देना है।
  • प्रतिभाशाली छात्रों को देश में उच्च शिक्षा व उचित सुविधा प्रदान कर उनके विदेश पलायन को रोकना है।
  • देश के उच्च तकनिकी अनुसधान संस्थाओं के प्रतिभाशाली छात्रों को research, innovation तथा वैज्ञानिक विचारों के लिए प्रोत्साहित करना है।

प्रधानमंत्री रिसर्च फ़ेलोशिप योजना के तहत प्रदत्त अनुदान राशि:

  • प्रधानमंत्री रिसर्च फ़ेलोशिप योजना के तहत, प्रत्येक फेलो को अपनी शोध गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए 5 वर्षों तक वित्तीय सहायता प्राप्त होगी।
  • सरकार अगले 3 वर्षों की अवधि में 3000 फेलोका चयन करेगी।  हर एक पर यह राशि देश के विकास को प्रोत्साहित करने के लिए खर्च की जाएगी।  हर साल, सरकार अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन और सेमिनार में शोध पत्र पेश करने और विदेशी यात्रा के खर्च के लिए अतिरिक्त 2 लाख रुपये प्रदान करेगा।

PMRF योजना की मुख्य बातें

  • केन्द्र सरकार IISC / IIT / NIT / IISER / IITs से B.Tech/ Integrated M.Tech या M.Sc पूरा करने वाले अंतिम वर्ष के सर्वश्रेष्ठ छात्रों का चयन कर उन्हें IIT और IISC के Ph.D. program में सीधे प्रवेश दिलवाएगी। मानव संसाधन विकास मंत्रालय /Ministry of Human Resource Development (HRD) इस योजना को लागू करेगा और जल्द ही प्रस्तावों को स्वीकार करना शुरू करेगा।
  • इस योजना से लाभान्वित प्रत्येक fellow को एक सप्ताह में एक बार किसी भी इंडस्ट्रियल ट्रैनिग इंस्टीट्यूट (ITI) में पढ़ना होगा। देश के विभिन्न हिस्सों में लगभग 14,000 इंडस्ट्रियल ट्रैनिग इंस्टीट्यूट हैं। यह योजना ज्ञान हस्तांतरण को बढ़ावा देती है जिसके तहत प्रत्येक फेलो को इंजीनियरिंग / science कॉलेजों के छात्रों को पढ़ाना होगा। इस तरह से यह योजना पूरे देश के इंडस्ट्रियल ट्रैनिग इंस्टीट्यूट की समग्र गुणवत्ता को सुधारने में मदद करेगी।
  • पहले देश के सभी इंडस्ट्रियल ट्रैनिग इंस्टीट्यूट श्रम मंत्रालय के अधीन थे, जिन्हें 2015 से कौशल मंत्रालय को स्थानांतरित कर दिया गया है। प्रधानमंत्री रिसर्च फ़ेलोशिप योजना एक तरफ हमारे राष्ट्रीय प्राथमिकताओं को संबोधित करेंगे और दूसरी ओर गुणवत्तापूर्ण शिक्षण की कमी को दूर करेगी।

Share

Recent Posts

जीआईटीएम गुरुग्राम ने उत्तर भारत में शीर्ष प्लेसमेंट अवार्ड अपने नाम किया

नवीन शिक्षण पद्धतियों, अत्याधुनिक उद्यम व कौशल पाठ्यक्रम के माध्यम से, संस्थान ने अनगिनत छात्रों…

March 19, 2024

बिहार के नींव डालने वाले महापुरुषों के विचारों पर चल कर पुनर्स्थापित होगा मगध साम्राज्य।

इतिहासकार प्रोफ़ेसर इम्तियाज़ अहमद ने बिहार के इतिहास पर रौशनी डालते हुए बताया कि बिहार…

March 12, 2024

BPSC : शिक्षक भर्ती का आवेदन अब 19 तक, बिहार लोक सेवा आयोग ने 22 तक का दिया विकल्प

अब आवेदन की तारीख 15 जुलाई से 19 जुलाई तक बढ़ा दी गई है।

July 17, 2023

जियो ने दिल्ली के बाद नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और फरीदाबाद में ट्रू5जी सर्विस शुरु की

पूरे दिल्ली-NCR में सर्विस शुरु करने वाला पहला ऑपरेटर बना

November 18, 2022

KBC 14: भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान कौन थे, जिन्होंने इंग्लैंड में भारत को अंतिम बार एक टेस्ट सीरीज जिताया था?

राहुल द्रविड़ की अगुवाई में टीम इंडिया ने 1-0 से 2007 में सीरीज़ अपने नाम…

September 23, 2022